ये आवाज कैसी - 2 Datta Shinde द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

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ये आवाज कैसी - 2

काहाणी शुरु करते हे पिछले अध्याय मैं हमणे देखा की राजनंदिनी की आत्मा उसकी काहाणी बताती हैं तब बोहत हवा चलती हैं तब वाहा पे एक लडका आता हैं और वो बोलता हैं नंदिनी तुम नहीं बचोगी तब वो राजनंदिनी को एक कमरे मे बंद कर देता है तब वो बोलती हैं इसकी शादी किसीके साथ नही हो सकती ये शादी केरेगी तो ये मर जाएगी तब नंदिनी राहुल को मारती हैं और वो बोलती हैं राहुल मैं अपने अतित के बारमे जानना चाहती थी लेकिन तुमणे उसे फिरसे बंद करदीया तब राजनंदिनी हसणे लगती हैं तब वो बोलती हैं ये सच है वो अंत मे मरजाएगी लेकिन मुझे नई जिंदगी मिल जाएगी तब राहुल उस कमरे मे जाता हैं और वो बोलता हैं मुझे सब पता हे तुम याहा किसलीए आई हो तब राजनंदिनी बोलती हैं हा उसे मारके मे अपनी नई जिंदगी शुरु करना चाहती हो तब राहुल बोलता हैं मे एसा नहीं होने दुगां तब वो चला जाता हैं तब राजनंदिनी नाचती हैं और बोहत चिलाती हैं तब वाहा पे नंदिनी आती है तब वो आत्मा बोलती हैं आवो नंदिनी मुझे बाहर निकालो वो रकक्षा धागा निकाल दो तब नंदिनी निकाल देती है तब वो आत्मा नंदिनी के शरीर मे जाती हैं तब नंदिनी नाचणे लगती हैं तब बोहत हवा चलती हैं तब राहुल बोलता हैं अब बोहत हो गया तब राहुल और वो आत्मा उसके अतित मे जाते हैं तब राहुल बोलता हैं नंदिनी अब काहाणी शुरु होई हैं.................ये काहाणी फिरसे राजमेहल से शुरु होती हैं तो काहाणी शुरु करते हे महेंद नाम का राजा होता है और वो बोहत शक्ती शाली होता है और वो दिल का बोहत अच्छा होता है तब वो बोलता हैं सैनापती आज मेरे कोछ दोस्त आणे वाले है उनके स्वागत मे कोई कमी होणे नही होनी चाहिए और एक बात उसे बुलाया तब सैनापती बोलता हैं हा महाराज वो कबके आगए है वो रिहास कर रहे है तब महाराज बोलता हैं ठिक है तब महेंद्र देखणे जाता हैं और वो बोलता हैं इतनी खुबसुरत लडकी तब वो अपनी शक्ती से सब रुकाता हैं तब वो उसके पास जाता हैं तब वो उसके हात को छोता हैं तब वो उडके बाहर गिर जाता हैं तब वो बोलता हैं ये तो बोहत शक्ती शाली हैं दोसरे दिन सब आजाते हैं तब महेंद्र बोलता हैं शुरु किया जाए तब वो लडकी नाचणे लगती हैं तब वो बार बार महाराज के पास जाती हैं तब अग्नी नाम का लडका उस लडकी को पकड लेता हैं तब वो लडकी वाहा से चली जाती हैं तब महेंद्र बोलता हैं सब चले जाए लेकिन अग्नी को छोडकर तब महेंद्र बोलता हैं तुमणे एसा क्यो किया तब अग्नी बोलता हैं महाराज ये लडकी शक्ती शाली हैं इसे मार दे तो इसकी सारी शक्ती या हमे मिल जाएगी तब महेंद्र उसके पास जाता हैं और वो बोलता हैं सुनिए आपका नाम क्या है तब वो लडकी बोलती हैं मेरा नाम राजनंदिनी हैं तब महाराज बोलते हैं राजनंदिनी नाम हैं तो राज भी करो तब नंदिनी बोलती हैं मतलब