अधूरी कहानी - 4 Heena katariya द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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अधूरी कहानी - 4

जय जब सुबह ऑफिस आया सभी उसे गुड मॉर्निंग विश कर रहे थे वह सभी को सिर हिला कर रिप्लाई दे रहा था लेकिन जब सना ने उसे गुड मॉर्निंग कहा तो जय ने उसकी ओर देख ता भी नहीं और बिना कुछ कहे अपने ऑफिस में चला गया यह देखकर सना समझ नहीं पाई की जय अभी तक उससे गुस्सा है या फिर सच सच में नाराज सना ऐसे ही सोची रही थी की तभी उसे पीछे से डोग की आवाज आती है जिससे वह डर जाती है जब वह पीछे देखती है तो विशाल था सना उसे कहती है
सना : या खुदा सर आपने तो मुझे डरा ही दिया
विशाल : क्या सना तुम भी आहाआहाहाआहा वैसे किस सोच में पड़ी थी तुम आज जो इतनी देर तक ऐसे ही यूं ही सोचते सोचते तुमहे यह भी पता नहीं चला कि तुम्हारे पास कब आ गया और मुझे गुड मॉर्निंग विश नहीं किया आज तो तुमने
सना : अरे सर कुछ खास नहीं बस ऐसे ही मैं सोच रही थी आई एम सॉरी एंड गुड मॉर्निंग सर
विशाल : आर यू श्योर की कोई बात नहीं थी
सना : यस सर सच में कोई भी खास बात नहीं थी
विशाल : ओके धेन गुड मॉर्निंग ( मुस्कुराते हुए )
सना : ( मुस्कुराते हुए) गुड मॉर्निंग सर आ.....
जय : (सना की बात को काटते हुए) (गुस्से में) तुम दोनों का ये गुड मॉर्निंग गुड मॉर्निंग खेलना हो गया हो तो अब कुछ काम भी कर ले यह ऑफिस हैं कोई सड़क नहीं जहां पे पूरा दिन गुड मॉर्निंग गुड मॉर्निंग खेल लो और मिस खान आप कृपया अपने डेस्क पर जाएंगी तो आपकी बहुत बड़ी मेहरबानी होगी हम पर
सना : सॉरी सर
विशाल : बाय सना ( मुस्कुराते हुए)
सना : ( जय की ओर देखते हुए फिर विशाल की ओर देखकर कहती हैं) बाय सर ( मुस्कुराते हुए )
जय : ( गुस्से में ) सना की ओर देखते हुए मिस खान in my office after five minutes don't be late if you do than you will be fire now back to work

( जय यह कहकर अपने ऑफिस की ओर जाता है विशाल भी उसके पीछे ऑफिस में चला जाता है और फिर कहता है)

विशाल : चिल मेरे बब्बन शेर आज फिर से तू इतने गुस्से में क्यों है यार मैं ही उससे बात कर रहा था इसमें उसकी कोई गलती नहीं है
जय : विशाल ये मेरा ऑफिस है और वो मेरी रिसेप्शनिस्ट है तो में उससे फायर करू या ना करू इसमें तुम्हारा कोई लेना-देना नहीं है तो तुम इस मैटर में ना पढ़ो वही बेहतर है
विशाल : (जय को चिढ़ाते हुए) ओके धेन पर अगर मैं उसे अपनी पर्सनल असिस्टेंट बना लूं तो कैसा रहेगा वैसे भी वो इतनी क्यूट है कि मेरा दिन तो ऐसे बन जाएगा क्या पता शायद मुझे पसंद भी....
जय : ( गुस्से में चिल्लाते हुए) विशाल्ल्ल .....
विशाल : ओके ओके ओके मैं मजाक कर रहा था don't take it serious
जय : अगर आइंदा ऐसा मजाक किया तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा समझ गए तुम
विशाल: ok fine calm down bro I am just joking I am not interested in her and I will never ever be
जय : कभी सोचना भी मत क्योंकि उस पर सिर्फ और सिर्फ मेरा ही अधिकार है समझे तुम अगर तुमने उसकी ओर देखा ना विशाल मैं खुद नहीं जानता मैं क्या करूंगा
विशाल : what's wrong with you man are you ok she is not yours you know even she don't know that you like her you can't claim her first you have to tell her
जय : she is mine and always be my if she accept it willingly then it's good for her if she does not accept it then I will make sure that no one can touch her or look at her because she is all mine and I will make her my by hook or crook
विशाल : jay look at yourself man this is not you you are changed it's not good for you this is not love please realised it before it's too late because love can't be forced
जय : (विशाल को धक्का देते हुए )what do you know about love tell me what do you know haan I'm waiting here that one day she realized how long I'm waiting for her but she is so stupid still she does not realized that I am in love with her and guess what her family ..…. ( रोते हुए विशाल को लिफाफा देता है )
विशाल : ( विशाल लिफाफा खोलता है और कुछ बोल नहीं पाता थोडी देर बाद कहता है) जय आई एम सॉरी मैंने बिना जाने ना जाने क्या कह दिया ...
जय : क्या फायदा जिसे समझना है वो तो खुशी खुशी किसी और कि होने जा रही है ...
विशाल : जय अभी भी देर नहीं हुई यार इंगेजमेंट हो उससे पहले सना को बता दो
जय : ( जय जोर जोर से दर्द के साथ हंसते हुए ) क्या बताऊं उसे की मै कितना बड़ा बेवकूफ हूं या फिर ये की मेरा दिल किस तरह उसने अनजाने में ही सही टुकड़े टुकड़े कर दिए
विशाल : जय मेरे भाई ( जय को गले लगाते हुए ) ....
जय : ( विशाल को गले लगाते हुए रोते हुए ) तेरे भाई को तोड के रख दिया उसने यार अब और नहीं हो पाएगा मुझसे विशु ......
विशाल : जय तेरे लिए लाखो लड़किया आ सकती हैं बस तू अब ऐसे रो मत यार प्लीज
जय : उससे जा के कहना वो मेरे साथ आ जाए मुझे किसी और की जरूरत नहीं है मै उसपे गुस्सा भी नही करूगा अगर उसकी गलती होगी तो भी कुछ नहीं कहूंगा विशु उससे प्लीज कहो ना की ये सगाई ना करे
विशाल : जय मेरे यार देख अगर उसके दिल में तेरे लिए फीलीग है तो हमारी दोस्ती की कसम उसकी शादी तेरे सिवा कही और में होने नहीं दूंगा ...
जय : वादा....
विशाल : वादा... चल अब ये मुंह साफ कर खुद को देख जैसे आज तेरी बिदाई हो रही हो मुझे एसा फील हो रहा था आहाआहहाहा....
जय : आहहाहाआ भाई तुम ना होते तो पता नहीं मै क्या करता ...
विशाल : तेरे लिए तो जान भी हाजिर है मेरे शेर
जय : मै फ्रेश होकर आता हूं
विशाल : ओके

जय ऑफिस में एक रूम है वहा फ्रेश होने चला जाता है तभी विशाल सोफे पर बैठे हुए सि पर हाथ रख कर सना के एंगेजमेट का कार्ड पढ़ते हुए सोचता है की उसने जय से वादा तो कर दिया लेकिन सना के दिल में जय के लिए कुछ ना हुआ तो क्या करेगा इस मुसीबत तो कैसे सॉल्व करे यह सोच ही रहा होता है की तभी डोर पर नोक की आवाज आती हैं जिससे विशाल कम इन कहता है और देखता है तो जोर से आवाज आती है तुम...... विशाल भी यही कहता है तुम .......