BABY -2 - 1 Dhruv oza द्वारा नाटक में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • साथिया - 123

    मनु ने सांझ को ले जाकर अक्षत के कमरे में  बेड  पर बिठाया  और...

  • मोमल : डायरी की गहराई - 33

    पिछले भाग में हम ने देखा कि मोमल और अब्राहम की अच्छी तरह शाद...

  • Venom Mafiya - 6

    अब आगे अंश की ज़िंदगी जैसे दो राहों पर खड़ी थी – एक तरफ उसकी...

  • आत्मा की देहरी पर

    अध्याय 1: एक अधूरी खोज   रात का सन्नाटा चारों ओर पसरा था। हल...

  • जीते जी श्राद्ध ?

    कई दिनों से घर में जोर – शोर से तैयारियाँ चल रही थी | माँ –...

श्रेणी
शेयर करे

BABY -2 - 1

Screening 1

{Arabian sea}
(एक जहाज के मुहाने पे बैठे दो शक्स बात करते हुए)

पेहला शख्स - क्या सभी तैयारियां मुकम्मल हो गयी है?

दूसरा शख्स - हा हमीद जैसा तुमने बताया सब प्लेन के मुताबिक है इंशाअल्लाह इस बार हिदुस्तान में अबतक की सबसे बड़ी ईद मनाई जाएगी और हमे ईदी भी सबसे बड़ी मिलेगी ।

हमीद - नही फरहान ये मेरे चाचाजान के लिए मेरी तरफ से ...नही मेरी नही हिदुस्तान की तरफ से सबसे बड़ा तोहफा होगा ।

(हमीद जोरो से हँसते हुए)

(दिल्ही का एक कार्यालय)

(एक बड़ी सी बिल्डिंग में घुसते हुए एक लेडी ऑफिसर अपने एक दूसरे ऑफिसर को कहती हुई)

लेडी ऑफिसर - देखो अब ये केस हमारे हाथ मे नही सरकार ने इस केस के लिए एक टीम तैयार की है और ये किसी भी सरकार के लिए काम करने वाली अबतक की सबसे मंहगी टीम है ये लोग अगले दो दिनों में यहां पहोच रहे है और वही इस केस को हैंडल करेंगे अब इसके लिए मुजे तुमसे ओर कुछ नही सुनना तो प्लीज़ अब इस केस को लेकर दुबारा मेरे पास मत आना,

दूसरा ऑफिसर - लेकिन देखो; देखो मेरी बात तो एक बार बस सुनलो , ठीक है; ठीक है देखो मेरे लिए सिर्फ इतना करदो की मुजे उस टीम में एक जगह मिल जाये; देखो इसके लिए कोई एक्स्ट्रा पैसे भी नही चाहिए और नाही प्रमोशन बस मुजे इस केस से मत हटाओ मेंने बहोत छानबीन की है इस केस के लिए प्लीज़, में तुमसे हाथ जोड़ता हु।

लेडी ऑफिसर - ठीक है अब ये सब ड्रामा बंध करो और इस केस से जुड़ी मुजे एक फ़ाइल बना कर अगले दो घंटे में दो , में मीटिंग में जाने वाली हु वहां ये काम मे करदुंगी, लेकिन में तुम्हे इस केस पे सिर्फ एक साथी के रूप में डाल रही हु तुम्हारी वजह से अगर एक भी ओर कंप्लेन आयी तो तुम इस केस से बाहर । यू गोट धेट ?

दूसरा ऑफिसर :- ठीक है ; ठीक है डन ।

(दिल्ही का हाई कमांड सेंटर)

(ऑफिस बरामदे में एक शख्स लेडी ऑफिसर को वेलकम करते हुए)

मिस्टर चिनॉय - ओ मिस फारूकी केसी है आप ? मेरे साथ आईये प्लीज़ इस तरफ ।

मिस फारूकी :- मिस्टर चिनॉय में केसी हो सकती हु जब हमारा मुल्क किसी खतरे के बीच हो ,

वेसे में जानती हूं मिस्टर चिनॉय कहा जाना है पहली बार मे थोड़ी यहां आ रही हु, लेकिन हर बार आपका यू वेलकम करना अच्छा लगता है शुक्रिया ।

मिस्टर चिनॉय :- थेँक्यु मिस फारूकी ये मेरा काम है , कॉन्फ़्रन्स रूम उस तरफ है आपका दिन शुभ हो ।

(मिस फारूकी कॉन्फ़्रन्स रूम में दाखिल होती है)

मिस फारूकी :- हेलो मिस्टर प्रेसिडेंट , हेलो वाइज प्रेसिडेंट ।

प्रेसिडेंट - आईये मिस फारूकी प्लीज़ बेठ जाईये ।

(कॉन्फ़्रन्स रूम की लाइट ऑफ होती है और एक ऑफिसर खड़ी होती है कुछ ब्रीफ करने के लिए)

ऑफिसर :- क्या हम शुरू करे मिस्टर प्रेसिडेंट ?

