गलतफहमियां - 2 Rajesh Kumar द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
श्रेणी
शेयर करे

गलतफहमियां - 2

गलतफहमियां शीर्षक के साथ प्रस्तुत है
"भाग-2"
राज को बड़ा अजीब लगा, लड़की ने खुद ही तो फोन किया और अब मना क्यों कर रही है। 4 से 5 दिन लगातार बातें हो रही थी। अब ये सब क्यों राज की बैचेनी बढ़ रही थी आखिर उससे क्या गलती हो गयी। राज ने कई मैसेज किए अगले दिन लड़की का मैसेज मिला हमारे यहां नेट प्रॉब्लम रहती है इस वजह से फोन नही लग रहा होगा। राज यार हद है आप से कम से कम एक कॉल तो कर ही लतीं, लड़की- पर क्यूँ मुझे तो इतना अर्जेंट नही लगा, और हाँ अब आप आगे से कॉल मत करना और न ही कोई मैसेज।
रात को राज ने फिर से मैसेज किया मुझे आप से एक जरुरी बात करनी है, लड़की ने कहा बोलो क्या बात करनी है। राज- क्या आप का कोई बॉयफ्रेंड है? लड़की हाँ है। राज को लगा शायद उसने पीछा छुड़ाने के लिए ऐसा बोल हो। राज ने लड़की से अपने दिल में उसके लिए जो था उसने बोल दिया लड़की ने मना कर दिया कि उसने कभी इस बारे में नही सोचा और वो तो केवल सामान्य तौर पर राज से बात कर लिया करती थी। लेकिन राज को ये सब झूठ लग रहा था। राज ने इसके बाद कि मैसेज किए मगर लड़की ने कोई जबाब नही दिया।
अगले दिन लड़की ने राज की वो पुस्तक भी वापिस कर दी जो उसने कंप्यूटर कोर्स की तैयारी के लिए ले ली थी। राज ने पुस्तक को देखा तो एक डायग्राम उस पर बना था, एक जगह सुंदर लेख में एक वाक्य मानो उसने राज को खुद का लेख दिखाने व जबाब में लिखा हो। बस राज ने इसे भी खुद से जोड़ लिया। कई दिनों बाद राज ने डरते डरते कॉल की उधर से वो लड़की हैलो हैलो कहती रही मगर राज के मुँह से कोई शब्द तक न निकला। कुछ देर बाद लड़की ने खुद राज को फोन किया। लड़की- तुम्हें एक बार में समझ नही आता क्या? आखिर मुझे क्यों परेशान कर रहे हो। राज- फिर वो सब क्या था।तुमने खुद मुझे कॉल किया मैंने तो नही शुरुआत तुमने की मैंने नही,
लड़की- वो सब एक आम बात थी तुमने इसे प्यार से जोड़कर देख लिया इसमें मेरी गलती नही। मैं तुम्हें ऐसा नही समझती थी लेकिन तुमने मेरे विश्वास तोड़ दिया। अगर आगे से फोन किया तो भाई को बोल दूंगी वो बड़े खराब है फिर देख लेना। राज ने बोला ठीक है आज के बाद न मैसेज करूंगा न कॉल लेकिन इस तरह किसी को चीट नही करना चाहिए और हाँ तुम अपने भाई से कह देना देखा जाएगा जो होगा। राज और लड़की के बीच हुई इस बात पर फुलस्टॉप लग गया। लड़की कोचिंग सेंटर पर भी नही आती थी अब लेकिन उसकी एक दोस्त जो वहां कम्प्यूटर सिखाया करतीं थी राज ने उन्हें फेसबुक पर फ्रेंड बनाया और एक बार इस बारे में चर्चा की। पहले तो वो बोली वाह जी हमें पता भी नहीं और तुम दोनों के बीच इतना कुछ हो गया। वैसे मैं और वो लड़की इतने अच्छे दोस्त भी नही हाँ बात चीत हो जाती है कभी कभार। राज ने उनसे रिक्वेस्ट की।
एक बार वो अपनी दोस्त से पूछकर बताएं कि राज के लिए उसके दिल में कुछ था भी कि नही। लड़की की दोस्त मान गयी और बोली ठीक है मैं उसे अपने घर बुलाकर पूछ लूँगी। राज को थोड़ी तसल्ली हुई कि अब कम से कम ये तो मालूम हो जाएगा कि राज का नज़रिया ही गलत था या फिर उस लड़की के मन में भी राज के लिए प्यार था।
शेष आगे