जिन की मोहब्बत... - 16 Sayra Ishak Khan द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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जिन की मोहब्बत... - 16

"ज़ीनत ने पूछा क्या हुआ..?
"गुस्सा क्यों हो मुझ से ? क्या किया मेने..?
शान ने कोई जवाब नहीं दिया ज़ीनत ने थोड़ा गुस्सा दिखाते हुए
कहा l
"अब अम्मी का ख्याल नहीं रखुगी तो आपको भी बुरा लगेगा ना आपकी अम्मी जो है । अब आगे..!

भाग 16

4 दिन ऐसे ही गुजरते गए शान ओर ज़ीनत एक दूसरे के प्यार में खोए जा रहे थे ।
फिर एक दिन अचानक शान की अम्मी को एक कॉल आया l शान अम्मी के सामने ही बैठा था ।
अम्मी कोल आया उसे सुन के शान की अम्मी के जैसे होश उड़ गए ।
वो इतनी डरी हुई क्यू थी..?
कॉल पे ऐसी क्या बात सुनी जिसे शान की अम्मी के आंखो से आंसू निकल पड़े l लेकिन मुंह से सिर्फ इतना ही निकला ।
"ऐसा नहीं हो सकता..?"
फोन हाथ से छूट कर नीचे गिरा l अम्मी समने बैठे शान को ऐसे क्यू देख रही है ,?
उनको ऐसे देख शान ने कहा l
"अम्मी क्या हुआ आपको ? इतनी डरी हुई क्यू है आप...?
लेकिन अम्मी के तो होश उड़े हुए थे l वो कुछ बोल ही नहीं पा रही थी ।
इतने में तभी नीचे पड़ा हुए अम्मी के फोन की रिंग फिर से बजी l इस बार कॉल शान ने उठया ।
कॉल पे जो आवाज़ सुनी उससे वो सारा माजरा समझ गया l शान ने कॉल काट लिया l अम्मी की ओर देखते हुए कहा ।
"अच्छा तो ये बात है l इस लिए आप मुझे इस अंदाज़ में देख रही है ।
शान ने कहा l
"आप चुप रही तो सब ठीक रहेगा l अपने किसी को कुछ बताने की कोशिश भी की तो ।
अंजाम बुरा हो सकता है अापके हाथ में है अब सब कुछ ! आपको क्या करना है आप सोचलो ।
इतना बोल कर शान अम्मी के रूम से निकाल आया lअम्मी बहुत डरी हुई थी तो कुछ बोल ही नहीं पा रही थी ।
अम्मी का हाल ऐसा था जैसे उनके जिस्म से कोई रूह निकाल ले गया ।
शान अपने रूम में आ कर बैठ गया l ज़ीनत अम्मी के पास गई l और कहा l
"अम्मी आपको दवाई लेनी है चलो उठ जाओ !"
लेकिन अम्मी जैसे सदमे में चली गई थी l उनको कोई होश नहीं था ।
इस हालत में अम्मी को देख ज़ीनत घबराई l शान को आवाज़ दी l
"देखोना अम्मी को क्या हुआ है..?"
शान ने अम्मी का हाथ पकड़ा l और कहा l
" अपनी बेहोश है डरने की बात नहीं है अभी ठीक हो जाएगी ।"
ज़ीनत हुआ क्या है अम्मी को...?
शान ने कहा l
"अम्मी ठीक है फिक्र ना करो तुम जाओ पानी लेे आओ ।"
ज़ीनत पानी लेने गई ,तभी शान ने कुछ ऐसा किया जिसे अम्मी होश में आ गई ।
शान को देख डरी हुई है ओर रो रही है l ज़ीनत पानी लेे कर आई l देखा अम्मी होश में है और रो रही है ।
ज़ीनत ने पानी पिलाते हुये पूछा l
" क्या हुआ आपको अम्मी आप ठीक तो हो ना बोलिए ?
ज़ीनत के गले लग के बहुत रोई l वो कुछ बोल भी नहीं पा रही थीl इससे ज़ीनत ओर परेशान हो गई ।
दूसरे दिन रात के वक्त शान अपने घर की छत पर टेहेलने गया था ।
उसके घर के पास से गुजरते हुए किसी ने आवाज़ लगाई l
" शान तू यहां तू तो मुंबई में था ना ?"
शान ने उसे देखा और मुंह फेर लिया! लेकिन वो लड़का रुका नहीं और आवाज़ ज़ोर से लगाने लगा ।
"शान सून तू मेरी बात सुनता क्यू नही ? अरे मेरी बात तो सुन..! शान ने सोचा ये घर के अंदर ना आ जाए ।
ये लड़का शान का दोस्त है जिसे ये बात पता है कि शान चोरी से मुंबई में जॉब कर रहा है ।
ओर उसकी शान से रोज़ कॉल पे बात भी होती हैं एक घंटे पहले शान से बात की वो मुंबई में ही है ।
तो ये कोन है ? जो शान के घर में अम्मी ओर भाभी के साथ है...?
तब शान उसे रोक ने के लिए नीचे आया जब तक आदिल दरवाज़े पर आ चुका था ।
दरवाज़े की आवाज़ सुनते ही ज़ीनत ने दरवाज़ा खोला ! तभी शान सामने आकर खड़ा हुआ ओर कहा ।
ज़ीनत तुम अंदर जाओ ! इसे में देखता हूं शान ने पूछा कोन है आप किस्से मिलना है ?
आदिल शान को बड़ी हैरानी से देख रहा था ! कहा ! शान तुम मुझे नहीं जानते में आदिल हूं ।
ये नाम ज़ीनत ने शान की बातो में बहुत बार सुना था ! ज़ीनत रुक गई , ये सब सुन कर ।
शान ने देखा ही नहीं की ज़ीनत उसकी सारी बाते सुन रही थी ।
शान ने आदिल से कहा l
" में नहीं जानता कोन हो तुम ? ओर इतनी रात मेरे घर में क्यू आए हो ?
निकलो मेरे घर से ! ज़ीनत शान का रवैया देख हैरान थी की शान अपने दोस्त को क्यू पहचान ने से इंकार कर रहा है....?"

क्रमश: