एक बहुत पुराने समय की बात है एक शहर में एक लड़की रहती थी. जिसका नाम था एंजेल. एंजेल समझदार संस्कारी और अच्छे घर की लड़की थी पढ़ने लिखने का उसे बहुत शौक था.वैसे तो एंजेल बहुत ही सुलझी हुई लड़की थी.एंजेल की एक बहुत खास मित्र रश्मि नाम की लड़की थी. एंजेल और रश्मि दोनों एक ही स्कूल में पढ़ा करते थे एंजेल रश्मि है कि बहुत ही खास मित्र थे दोनों एक साथ में पढ़ते एक साथ में खेलते और एक साथ में रहा करते थे बचपन से ही रश्मि को एंजेल से बहुत लगाव था रश्मि अपनी हर एक बात एंजेल को बताया करती थी दोनों मित्रा एक दूसरे के साथ खुश रहा करते थे और अपनी कोई भी बात दुख दर्द मुझसे बात किया करते थे.इसीलिए 1 दिन उसकी मित्र रश्मि ने एंजेल को बोला कि मैं क्या तुमसे एक बात बांट सकती हूं?एंजेल ने कहा हां जरूर क्यों नहीं.तब रश्मि ने उसे बताया कि एक लड़का है जो रश्मि को बहुत दिन से बहुत परेशान कर रहा है.जहां जहां वह जाती है वहां वहां उसके पीछे-पीछे चला आता है. ना जाने उसके पास उसका नंबर कहां से है फोन पर भी वह से परेशान करता रहता है.हर थोड़े थोड़े समय में वह उसे मैसेज करता है कहने को तो वह बहुत उसका ख्याल रखता है नाश्ता किया खाना खाया पानी पिया उसकी दिन की हर एक जरूरतों का वह ख्याल रखता है,तब एंजल ने कहा यह तो बहुत अच्छी बात है क्यों तुम्हारा इतना ख्याल रखता है. तुम्हें तो खुश होना चाहिए क्यों तुम्हारे बारे में इतना सोचता है. तभी रश्मि ने उसे बताया कि वह उसे नहीं जानती वह एक अनजान इंसान है न जाने उसे उसका नंबर कहां से मिला. वह मेरा ख्याल रखता है वह तो अच्छी बात है पर साथ ही उसकी जिद है कि मैं ही उसकी पत्नी बनु. मैंने उसे बहुत समझाया कि यह सब मुमकिन नहीं है. मेरे घर वाले कभी भी मानेंगे नहीं. और वह अगर मान भी जाए तो क्या ही हो जाएगा जब मेरे मन में तुम्हारे लिए प्यार जैसा कुछ भी नहीं. यह बात सुनकर उस लड़के को बहुत गुस्सा आ गया. पहले तो उसने रशमी को बहुत समझाया कि तुम एक बार हां कर दो मैं तुम्हारे घर वालों से बात कर लूंगा और उन्हें मना लूंगा. और वो जैसा कहेंगे मैं वैसा बनने के लिए तैयार हूं पर रश्मि नहीं मानी. और उस लड़के का गुस्सा बढ़ता गया रश्मि को पाने की हर एक कोशिश करने लगा बार-बार उसे फोन और संदेश भेजने लगा रश्मि ने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया तो वो नए-नए नंबरों से उसे फोन और मैसेज करने लगा यहां तक कि वह लोगों के फोन को भी इस्तेमाल करके रश्मि से बात करने की कोशिश करने लगा और रश्मि को धमकाने लगा या तो तुम प्यार से मुझसे शादी कर लो और मेरी पत्नी बन जाओ या मैं तुम्हें भाग भगा कर ले आऊंगा या तो तुम्हारे घरवालों से बोलकर तुम मुझसे शादी कर लो चाहे जैसे भी करना पड़े पर मैं शादी तो सिर्फ और सिर्फ तुमसे करूंगा यह बात सुनकर रश्मि बहुत घबरा गई थी. और वह लड़का उसी तरह रोज रोज उसी परेशान करने लगा. रश्मि लाख मना करने के बाद और समझाने के बावजूद भी मैं अपनी बात से टस से मस नहीं हुआ रश्मि को और ज्यादा परेशान करना शुरू कर दिया. रश्मि बहुत बुरी तरह से डल चुकी थी फिर रश्मि ने अपने दोस्तों से कहा एक लड़का है जो मुझे बहुत परेशान करता है उसके दोस्तों ने उसका साथ दिया और उसे हिम्मत दी और कहां रश्मि तुम डरो मत हम तुम्हारे साथ हैं इससे रश्मि को हिम्मत तो मिली पर रश्मि फिर भी डरने लगी क्योंकि उस लड़के ने उसे परेशान करना तब भी नहीं छोड़ा और वह अब रश्मि पर नजर रखता और उसे बार-बार धमकाता कि तुम मेरी हो जाओ वरना मैं तुम्हें उठवा लूंगा. फिर रश्मि ने अपनी हिम्मत दिखाई और उसे बहुत खरी-खोटी सुनाई और उसे कहा तुम्हें जो करना है कर लो मैं कोई सामान नहीं हूं जो तुम्हारे ज़िद करने पर तुम्हें मिल जाएगा. और यह तुम्हारी मोहब्बत नहीं तुम्हारा आवारापन और पागलपन है क्योंकि जब सच्ची मोहब्बत करते हैं वह प्यार जगाते हैं परेशान नहीं करते. यही कहकर रश्मि ने उसे फिर से ब्लॉक कर दिया.