अधूरी कहानी - 9 Heena katariya द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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अधूरी कहानी - 9

जय और सना ऑफिस पहुंचते हैं। तभी जय कार पार्क करने में व्यस्त था और सना जय से कहती हैं।

सना: सर!!?
जय: ( कार को पार्क करते हुए) हम्म बोलो!!
सना: सर वो अक्टयुली... अम्म वो...!
जय: (कार को बंद करते हुए सना की ओर देखते हुए।) व्हाट!! अब क्या हुआ यार कितनी बार कहा है कि डायरेक्ट बात करो मुझसे मुझे तुम्हारा ये डर बिल्कुल भी पसंद नहीं।
सना: सर वो आप कब मुझ पे गुस्सा हो जाए ये मुझे पता नहीं इसीलिए में बिना डर के बात नहीं कर पाती अगर विशाल सर होते तो...।
जय: ( सना की बात को काटते हुए) ( आइब्रो ऊपर करते हुए) विशाल क्या?? हा!!
सना: सर ये बाते हम फिर कभी करेगे पहले जो में कह रही हूं वह सुने प्लीज..!!
जय: क्यों ऐसी कोन-सी इंपॉर्टेंट बात है जो बाद में नहीं हो सकती?
सना: सर वो दरअसल!! मिस लता.. आई मीन मिस चौधरी आज जो भी हुआ उसके बाद मुझे नहीं लगता विशाल सर उन्हें जॉब पर रखेंगे तो !!!
जय: तो!!?
सना: तो सर बात यह है कि उन्हें इस जॉब की सखत जरूरत है । तो आप प्लीज क्या विशाल सर से रिक्वेस्ट कर सकते है कि वह एक सिर्फ एक चांस दे ।
जय: ( आइब्रो ऊपर करते हुए ) और यह बात में क्यों करू? आई मीन तुम खुद भी तो रिक्वेस्ट कर सकती हो ना !
सना: हां में भी इस मसले में सर से बात कर सकती हूं। पर विशाल सर को आप अच्छी तरह से जानते है। जब बिज़नेस की बात आती हैं तो उन्हें सिफारिश बिल्कुल भी पसंद नहीं है।
जय: ( गुस्से में ) अच्छा तुम्हे जब इतना ही पता है कि विशाल को क्या पसंद है और क्या नहीं तो फिर मुझे क्यों कह रही हो बात करने के लिए?
सना: क्योंकि जितना मै विशाल सर को जानती हूं उससे कई गुना आपके स्वभाव से भी परिचित हूं। मै अच्छी तरह जानती हूं कि अगर किसी को मदद कि जरूरत हो तो आप मना नहीं करेगे? और विशाल सर को समझाना आपके ही बस की बात है।
जय: ( मुस्कुराते हुए ) अच्छा!! और तुम्हे किसने कहा कि मुझे लोगो की हेल्प करना पसंद है?
सना: ( बिना सोचे समझे ) मुझे कोन कहेगा में खुद पूरा दिन यही तो देखती हूं!!
जय: ( चहेरे पे बड़ी सी मुस्कुराहट आ जाती हैं) क्या??
सना: ( बात को संभालते हुए ) मतलब पूरा दिन ऑफिस में काम करती हूं तो आप भी ऑफिस में ही काम करते है। तो सीधी सी बात है मुझे कोन कहेगा !! हिहिहीहिहिह!!
जय: ( सना की नकल करते हुए ) हिहिहिहिही!!! अच्छी कोशिश थी लेकिन बिल्कुल बेकार !! अब बताओ !!
सना: ( चिल्लाते हुए) विशाल सर!!! हा विशाल सर ने मुझे काम सौंपा था अगर वो नहीं हुआ तो मिस लता का तो पता नहीं मेरी छुट्टी जरूर हो जाएगी । तो बाय सर ऑफिस में मिलते है। ( कार का दरवाजा खोलते हुए ऑफिस की ओर तेज़ी से जा रही थी।)
जय: ( चिल्लाते हुए ) सना बात अभी खत्म नहीं हुई तो तैयार रहना क्योंकि जब तक बात खतम नही होगी मै तुम्हारा पीछा नहीं छोडूंगा!!।
सना: तब की बात तब करेंगे अभी आप विशाल सर से बात करे प्लीज!! ( ऑफिस का मुख्यद्वार खोलते हुए)
जय: ठीक है!! लेकिन तुम्हे भी कुछ देना होगा बदले में ।
सना: क्या?
जय: वह में बाद में बताऊंगा!! ( ऑफिस में जाते हुए)
सना: मेरे पास तो कुछ भी नहीं है देने के लिए !! क्योंकि बॉस तो आप है अब मैं भला बदले में आपको क्या दूंगी !!
जय: कुछ भी मतलब तुम भी कीमती इंसान हो आखिरकार!!
