Madly Your - 2 books and stories free download online pdf in Hindi

Madly Your's - 2

भाग - 2

कहानी अब तक....

दी आप मेरा कॉल क्यों नही उठा रही थी ,,,,वैभव ने कहा।।

वो....वों में busy थी,,,छवि ने थोड़ा हकलाते हुए कहा।।

वैभव ने कहा - नही दी आप झूठ बोल रही हैं ना।।

नहीं....नहीं में सच कहा रही हूँ।।छवि ने कहा।।

नहीं ... छवि दी आप झूठ बोल रही हैं ,न ,,,,कुछ देर रुक कर वैभव फिर बोला ,,,,दीदी क्या वो लोग आपको ढूंढते ढूंढते हैदराबाद भी पहुँच गए क्या??
हाँ.... एक लंबी सांस लेके उदास स्वर में छवि ने जवाब दिया।।।

दीदी अब आप क्या करेंगे,,,वैभव ने थोड़ा परेसान होते हुए पूछा।।।

हर बार जो हम करते है...फिर से नई सूरुआतं,,,छवि में थोड़ा उदास होते हुए कहा।।।

मतलब आपको अब हैदराबाद से कहि ओर जाना पड़ेगा ?? वैभव ने कहा।।
हां .... वैभव ,,,, छवि ने कहा।।

दीदी अब आप कहा जायेंगी,, वैभव ने पूछा।।
पता नहीं,,,विभु। छवि ने कहा।।

दीदी,,,,,,वैभव ने कहा।।
हाँ,,,छवि ने कहा।।

दीदी आप यह मेरे पास दिल्ली क्यो नही आ जाती हम यहां साथ रहेंगे।।वैभव ने कहा।।
जवाब देते हुए छवि ने कहा,,,,,नही वैभव में वहां नहीं आ सकती और ,,,,,, मेरे पास अपना कहने के लिए अब तू ही तो बचा है,,,,में तुजे नही खो सकती,,,ये कहते वकत उसका गला भारी हो गई था।।

दीदी...प्लीज्,,,मेरे पास भी आप ही है और में आपसे अब ओर दूर नही रह सकता ओर में आपके साथ रहना चाहता हु ,,,,,आपको मेरी कसम ,,प्लीज् दी मैन जाईये,,,, अगर आपने मेरी बात नही मानी तो में आपसे कभी बात नही करूँगा।।। थोड़े गुस्से,, ओर उदासी भरे स्वर में वैभव ने कहा।।
अच्छा ठीक है तू नाराज मत हो ।।छवि ने कहा।।
इसका मतलब आप यहां मेरे पास आ रही ह ना दी।।वैभव ने खुश होते हुए कहा।
हाँ ,,,छवि ने हल्की सी मुस्कुराहट के सात जवाब दिया।।
अच्छा दी आप कब तक आएंगी।
चार पांच दिन बाद तक मे वहां आउंगी,,,इतना लेट,, क्यों दी।। वो मुजे कुछ काम है और..... उन लोगो को लगेगा कि में यहां निकल गयी तो वो लोग मुजे यहां ढूंढना बन्द कर देंगे तो में मौका देखते ही यहां से वहां आ जाउंगी।।
ओके,,, ठीक है दी ।।। वैभव ने कहा।।
अब फ़ोन रख मुजे कुछ काम है और तुजे सोना भी होगा न।। छवि ने कहा।।
अच्छा ठीक है दी ,,,बाय ओर गुड नाईट ओर अपना ख्याल रखना ।।। वैभव ने कहा।।
ह्म्म्म,,,,बाय ,,गुड नाईट,,, तू भी अपना ख्याल रखना ,,,कह कर छवि ने फ़ोन काट दिया।। ओर अपनी अलमीरा की तरफ बढ़ गयी उसमे से उसने एक ब्रेसलेट निकाला,,,,,,,,, जो दिखने में बहुत खूबसूरत था और उसमें नीले रंग डायमंड लगे थे और उसमे बीच मे एक सुंदर सी बटरफ्लाई बनी थी।।।

छवि उस ब्रेसलेट को बड़े ही प्यार से देखती है और उस पर हाथ फेरती हैं।।।......तभी उसकी आँखों से आंसू आ जाते है।।..... वो बटरफ्लाई को थोड़ा सा ऊपर उठाती है तो उसके नीचे एक फोटो थी.... जिसमे 4 से 5 साल की दो लड़कियों की तस्वीर थी ।।
छवि उस फ़ोटो को अपने उंगुलियों से छुटी है और उसकी आंखो से आंसू बेहिसाब से बहने लगते है और वो वही जमीन पर बैठ जाती है ।।।

ओर बोलती है,,,,,छाया कहा हैं तू.......तुजे पता है मुजे तेरी कितनी जरूरत है....तुजे पता है ,,,,यह मेरे साथ क्या हो रहा है ।। मुजे पता हैं तू एक दम सही सलामत है तुजे कुछ नही हुआ होगा ,,,,ओर तू मुजे ढूंढ रही होंगी ओर तू मुजे एक दिन जरुर ढूंढ लेगी ,,,,,ओर अगर तू मुजे नही ढूंढ पाई तो में तुजे ढूंढ लुंगी।। छाया में तुजे बहुत मिस कर रही हु,,,,,जल्दी आजा अपनी छवि के पास।।
काश मेने तेरा उस हाथ न छोड़ा होता तो तू आज मेरे पास होती।।
वो जब ये कह रही थी तब उसकी आँखों से बेहिसाब आंसू बह रहे थे।।
बस एक बार तू मुजे मिल जा ,,,,,में उन सब लोगो को उनके किये की सजा जरुर दूंगी।।ये कहते वक़्त उसके चहरे पर दुख और गुस्से के मिले जुले भाव थे।।
वो उस फोटो से ऐसे ही बात करते करते जमीन पर ही सो जाती हैं।।




आगे जानने के लिए पढ़ते रहिये,,, MADLY YOUR'S,,,,,


अन्य रसप्रद विकल्प