हा यही प्यार है... - 6 Alpa द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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हा यही प्यार है... - 6

भाग, 6
राहुल :- प्रिया चलो अंदर... खाना तुम्हे टाइम पे खाना है.. राहुल ने प्रिया की आँखों मे जो चमक देखी.. उसके बाद वो.. shocked है.. इसलिये.. प्रिया का ओर ख़ुदका दोनों का दिमाग़ डाइवर्ट करने की कोशिश कर रहा है..
प्रिया :- हा. राहुल... चलती हु... आज प्रिया ने कोई भी बहेज नहीं की.. कोई भी तकरार नहीं की.. राहुल की आँखों मे देखती रही.. राहुल :- प्रिया तुम अंदर जाओ.. मे आता हु.
प्रिया अंदर चली जाती है.. राहुल :- चाचा.. चाय पिलाओ. भारी सरदर्द होरहा है.. गरम चाय की प्याली के साथ राहुल प्रिया की collage ki यादें ताज़ा करता है... जब वो दोनों एक compition मे हिस्सा ले रहे थे..
राहुल :- प्रिया.. थोड़ा मेकअप कम कर, बंदरिया लग रही he. प्रिया :- uuu.. राहुल.. तुम तो कौवे लग रहे हो.. black सूट मे.. .. राहुल :- बंदरिया.. चुप कर.... मे कौवा नहीं... ब्लैक हॉर्स हु अपनी आँखे ठीक करवा...
प्रिया ओर राहुल.. डांस कॉम्पीटिशन.. मे हिस्सा ले रहे थे.. ओर फाइनल पर्फोमन्स था... राहुल ब्लैक सूट मे.. डेशिंग लग रहा है.. ओर प्रिया.. देशी गर्ल.. अपनी धुन मे मस्त.. न.. कोई. स्टाइल वाइल... बस.. अपनी खुद की अदा मे.. खोयी रहती है. आज उसने भी ब्लैक पार्टी गाउन.. पहना है.. वो बहोत atrrective लग रही है . जब वो स्टेज पे आयी.. तो राहुल उसको देखता रहे गया . वो एक सेकंड के लिये..डांस परफॉरमेंस देना भूल गया... फिर दोनों ने. Duet सॉन्ग पे.. पर्फोमन्स दिया.. राहुल प्रिया एकसाथ बहोत cute couple लग रहे थे.. राहुल.. उसकी हिरे जैसी आँखों मे खुदको ढूंढ़ रहा है... प्रिया.. उसकी आँखे.. इतनी गहेरी.. है.. की. इसमें.. राहुल.. को डूब जाने का मन करता है..
प्रिया की मम्मी :- राहुल.. राहुल...
राहुल.. चौक जाता है.. अपनी यादो मे से.. ऐसे निकलता है.. जैसे किसी ने नींद से जगाया हो...
राहुल :- हाँ.. आया.. मम्मी... आज क्या खिलाने वाली हो..?
मम्मी :- बेटा तुझे क्या पसंद he. ?
राहुल :- प्रिया को छोले भठूरे पसंद.. वो बनवाओ.. आप
प्रिया.. पिछेसे आके... तुझे कैसे पसंद की मुझे छोले पसंद... राहुल :- नकचढ़ी.. तेरा.. मुँह.. तंदूर जैसा.. तो तुझे तो भठूरे ही पसंद ना...
प्रिया कुछ भी बोले बिना वहां से चली गयी... राहुल को बड़ा अजीब लगा.. न गुस्सा.. न तकरार... बस एकदम चुप.. हो गयी है.. ओर.. राहुल की आँखों मे अजीब.. तरह से देख लेती है.. राहुल.. सोच मे पड़ जाता है... प्रिया राहुल के प्रति आकर्षित हो रही है.. तीनो खानेके टेबल पे बैठते है..
प्रिया : राहुल.. के बाजुमें बैठते हुए.. राहुल क्या लोगे.. तुम को मे परोसूँगी.. राहुल :- रहने दो. मे अपने आप ले लूंगा..
प्रिया :- नहीं मे परोसूँगी..
