खुशी Karan Somani द्वारा कविता में हिंदी पीडीएफ

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खुशी


जीवन की भागमभाग होड़ में खुशी का कोई ठिकाना ना रहा इंसान जीवन के संपूर्ण खुशी के लिए उन मुसाफिरों की दौड़ में लग गया जहां इस संसार की दौड़ ना कभी खत्म होती है और ना कभी रुकती है| इंसान अपनी जिंदगी को खदेड़ता जा रहा है, जैसे जीवन के कुछ पल रह गए हो, कभी ना रुकने वाली इस खूबसूरत जिंदगी में वह खुशी के भाव को ही भूल बैठा है |दुखो, चिंताओं,धन दौलत, गरीबी से परेशान होकर भी इंसान जीवन को आगे बढ़ा रहा उसे कभी सुखी होने का मौका ही नहीं मिला, क्रोध अहंकार घृणा की भावना लेकर इंसान ने इस दुख के बोझ को पकड़ लिया है जो कब तक रुकेगा इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता खुशी को पाने के लिए संसार में कई नियम को दिखाया एव समझाया गया है जो बिल्कुल दैनिक जीवन से परे हैं खुशी आपके जीवन के पल पल, कण-कण में है लेकिन इंसान ने कभी समझने की कोशिश नहीं की | आपकी सोच और विचार, संतुस्टि ही आपके जीवन की खुशी का राज है विचारों में सकारात्मकता और अच्छा रवैया लेकर ही जीवन बिताया जा सकता है अपने दिमाग से नकारात्मकता के कीड़े को निकाल दें और हर बात पर कुछ नहीं हो सकता, मै कुछ नहीं कर सकता जैसी बाते कहना को छोड़ने पर ही जीवन स्वर्ग है जीवन में आगे बढ़े और एक नई योजना बनाए, जिससे आपको अपने लक्ष्य तक शीघ्र पहुंचने में मदद मिले हिम्मत का झोला साथ ले और हर दिन एक नई ऊर्जा के साथ जीवन बिताएं वही काम करें जो आपकी इच्छा है नहीं तो अंत में रहेंगी "जिम्मेदारियां और मजबूरियां" जो अनिवार्य हो जायेगा
मैने ये तीन कविताये बताई है इनसे आपको ज़िन्दगी
को जीने मे कुछ मदद मिलेगी |

"जिंदगी की इस भागम-भाग होड़ में
अजनबी मिला में इन मुसाफिरों की दौड़ में,
ठोकरे लगी, मिला नही फिर भी कोई सुराग
अभी भी नही थी, दिल में वैसी आग,
समझा नही क्या था, ऐसा मुझमें
जिसने किया अलग इन, उलझनभरे मुसाफिरों से,
क्या सुन ली, दिल की दो बाते
दो पल के चिंतन में ही कट गई राते,
मुझे भी दिया समझा, यह पूरा जहान
अजनबी को, इस चिंतन ने ही बनाया महान,
जिंदगी की इस भागम भाग होड़ में
अजनबी मिला में इन मुसाफिरों की दौड़ में"

"जिंदगी मे चलना ही काम है
जीवन इसी का ही नाम है
पथ बना और आगे बढ़
कर जा हिम्मत, ऊपर चढ़
झुकने वालों मे से, मैं नही
मुड़ने की मेरी ओकात नही
कठिनायों से निकलना मेरा कर्म है
मंजिल पर विजय ही मेरा ध्रम है
हिम्मत ने बनाया मुझे इस खास
"मैं" की भावना मे है मेरा नाश
जिंदगी मे चलना ही काम है
जीवन इसी का ही नाम है |

तू कर, तू करेगा, तू कर सकता है
मुश्किल नही है बड़ी तू जीत सकता है
कागज से पढ़ी चंद लाइनो से नही
जुनून की आग से ही तू बढ़ सकता है
सुन लिया राही मुसाफिरों से कुछ तूने
सोच गयी बदल, दिल कहता तू उलझ नही सकता है
जिंदगी खूबसूरत है मोड़ नही, सोच बदल
लक्ष्य बना, धैय रख, हिम्मत कहती तू पहाड़ भी चढ़ सकता है |
Thanks for reading