पोस्टकार्ड Ashish द्वारा प्रेरक कथा में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
श्रेणी
शेयर करे

पोस्टकार्ड

Networking क्या है, मैंने मेरी जिंदगी मैं कहा इस्तेमाल किया है और दुनिया के बड़े लोग कहा use कर रहे है?
Networking mean - Not more working

जब मैं study कर रहा था तभी मैंने एक notebook अलग रखी थी, जिसमें मैं जिसको मिलता था उसका address और नाम लिख लेता था, उसकी जन्मदिन तारीख लिख लेता था, ये बात है मैं पढता था 1 ली कक्षा मैं, मैंने चालू कर दिया data बैंक, तभी मेरे घर मैं लैंडलाइन phone नहीं था, मैं notebook भी गुजरी मैं से पुरानी लेके आता था क्यूंकि उस time घर से extra पैसा नहीं मिलता था, मुझे तो उस time बस एक ही लगन थी की मुझे सबलोग अच्छी तरह से पहचाने और मैं भी सबको पहचानू, कब किसकी जरूर पड़ जाय किसको पता.., मैं तो बस एक काम कर रहा था... बस मैंने एक पोस्टकार्ड उठाया, उसमे जन्मदिन की शुभेच्छा संदेश अलग अलग स्केचपन से डिज़ाइन करके मेरा पता लिखकर भेजता,,, मेरे दोस्त के पापा को मालूम हुआ, उन्होंने पोस्टकार्ड पर उनकी कंपनी का सिक्का मारकर मुझे 50 पोस्टकार्ड फ्री दिया और स्केचपेन सेट फ्री दिया... मेरा databank बढ़ता रहा, मैं उम्र मैं बड़ा होता रहा, टीचर, दोस्त, दोस्त के ममी -पप्पा, शादी मैं जाता databank ज्यादा होता रहा, लोग भी सामने से मुझे उनका पता और उनकी detail देते, मुझे अब तो कागज़ को मेरी नोटबुक मैं घर मैं बने हुए और बचे हुए भात से चिपकाना रहता, अब तो मुझे मेरे रिलेटिव मुझे 100 पोस्टकार्ड फ्री मैं देने लगे, अभी भी मेरे घर मैं फ़ोन और टीवी नहीं लगा था, मैं मेरी सोसाइटी के बच्चे से पोस्टकार्ड मैं त्यौहार के मुताबिक स्केचेस कराता और वो लोग मुझे थैंक यू कहते, क्यूंकि साइड मैं स्केचेस बनाने वाले का नाम लिखता, अब मैं कॉलेज मैं आ गया, कॉलेज की फीस ज्यादा थी, कॉलेज का समय था सुबह 7.45 am to 5.15 pm, कहीं से कॉलेज की फी तो लानी पड़ेगी, साइकिल मैं हवा भरनी पड़ेगी पैसा तो लाना पड़ेगा, कॉलेज बड़ी है तो पैसा ज्यादा चाहिए, शाम को मैंने चालू किया एक survey, सब के पास जाकर माहिती इक करने की,
एक market रिसर्च कंपनी मैं कोई भी समय मैं काम करो तो चले, मैंने कॉलेज से आने के बाद surveying का काम चालू हो गया, मेरे फॉर्म मै detail मैं पार्टी का नाम, उम्र, फॅमिली मेंबर्स detail, घर के इलेक्ट्रिक उपकरण की विस्तृत माहिती, वाहन के प्रकार, फ़ोन नंबर, पता, income ग्रुप, दर्जी का नाम, डॉक्टर का नाम, मकान का प्रकार, बाथरूम की संख्या, घर के रूम, घर का फ्लोरिंग material, कोल्ड्रिंक, मैगज़ीन, newspaper, नौकरी, बिज़नेस,पानी साफ करने के मशीन के बारे मैं, लाइफस्टाइल - कितनी सारी detail, अलग अलग लोगो के बारे मैं बहुत कुछ जानना, इन्वेस्टमेंट के बारे मैं.... मैं सब detail लिख के रखता था... मैंने टोटल 4 साल survey का काम पुरे भारत मैं किया, सबको मेरा पुराना connect का जरिया पोस्टकार्ड भेजना चालू था, बहुत लोगो का थैंक्स भी return पोस्टकार्ड आता था.... पोस्टकार्ड का फायदा ये था की पोस्टमैन देखे कलरफुल स्केच को, घर मैं जिसका नाम लिखा है उसके आलावा सब लोग देखे, पोस्टकार्ड सस्ता भी, और मुझे तो फ्री मैं मिलता था... अब networking का फायदा अब होगा... चमत्कार.....
मैंने मेरा बिज़नेस चालू किया, पोस्टकार्ड मैं detail लिखकर भेजना चालू किया, अब तो मेरे पास लैंडलाइन फ़ोन था, पेजर नंबर भी था.... मैं 25 पोस्टकार्ड भेजकर 5 दिन राह देखता, चमत्कार... कम खर्चे मैं मुझे बिज़नेस मिलने लगा... मेरे पास 100000 एक लाख,लोगो का data था... जिसके पास data, वो बिज़नेस मैं आगे, मैंने क्वालिटी मैं बांधछोड़ नहीं किया है, आज भी थैंक यू का पोस्टकार्ड भेजता हु, मेरे पास अभी mobiles है, email इस्तमाल करता हु, social मीडिया का use करता हु, फेसबुक, ट्विटर, लिंकदिन, वेबसाइट, वेबिनार करता रहता हु... जिसके पास data वो है वर्ल्ड बेस्ट.. अभी एक कंपनी ने मोबाइल सर्विस फ्री दी, लेकिन उसके पास 20 करोड़ लोगो का data आ गया था... कौन कहता है मार्केटिंग मैं बहुत खर्च होता है......
आप भी लिखिए
ये सही बात है जो मैंने इस्तेमाल किया
आप क्या करते हो
अब मैं networking के लिए
JCI, Lions, Rotary, BNI, Giants, Alliance, JITO, JBN, LBN, RMB, GICEA का मेंबर बन चूका हु, DATA बढ़ रहा है, दोस्ती बढ़ रही है, बिज़नेस बढ़ रहा है.... मैं अभी पोस्टकार्ड पर दुसरे की ऐड भी करता हु....
आशीष शाह
9825219458
कमैंट्स करो