The Author Shruti Sharma फॉलो Current Read बस खुद पर भरोसा करने की देर है By Shruti Sharma हिंदी प्रेरक कथा Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books Devil I Hate You - 19 जिसे ढंग का डिशेज भी सीर्व करना नहीं आता,,,,,और अपने पैरों क... इला बेन पाठक की 'आवाज़'-- घरेलु हिंसा के विरुद्ध नीलम कुलश्रेष्ठ मैंने चालीस वर्ष पूर्व एक सर्वे किया था कि ग... डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 80 अब आगे,दिनेश की बात में आखिरी शब्द सुनकर उसके दोनों साथी नौ... रक्षण मेरी नींद नए आए यात्रियों ने तोड़ी। “देखो तो यह... Letter From Me - 4 Yes having lack of trust in connections where connected ones... श्रेणी लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी शेयर करे बस खुद पर भरोसा करने की देर है (7) 1.9k 7.1k 1 यूं ही कह देते हैं कई लोग की तुझमे कोई खास बात नहीं। हर लड़की , हर इन्सान खास नहीं होता। अब उन्हे कौन समझाए की हर इन्सान अपने आप में बहुत खास होता है। समझने वालों, देखने वालों को वो खासियत दिख ही जाती है और कुछ देखकर भी अनदेखा कर देते हैं। अगर कोई तुम्हे समझ नहीं पा रहा तो निराश ना होना। तुम एक हीरा हो और हीरे की परख हर कोई नहीं सिर्फ एक जौहरी ही कर सकता है। जिंदगी में समझाने वाले तो कई मिलते हैं मगर समझने वालों की कमी खलती है। तुम शिकायत करते हो की कोई तुम्हे समझ नही रहा पर कभी तुमने खुद को पूरी तरह समझने की कोशिश की है। जैसे समुद्र के तर से उसकी गहराई नही नापी जा सकती ठीक वैसे ही तुम्हें अपने अंदर गहराई तक खुद को सम्झना होगा। अपने अंदर की छिपी हुई कलाओं और अपनी प्रतिभा को पहचानना होगा। जब तक तुम खुद को ही नही जान पाओगे तब तक कोई तुम्हे कैसे समझ पाएगा। जब कोई तुमसे कहे कि तुमसे नही हो पायेगा। तब उस काम को तो ज़रूर कर के दिखाना क्योंकि असली मज़ा तो उसी काम को करने में आता है जिस काम को करने पूरा करने की लोग हमसे लेश मात्र भी उम्मीद ना रखें। लोगों की बेतुकी बातें सुनकर अपने आप को कभी किसी से कम मत आंकना क्योंकि तुम तुम हो। तुम्हारे पास अपना नाम है ,तो औरों की तरह क्यों बनना चाहते हो । अपने ही नाम को निखरो , अपनी ही पहचान बनाओ और एसी पहचान बनाओ की लोग तुमसे प्रेरित होकर तुम्हारी तरह बनना चाहें। तुम्हारे अन्दर इतनी क्षमता है की तुम की तुम कुछ भी कर सकते जो। बस ज़रूरत है तो खुद पर भरोसा करने की। किसी और पर ना सही खुद पर भरोसा तो भरोसा कर ही सकते हो। मेरी मानो तो हमे किसी भी हालात में खुद पर भरोसा करना नही छोड़ना चाहिये। अगर हमे खुद पर भरोसा है तो दुनिया भी तुम्हारा कुछ नही बिगाड़ सकती । एक बार अपने लक्ष्य की तरफ एक कदम बढ़ाकर तो देखो तुम्हारी मंजिल तुम्हे साफ साफ दिखाई देगी। जब तुम शुरुवात करते हो तो कई लोग तुम्हे कोसेंगे, तुम्हारी बुराई करेंगे , तुम्हारे सपनों पर भी सवाल उठाएंगे पर तुम दर कर या हार मानकर बिल्कुल मत बैठना क्योंकि ये दुनिया हमेशा तुम्हे कोसेगी क्योकिं दुनिया वालों का तो यही काम है पर तुम्हारा काम है इन सभी लोगों से डटकर सामना करना। इन्हे दिखना है की हम भी किसी से कम नहीं । हम जो ठान सकते हैं वो पूरा भी कर सकते हैं। अगर तुम सपने देखने की हिम्मत रखते हो तो हौंसला रखो क्योंकि ऊपर वाला उन्हे पूरा करने का जज्बा तुम्हे खुद ब खुद दे देता है। तुम्हारे सारे सपने साकार होंगे ज़रूरत है तो बस खुद पर विश्वास करने की । अपने फैसलों पर अडिग रहने की। अपने स्वप्नों को पूरा करने के लिये लगातार प्रयत्न करने की आवश्यक्ता है। बस खुद पर भरोसा करने की देर है।इतना भरोसा करो खुदपे की किसी और की ज़रूरत ना हो,लक्ष्य तुम्हारा सामने है तुम्हारे तो किसी और को आगे जाने ना दो।। ✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻-श्रुति शर्मा Download Our App