तब महाराज बोलते हैं मैं तुमसे शादी करना चाहता हो तब नंदिनी हा बोलती हैं दोसरे दिन दोनोकी शादी हो जाती है तब रात को महाराज नंदिनी को एक मंदिर ले जाते हैं तब पंडित मंत्र शुरु करते हे तब अग्नी नंदिनी को मार देता है तब नंदिनी मर जाती हैं तब पंडित बोलते हैं महाराज आपको कल नई शक्ती या प्राप्त हो जाएगी तब महाराज चले जाते हैं दोसरे दिन नंदिनी की आत्मा सबको मार देती है तब अग्नी बोलता हैं महाराज इस आत्मा को कैद किजिए तब महाराज उसे एक कमरे मे कैद कराते है तब पंडित जी हवन करते हे तब वो आत्मा बोलती हैं मे लोटके आवोगी तब महेंद्र राजमेहल मे जाता हैं तब अग्नी बोलता हैं अब तुम्हे कोण बचाएगा तब अग्नी महेंद्र को मार देता है तब महेंद्र बोलता हैं नंदिनी मुझे माफ करदो और याहा पे काहाणी खतम हो जाती है तब राहुल बोलता हैं नंदिनी ये सब होवा था लेकिन वो अग्नी वापस आगया हैं तब नंदिनी बोलती हैं वो कोण हैं तब महेश आता हैं और वो बोलता हैं नंदिनी तुम्हे सब पता चल गया है अब तुम दोनो मरोगे तब राजनंदिनी की आत्मा आती है और वो बोलती हैं अब मुझे सब पता चल गया है तब नंदिनी उसे मारणे जाए तब महेश उसे कैद करता हैं और वो राहुल को मारता हैं तब नंदिनी भाग जाती हैं और शिवमंदिर मे छुपती हैं तब वो बोलती हैं शिवजी आज सबको आपकी जरुरत है तब महेश पुरे गाव को जला देता है तब महेश मंदिर मे आता हैं और नंदिनी को मारता हैं तब महेश बोलता हैं ये मुर्ती कोछ नही कर सकती तब बोहत हवा चलती हैं तब दो नाग आते है और वो शिवजी के सामणे आते है तब तिसरा नाग आता हैं और वो बोलता हैं महेशा सुर तुम्हारा पाप का घडा भर गया है अब वो आगई हैं उन्हे कोई भी नहीं हरा सकता है तब महेश बोलता हैं आणे दे कोई भी मे नहीं डरता तब आती आधी शक्तीशाली नागराणी तब वो अपना रुप लेती हैं तब वाहा पे राहुल और राजनंदिनी की आती है तब नागराणी बोलती हैं महेशा सुर तुने अब हदे पार करदीइ हैं अब तु मरेगा इस राधा से तु मरेगा पिछले समय तुम्हे मेने जीवनदान दीया था लेकिन इस बार नहीं तब राधा उसे मार देती है तब राधा बोलती हैं राजनंदिनी तुम्हारे साथ बोहत बुरा होवा लेकिन तुम्हे इस लडकी को मारना नहीं बचाना हैं तब राजनंदिनी हा बोलती हैं और वो अपने शक्ति योसे उसे बचालेती हैं तब नंदिनी उठ जाती हैं तब नंदिनी बोलती हैं नागराणी आप नागलोक से हमे बचाने आगइ मे तु धन्य हो गइ तब राजनंदिनि बोलती हैं नंदिनी मुझे माफ करदो मे तुम्हे मारना चाहती थी लेकिन अब मैं मुक्त हो गई हो तब नंदिनी बोलती हैं आपकी वजहसे मुझे अपने अतीत के बारमे जानेना का मुका मिला तब राजनंदिनी की आत्मा चली जाती हैं तब नागराणी राधा बोलती हैं नंदिनी मैं चलती हो तब नंदिनी बोलती हैं धन्यवाद तब राधा चली जाती हैं तब राहुल और नंदिनी घर जाते हैं तब मंदिर मैं कोई तो होता हैं वो बोलता हैं जावो लेकिन मैं तुम दोनो को मारके रहुगा और याहा पे काहाणी खतम हो जाती है .........THE END.