ये सच्ची घटना अमेरिका के एक छोटे शहर "विल्लीसका लोवा" कि है, कहा जाता है कि ये घटना 10 जून 1912 कि रात 3:00 बजे घटित हुई। जब एक परिवार (जे.डव्लू मूड़े ) विल्लीसका शहर के एक घर में रहने आए। (जे.डव्लू मूड़े ) अपनी पत्नी और चार बच्चों के साथ यहाँ रहने आए थे, उनके साथ दो और भी बच्चे थे, कहा जाता है। वो पहले दिन तो बहुत अच्छे से रहे, मगर एक रात जो हुआ वो आप ने सोचा भी नहीं होगा। वो रात बहुत डरावनी और काली थी। चारों और घना अँधेरा और ख़ामोशी सी छायी हुई थी, कहा जाता है, कि एक अनजान आदमी ने (जे.डव्लू मूड़े ) कि पूरे परिवार को कुल्हाड़ी से काट डाला। किसी का धर अलग तो किसी सर अलग? हैरत में डालने वाली बात ये भी है के वो अनजान कातिल कभी पकड़ा नहीं गया। तब से "विल्लीसका लोवा हाउस" हॉन्टेड है। इस घर के अंदर भयानक सी आवाज़े और अजीब चीज़े देखने को मिलती हैं। कभी किसी के रोने कि आवाज़ आती है। तो कभी चिल्लाने कि, कहा जाता है। ये घर अभी तक हॉन्टेड है। यहाँ कभी भी कोई नहीं आता, और ना ही आने कि सोचता है। एक बार दो पत्रकार इस घर कि हक़ीक़त को जानने के लिए कैमरे के साथ उस घर में गए। दोनों पत्रकार अलग-अलग कमरे में जाकर वीडियो रिकॉर्ड करने लगे। तभी एक पत्रकार कि दूसरे रूम से चिल्लाने कि आवाज़ आती है। तो दूसरा पत्रकार भागता हुआ उसके पास जाता है। तो देखता है कि उसका साथी ज़मीन पर कैमरे साथ बेहोश हुआ पड़ा है। वो घबरा गया और कैमरा रख कर आजू बाजू हैरत से देखने लगा। उसने उसके मुंह पर पानी का छीटा मारा, और वह जाग गयी। वह डर कर उठी और बोली "मैंने किसी को कुल्हाड़ी के साथ दूसरे कमरे में जाते देखा। मैंने उसका जब पीछा किया और कैमरे में रिकॉर्ड करना चाहा..! मगर तभी किसी ने मेरे सर पर पीछे से लैंप फेंक दिया और में बेहोश हो गयी" तभी घर के सभी दरवाज़े और खिड़कियां अपने आप ही बहुत ज़ोरों से हिलने लगते हैं। वो दोनों पत्रकार मौका देखकर वहाँ से निकल जाते हैं। और उनकी जान बच जाती है। मगर कैमरे में कुछ भी भूतह घटना रिकॉर्ड नहीं हो पाता है। इस घटना के बाद दोनों पत्रकार अपनी आपबीती मीडिया के माध्यम से बतातें हैं। कुछ लोगों ने यक़ीन भी क्या और कुछ नहीं भी आपको क्या लगता है? अगर आपको जिंदगी में कभी अमेरिका जाने का मौका मिला तो क्या आप "विल्लीसका लोवा के उस हॉन्टेड घर में जाना पसंद करेंगे? हमें कमेंट्स करके ज़रूर बताइयेगा इस कहानी को पढ़ने के बाद, शायद हमसे से किसी को ऐसा लगता हो कि ये घटनाऐं झूटी हैं। तो वो लोग अपना शक दूर कर सकतें हैं। मगर अपनी जिंदगी का सौदा मौत से कौन करना चाहेगा? अंत में कहना चाहूंगा कि ये सच्ची घटना आपको कैसी लगी अगर अच्छी लगी तो हमें कमेंट्स करके ज़रूर बतायें। साथ ही मेरी नॉवेल "खूनी साया" को पढ़ना ना भूलें, तीसरी किस्त जल्द ही अपलोड होने वाली है। तो जल्दी करिए।