राहुल प्रिया का बिहेवियर देखता रहेता है.. प्रिया राहुल से एक्सपेक्ट करती है की राहुल.. उसको.. अटेंशन दे... मगर राहुल समझदार लड़का है.. वो प्रिया के भोलेपन का फायदा नहीं उठायेगाना. वो प्रिया से थोड़ा दूर दूर रहने लगता है.. प्रिया के खुद के प्रति झुकाव को हवा नहीं दे रहा... वो.. अब प्रिया से कम बाते करता है...राहुल के दिल की व्यथा सिर्फ राहुल ही समझता है.. की जिससे वो प्यार करता है... उनसे दूर रहेना पड़ता है... हलाकि वो भी उससे प्यार तो करती ही है... राहुल को खुद को प्रिया से ये दुरी बहोत ही.. मुश्किल लग रही है.. पर वो कुछ..कर भी नहीं सकता.. वो धीरे धीरे प्रिया से दुरी बना लेता है.. प्रिया की माँ.. राहुल का ये दर्द समझती है.. प्रिया की मम्मी :- राहुल.. बेटा मे प्रिया को सब बता देती हु.. पिछले पांच बरसो का...समय जो वो भूल चुकी है.. मगर सजा तू भुगत रहा है.. वो रोने लगती है...
राहुल :- ना मम्मी.. अभी नहीं... अभी वो.. बहोत अलग मोड़ पे है.. कुछभी कहेना ठीक नहीं... राहुल.. की आँखों मे आँशु.. आजाते है.. मगर दिखा नहीं रहा.. वहासे चला जाता है ... प्रिया राहुल को दिनभर बहोत याद करती है.. पर राहुल सुबह से शाम तक नहीं दीखता... प्रिया राहुल को फ़ोन लगाती है.. प्रिया :- हेलो राहुल.. तुम कब आओगे..??
राहुल :- प्रिया मुझे देर लग जायेगी... अभी बहोत काम है..
प्रिया :- राहुल तुम आओगे बाद मे ही मे खाना खाउंगी...
राहुल :- नहीं प्रिया.. तुम मेरा इंतज़ार मत करो... खाना खलेना.. कॉल रख देता है... प्रिया को बहोत बुरा लगता है... वो अकेली अकेली राहुल के ही बारेमे सोचती रहती है...
फिरसे राहुल को कॉल करती है... राहुल :- बोलो प्रिया..
प्रिया :-राहुल घर आजाओना.. मुझे.. अच्छा नहीं लग रहा..
राहुल :- प्रिया अब सोजाओ.. मुझे देर हो जायेगी... ओर फ़ोन रख देता है.... प्रिया बहोत गुस्सा हो जातीहै... ओर रोने लगती है... राहुल की हालत तो इससे भी ख़राब..
प्रिया उसकी जान है.. ओर उनसे दूर रहेना पड़ रहा है...
कैसे बयान करें.. ये दूरियां क्यू है
बतलाऊ कैसे के ये मेरी मजबूरियां है..
चाहकर भी तुजसे.. अनजान बन रहा हु..
बेवफा बन रहा हु..फिर . या..फिर
वफ़ा कर नहीं पा रहा हु..
राहुल मन ही मन बहुत दर्द महेसुस कर रहा है.. वो देर तक तन्हाई मे बैठा रहेता है.. समुन्दर.. के किनारे पे... ओर.. अपना दुख खुद से ही बाट रहा है... राहुल घर आता है..अंधेरा है.. सनाटा छाया हुआ है.. उनको लगा सब सो गये है.. वो आहिस्ता आहिस्ता अपने कमरे मे जाता है...
प्रिया :- राहुल.. राहुल.. i m missing you.. ऐसा कहती है.. ओर राहुल को गले लगा लेती है.. ओर रोने लगती है.. ओर पूछती है... तुम मुझसे दूर क्यू रहते हो.... प्रिया राहुल की आँखों मे देखती है.. राहुल उनको देखते हुए नज़र नीची कर लेता है.. ओर प्रिया को खुद से दूर करता है.. ओर कहता है.. काम होता है.. प्रिया.. प्रिया :- राहुल तुम झूठ बोल रहे हो.. तुम मुझसे दूर भाग रहे हो.. क्यू.. ऐसा कर रहे हो... राहुल :- नहीं प्रिया.. ऐसी कोई बात नहीं है..
प्रिया :- राहुल के पास जाकर.. उसको फिरसे गले लगा लेती है.. ओर बोलती है.. ओर उनकी आँखों मे देखके बोल देती है.. स्टुपिड.. i love you... i love you.. i love you