सना: ( डरते हुए) क्या मतलब !! देखिए सर मै अपनी किडनी नहीं दे सकती । देखा है मैने मूवीस में की अकसर बड़ी बड़ी कंपनी में ऐसे गेरकानूनी काम होते हैं ।
जय: ( खुद को हंसने से रोकते हुए) अच्छा!! अब जब तुम्हे हमारे बिजनेस के बारे में पता चल हि गया है तो तुमसे क्या छुपाना अब तुम तो मेरी अपनी ही हो!!
सना: ( सना का चहेरा डर की वजह से फिका पड़ गया था) तो.... आ.. प... और वी...शा... ल्ल. स...र...!!
जय: ( झूठमूठ का सीरियस होते हुए ) हा बिल्कुल सही मै और विशाल यही तो करते हैं । यह बिजनेस तो सिर्फ हमारे इलिग्ल बिजनेस को छुपाने के लिए है! और रही बात तुम्हारी तो तुमने सही कहां बदले में तुम्हारे पास से में किडनी ही मांगने वाला था !!। वो क्या है ना तुम्हारी किडनी भी इतना खाना खाने के बाद काफी हेल्थी होगी तो उसके काफी अच्छे दाम भी मिल जायेगे!!।
सना: ( डर की वजह से नाखून चबा रही थी।) स...र..वो... मेरी... किड...नी तो इ..तनी अच्छी भी न..हीं.. होगी...!! और में.. आपके लि...ए इतने... सा...ल से काम कर रही हूं तो क्या आप मुझ...से बद..ले.. में औ...र... कु...छ.. नहीं.. ले.. सकते ...!! जैसे..।
जय: ( हंसी को रोकते हुए एक आइब्रो को ऊपर करते हुए ) जैसे कि !!?
सना: जैसे.. की मेरे सारे डिस्काउंट कूपन आपको दे दूंगी!! सारे रेस्टोरेंट्स में वह १०-५०% डिस्काउंट मिल जाएगा। मैंने अपने भाई को भी नहीं दिए यह कूपन । उससे काफी समय से छिपाकर रखे हैं। आप चाहे तो वह ले ले । आई स्वेर टू गोड में एक भी कूपन नहीं रखुगी !!।।
जय: ( जोर जोर से हंसते हुए) हाहाहाहाहा...हाहाहा.... ओह गॉड लुक एट यू!! माय माय व्हाय आर यू सो इनोसेंट!!!?? यूं आर मेकिंग मी क्रेजी फॉर यूं !!! आहाह..हाहाहाहाहा...! ओह गॉड सना. सना... क्या करू में तुम्हारा !!!
सना: जी क्या मतलब!!!?
जय: ( सना की ओर आश्चर्य मै देखते हुए ) माय गॉड में मज़ाक कर रहा था!! पागल ... पता नहीं कब तुम समझोगी की लोग तुम्हारे साथ मज़ाक कर रहे हैं!!।
सना: ( जय की और आश्चर्य में देखते हुए ) मतलब आप अवैध बिजनेस नहीं कर रहे हैं राइट!!।
जय: ( मुस्कुराते हुए ) नहीं!!
सना: ( मुस्कुराते हुए) या खुदा!! तेरा लाख लाख शुक्र है । जो मेरी जान बख्स दी!! ।
जय: सीरियसली तुम्हे ये सब सच लग रहा था?
सना: ( चिल्लाते हुए ) हा!! तो पता है मेरी जान गले मै अटकी हुई थी!! आप काईम एपिसोड नहीं देखते क्या? कैसे शरीफ दिखने वाले बॉस सीरियल किलर निकलते हैं ।
जय: हहाहाहाहा... कौन सा एपिसोड और कौन सी बकवास सीरियल देखती हो तुम!!?
सना: बकवास!!!! अरे आपने पिछले हफ्ते का एपिसोड देखा होता तो मालूम होता आपको!! कितना अच्छा एपिसोड था । बिचारी निम्मी !! बेवजह ही मारी गई!!।
जय: निमी??
सना: ( मुंह बिगाड़ते हुए ) आप निम्मी को नहीं जानते!!।
जय: नहीं!!
सना: तो आप इस दुनिया में क्या कर रहे हैं ! किसी और ग्रह पर जाके बस जाए!! या खुदा आज पहली बार पता चला ऐसे भी इंसान है दुनिया में।
जय: अब तुम ओवररीएकट कर रही हो??
सना: हा ठीक है मानती हू !! पर कितनी बोरियत है आपकी ज़िन्दगी मै!!! ।
जय: ( गुनगुनाते हुए ) इतनी ही फिक्र है तो तुम आ जाओ मेरी लाईफ में!!
सना: क्या !! कहा आपने मैंने सुना नहीं?
जय: बस यहीं की !! तुम तो हो मेरी लाईफ में फिर बोरियत कैसी!!?
सना: हां ये भी सही है !! मै तो भूल ही गई थी कि मै आपके लिए ही काम करती हूं!! हिहिहिहिही!!
जय: चलो अब बाते बहोत हो गई अब काम भी कर ले थोड़ा!!
सना: ओह शीट!!! बिल्कुल सही कहा!!।।
जय: ..... ( जय कुछ कहने ही वाला होता है कि आवाज आती हैं )

" कुते उबले हुए आलू जैसे दिखने वाले इंसान तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई यहां आने की "

" आवाज नीची रखो अपनी और ये मत भूलो तुम मेरी ऑफिस में खड़ी हो!! मै चाहूं तो धक्के मार के तुम्हे निकाल सकता हूं! पर क्या है ना!! मै तुम्हारी तरह जाहिल नहीं हूं !!।

सना: लगता है हम सही वक्त पर आए हैं??
जय: ( मुस्कुराते हुए) हान लगता तो कुछ ऐसा ही है!!
सना: चले सर अब इससे पहले वह दोनों बच्चों की तरह लड़े!!
जय: मुझे तो मज़ा ही आ रहा है आखिरकार विशाल को टककर देने वाला कोई तो मिला है ।
सना: सीरियसली!!!? पागल हो गए हैं आप! इतने सीरियस मेटर में आपको मजा आ रहा है ।
जय: तुम नहीं समझोगी अभी बाद में पता चलेगा मै क्या कह रहा हूं!! फिलहाल चलो वर्ना दोनों ही एक दूसरे को नोच खायेगे!!।
सना: बिल्कुल सही!!।

यह कहते हुए सना ओर जय आवाज की दिशा मै आगे बढ़ते हैं । वह दोनों प्रोजेक्टर रूम में पहुंचते हैं तो देखते हैं । लता और विशाल दोनों ही एक दूसरे को मारने पे तुले हुए थे । यह देखकर सना परेशान हो जाती हैं तो दूसरी ओर जय मुस्कुरा रहा था । सना लता के पास जाने की कोशिश करती हैं । तभी जय उसे रोकता है ओर जहां है वहीं खड़े रहने के लिए कहता है । तभी विशाल कुछ कहने वाला होता है कि लता उसके पास पड़ा कॉफी का मग उठाती है और विशाल के मुंह पर कोफी फेक्ती हैं जिससे विशाल का पूरा शूट खराब हो जाता है । विशाल गुस्से की वजह से लाल पीला हो रहा था । तभी जय जोर जोर से हंसने लगता है जिससे तीनों का ध्यान जय की ओर पड़ता है । विशाल गुस्से से जय की और देख रहा था । सना आश्चर्य से जय की और देख रही थी कि कहीं जय पागल तो नहीं हो गया जो वह इतने गंभीर वक़्त पर हंस रहा है । जय तो किसी की भी परवाह किए बिना जोर जोर से हंस रहा था ।