शाम का समय है लगभग 4 बजे का समय है तभी किसी के द्वारा दरवाजा खटखटाने की आवाज आती है तभी अन्दर से एक लडकी(महिमा) आकर दरवाजा खोलती है और देखती है कि उसका कॉलेज का दोस्त खडा है |
महिमा:- अरे वीर तुम क्या बात है बडे दिनो बाद याद आई हमारी? या नाराज हो हमसे
वीर:- अरे नहीं यार काम में थोडा विजी था और बैसे भी कोई ना कोई काम लगा ही रहता है | इधर से जा रहा था तो सोचा तुम लोगो से मिलते हुए ही चला जाए |
तभी अंदर से एक लडका(लक्ष्मण, वीर का दोस्त और महिमा का पति) निकलकर आता है और कहता है
लक्ष्मण:- अरे अब अंदर भी आओगे या सारी बाते यही करोगे |
वीर:- अरे क्या करे आपकी बेगम साहिबा अंदर आने दे तब ना, अगर तुम थोडी देर और ना आते तो महिमा तो हमे ताने दे दे के ही मार देती |
तभी तीनो अंदर आते हैं और महिमा चाय बनाने चली जाती है
लक्ष्मण:- कहो वीर घर पे सब कैसे है मम्मी पापा और अर्जुन(वीर का छोटा भाई) |
वीर:- सब ठीक है यार तू तो कभी आता नही कभी आ ना समय निकालकर इसी बहाने महिमा मम्मी से भी मिल लेगी |
लक्ष्मण:- हाँ यार बात तेरी सही है लेकिन समय ही कहाँ मिलता है ओफिस से थोडा समय बचता है तो बो घर के कामो मे निकल जाता है कही जाना नहीं हो पाता है |
तभी महिमा चाय लेकर आती है ये लो चाय पिओ फिर बात करते हैं सभी चाय पीने लगते हैं तभी
महिमा:- और वीर जी अपने लिए कोई लडकी ढूंढी या यूही रहने का इरादा है |
वीर:- तुम्हारी कोई बहन हो तो हम शादी करने को तैयार हैं |😊😃😅😂🤣
महिमा:- अरे यार ये तो तुम भी जानते हो कि हमारी कोई बहन नहीं है |
लक्ष्मण:- सच मे तुम्हरी कोई बहन नहीं है ?
महिमा:- तुम्हे पता है मेरी एक बहन थी जिसे तुम जानते थे |
वीर:- शायद ये नहीं जानता
महिमा:- तुम्हे याद है कौलेज में जब तुम लोगो ने 5,6 लडको को बहुत पीटा था एक लडकी वजह से जो तुम्हरी टीम में सबसे तेज थी |
लगभग 8 साल पहले लक्ष्मण और वीर की दोस्ती की ही चर्चा होती थी उनकी टीम मे एक लडकी की एंट्री होती है एक खुबसूरत सी परी लेकिन सबसे तेज तर्रार सबसे दोस्ती करने वाली लक्ष्मण देखते ही उसे प्यार कर बैठा सारे लोग साथ साथ काम करते थे साथ खाना साथ पढना लिखना हर काम साथ साथ करना धीरे धीरे बो लडकी भी लक्ष्मण को प्यार करने लगी |
उसी कौलेज की एक टीम थी जिसमे था एक विधायक का लडका और उसके दोस्त सारे के सारे किसी फिल्म के विलेन की तरह एक दिन किसी बात पर उस लडकी की किसी बात पर झडप हो हई तो उन लोगो ने काफी बत्तमीजी की लडकी ने उनकी शिकायत प्रिंसीपल से की पर नतीजा बुरा निकला उन लोगो ने खुले आम कौलेज मे गुंडा गर्दी शुरू कर दी और उस लडकी को बहुत ज्यादा पीटा इधर लक्ष्मण और वीर को पता चला उन दोनो ने उस पूरी टीम की जमके धुनाई की और पुलिस को दे दिया |
अगले ही दिन वो लोग वाहर आ गए लेकिन वो लडकी गायव थी कई दिनो तक उसे ढूंढा लेकिन उसका कोई पता ना चला वीर का और उनकी टोली का उस लड्की को ढूंढ्ते बुरा हाल था तभी एक दिन उस लडकी की लाश पास के तालाब मे तैरते हुए मिली सारे लोगो की आंखो मे आंसू थे वीर का तो रो रोकर बुरा हाल था |
पुलिस ने जांच पडताल की और आत्महत्या का केस बनाकर केस बंद कर दिया |
लेकिन छत्र संघ के दबाव दालने पर केस सी बी आई को दे दिया गया तब रैप और मर्डर का मामला सामने आया |
इसमे विधायक का लडका और उसकी टीम को दोषी पाया जाता है और पुलिस द्वारा अरेस्ट कर कोर्ट मे पेस किया जाता है लेकिन सुबूतो को नस्ट कर दिया जाता है और बो लोग फिर बाहर होते है लेकिन कुछ दिनो के बाद बो पूरी टीम गायब हो जाती है पुलिस हर सम्भव कोसिस करती है लेकिन कोई सुराग नही मिलता है केस सी बी आई को दिया जाता है लेकिन फिर भी कोई भी सुबुत नही मिलता और एक दिन उसी तालाब मे उन लोगो की लाशे तैरती हई मिलती हैं लेकिन कोई सुबूत नहीं |
पुलिस ने इसे आत्महत्या का केस बना के केस बंद कर दिया |
लक्ष्मण:- हाँ याद आया 'आरूहि' वही न जो वीर की गर्ल फ्रेंड हुआ करती थी उसने आत्महत्या कर ली थी |
महिमा:- (चिल्लाते हुए) उसने आत्महत्या नहीं की थी उसका मर्डर हुआ था और रेप भी |
(वीर की आंखो मे आंसू थे लेकिन उसने खुद को सम्भाल लिया)
लक्ष्मण:- सुनने मे तो यही आया था लेकिन ये किया किसने ?
महिमा:- उन्ही लोगो ने जिन्हे पकड के तुमने पुलिस के हवाले किया था |
वीर:- और वो अमीर जादे पैसे के बल पे फिर से बाहर आ गए |
लक्ष्मण:- लेकिन सुना था उन लोगो ने भी उसी तालाब मे कूद के आत्महत्या कर ली थी |
महिमा:- नहीं उन्हे भी मारा गया था |
लक्ष्मण:- सुना तो था किसी ने कहा आदमी ने मारा किसी ने कहा औरत ने मारा |लेकिन किसने ?
महिमा:- थे कुछ लोग जो उसे बहुत प्यार करते थे |
लक्ष्मण:- लेकिन तुम्हे कैसे पता ?
वीर:- क्योंकी महिमा आरूहि की बहन है |
(लक्ष्मण का मुह आश्चर्य से खुला रह जाता है) अब तीनो के चेहरो पर उदासी होती है
थोडी देर मे सब सामान्य हो जाते हैं ओर बाहर घूमने चले जाते हैं |
क्रमश:........