प्रेसिडेंट :- हा ज़रूर लता आप शुरू करे ।

मिस लता :- वेलकम लेडिस एन्ड जेंटलमैन मेरा नाम मिस लता शाह है और में आजकी इस कॉन्फ़्रन्स के बारे में आप सब को ब्रीफ करने वाली हु आप सब ये अच्छी तरह से जानते है कि आज हमारा देश किस मुसीबत में हैं , ओर
में शुरू करू उससे पहले में आपको कुछ तस्वीरें बताना चाहती हु प्लीज़ इस स्क्रीन पे ध्यान दे ।

(स्क्रीन पे पहली तस्वीर आती है)

ये पहली तस्वीर आजसे बारह दिन पहले की है , उसके बाद हर रोज़ हमे ऐसी तस्वीर मिलती जा रही है ये देखिये ,

(स्क्रीन पे एक के बाद एक तस्वीर आती जाती है)

ये सब तस्वीरे जिस आईडी से हमे भेजी वो एक पंदह साल के बच्चे की स्कूल की आईडी है ,

ओर ये तस्वीर बाहर के मुल्क की है जैसे , तिर्की, तज़ाकिस्तान, ओमान, नाइजीरिया, वगैरा वगैरा,
ओर ये आखरी तस्वीर काठमांडू की है , ओर इस तस्वीर में दिखाए गए लोग हमारे ओर दुनिया के बहोत सारे मुल्क के है, जो वहां किसि ना किसी काम या पढाई के सिलसिले में है।

आप सब ये जानते है कि आज के समय मे हर देश मे हर संस्था के पास अपने जासूस है जो वो दूसरे देशो में भेजते है वेसे ही आतंकवादी भी अपने जासूस दूसरे देशों में भेजते है बस उनका ओर हमारा मकसद अलग होता है।

ओर ये जो तस्वीर में आपको ट्रेनिंग लेते हुए दिख रहे है ये ट्रेनिग उनको स्लीपर सेल बनाने की ट्रेनिंग है । और ये सब आतंकवादी है ।

हमारी इंटेलिजेंट रिपोट्स के ज़रिए हमे ये पता चला है कि हमारे देश मे अभी तक ग्यारह हजार से ज़्यादा स्लीपर सेल भेजे जा चुके है , जिनको सही वक्त आने पर काम दिया जाना है ।

इससे पहले हमने ग्यारह स्लीपर सेल ओर उसके हेड ओर उनके सभी साथी को मिलाके कुछ तीस आतंकवादियो को 2015 में मारा था जो कि आप सब जानते है।

ओर पिछले बम धमाको में हमे डाटा वेरिफाई करने पर दोसो स्लीपर सेल के बारे में पता चला था तब से में ओर हमारी टीम यही खोजने में लगी थी और अब तक हमे ये नतीजा मिला है ,

अल-मजीद ओर शेर-ए-कुव्वत,

ये दो नाम दो बड़े आतंकवादी संगठनों के नाम है , ओर इन संगठनों का काम स्लीपर सेल बनाना है ।

ओर फिर उनको अलग अलग आतंकवादी संगठनों को सौप देना है , उसके बाद ये संगठन के निर्देश पे उनको बताये हुए देश मे जाते है और ऐसे घुलमिल जाते है जैसे वो उसी देश का हिस्सा हो और फिर सही समय आने पर उनको निर्देश मिलते है और फिर वो उन निर्देशो का पालन करते है।

अभी आप सबको यहां बुलाया गया है उसकी एक बड़ी वजह अभी हाली में हुई उनकी मूवमेंट को देखते हुए है।

इंटेलिजेंस से पता चला है कि आने वाली ईद पे हमारे देश मे इन छिपे सभी स्लीपर सेल्स को कोई निर्देश मिलने वाला है और कुछ बहोत बड़ा प्लान है , हमारे उरी हमले ओर एयर स्ट्राइक के बाद अब उन लोगो के पास इसके अलावा और कोई चारा नही है , वो हमारे देश मे आंतर युध्द शुरू करवाना चाहते है क्योंकि इन दो हमलो ने ये जाता दिया ही अब वो हमसे युद्ध सीधे तो कर नही सकते ओर यही एक वजह है,

शरुआत पिछले साल हुई तेईस मोब्लिंचिंग की वारदातों से करते है , इससे पहले हमारे देश मे एक साल में कभी इतनी मोब्लिंचिंग एक साथ नही हुई,

हमने जब पोलिस ओर बाकी एजेंसिस के डेटा को वेरिफाई करके पांच शख्सों को पकडा ओर पूछताछ की कुछ ऐसा सामने आया ।

(एक वीडियो स्क्रीन पे शुरू होता है जिसमे एक शख्स स्लीपर सेल्स के बारे में ओर उसको हाली में मीले निर्देशो के बारे में बात करता है)
(वो बताता है कि पिछले बारह साल से कैसे वो इस देश मे रह रहा है और कैसे उसको वहां से निर्देश मोह्या होते है और उनकी पूरी जानकारी बताता है)

(वीडियो खत्म होता है कर लाइट्स शुरू होती है)

लता शाह - ये बयान ओर शुरू में दिखाई गई तस्वीरों से हमे ये पता चला है कि इन सभी स्लीपर सेल्स को निर्देश मिलना शुरू हो गया है और कमसे कम एक हफ्ते के अंदर हमारे देश मे रेहरहे सभी स्लीपर सेल्स को निर्देश मिल जाएंगे ।

क्योकि ईद अगले महीने की सात तारीख को हे और हमारे पास इन सबको रोकने के लिए सिर्फ सत्तरा दिनों का वक़्त है ।
ओर हा अभीतक हमे ये पता नही चला है कि इस बार हमारे देश मे उनका टारगेट क्या है,