एक छोटी सी कहानी Megh Thakur द्वारा सामाजिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ

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एक छोटी सी कहानी

बहुत पहले की बात है । जब मैं आईडिया कंपनी में फील्ड करता था । तो एक लड़की मुझे मिली जिनका नाम था मंजू बहुत ही अच्छी बहुत ज्यादा समझदार लेकिन मैं उसको काम के वजह से समय नहीँ दे पाता । वो मुझ पर खूब चिल्लाती थी और बोलती थी । जिस दिन मैं आपके जिंदगी से चली जाऊँगी ना उस दिन आपको पता चल जाएगा । वो मेरे लिए सब कुछ करती थी लेकिन मैं उसके लिए कुछ भी नई करता था क्योंकि मुझे फील्ड में ध्यान देना था । काम करना था क्योंकि बहुत ज्यादा टाइमिंग में काम करना पड़ता था इस वजह से और जब वह मेरे पास नई है तो अब मुझे उसकी चिंता होती है जब वो मेरे पास थी तो मैं उसको टाइम ही नहीं दे पाया अभी जब वो मुझे दूर है तो मुझे सह नही जाता है l सबसे पहले हमारी मुलाकात फेसबुक से हुआ था । फेसबुक वाला प्यार था । 7 दिन तक दोनों बहुत सारी बात करके ना जाने कब वो मुझे उनको मेरे से प्यार करने लग गई । और मैं सिर्फ काम का टेंशन के वजह से टाइम नई दे पाता था । फिर हम दोनों का मिलने का प्लान बन गया । एक रोज़ खुद से फ़ोन करके मुझे बोली कि रायपुर में हम दोनों का मिलने का प्लान बन गया । और उस दिन मेेरा सब चीज़ माँ साफ कर देती थी मेरी माँ अब मैं सोच में पड़ गया अब रायपुर कौन सा भी कपड़ा नही था तो माँ के पास गया एक जोड़ी जो टीशर्ट बचा था उसी को मंग कर । मैं निकल गया रायपुर वो पहले ही रायपुर पहुच गयी थी । अब मुझे रायपुर जाना 60 किलोमीटर अब कैसे करूँ जैसे ही घर से निकला तो 80 के स्पीड में जल्दी जाना है करके मैं जैसे भी रायपुर पहुच गया । उनको कुछ चीज़ खरीदना था उनके बाद उनको घर भी जाना है टाइम पे सबसे पहले हम मिले रायपुर के कलक्ट्रेर आफिस में अब मेरा फर्स्ट बार किसी अजनबी से मिलना है तो डर तो बहुत ज्यादा ही था । लेकिन थोड़ा हिम्मत दिख के उनसे मिलने पहुँच गया और जब उनसे मिलना है कैसे भी करके मैं अकेला रायपुर में मिल भी गया लेकिन मैं तो पहले से ही डर में था थोड़ा हिम्मत करके पार्क में गया और उनसे मिला तो मैं उसके आगे में कुछ नई था । फिर क्या था अपना डेरिंग फंडा अपनाया और सीधे उसके पास जाके बोला की हाई मैं मेघ ठाकुर करके तो वो भी अपना नाम बतायी थी । उनके बाद हम दोनों बाइक में निकले आरंग में एक चीज़ को भूल नही सकता वहाँ का एक होटल का नाश्ता जिसमे दोनो ने नास्ता क्या होता है हमने जाना इतना खराब नास्ता की दोनों ने ही फेक दिए । उनके बाद हम दोनों खूब हँसे की ये होता नास्ता करके इतना अच्छा चीज़ तो न तो पहले खाये है और ना कभी मिलाएगी करके । फिर क्या उनको बस में घर भी जाना था तो चली गयी लेकिन थोड़ा दुख भी हो रहा था कि बस ही क्यों आया करके । पहली बार किसी के लांग ड्राइव करके .......अगली कहानी के लिए थोड़ा इंतेजार भी करना दोस्तो ये सिर्फ एक स्टोरी का छोटा पल है। कहानी अभी बाकी है मेरे दोस्त  ???