लोल Nimesh द्वारा हास्य कथाएं में हिंदी पीडीएफ

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लोल

एक बच्चा लोल लोल (LOL!!) बोलते हुए अचानक से ज़मीन पे गिर पड़ा। पिता पास हीं बैठे थे, चौंक उठे, अपने फ़ोन के स्क्रीन से नज़र उठा कर बच्चे की तरफ देखा और बिना बोले पूछा...

क्या हुआ...!!

बच्चा बोला...

कुछ नही पापा हंस रहा था!!

पिता बोले...

बेटा हा हा हा करके हंसते हैं...

बेटा बोला...

पापा बहुत जोर की हंसी आयी थी, देखा नही आपने, मैं तो ज़मीन पे भी गिर पड़ा था।

बच्चे की बात सुनकर पापा के अन्दर के बाप को झटका लगा। इतने परेशान हो गए कि हाथ लगे पोस्ट को पढ़ना तो दूर लाइक भी नही किया। स्क्रीनलॉक कर कुछ बोलते, उससे पहले हीं नज़र घड़ी पे चल गयी। आफिस के लिए फिर लेट हो रहें थे।

याद आया कल हीं पुरानी साबुन की टिकिया खत्म हुई थी, आज नयी टिकिया होगी, उसको नहाने से पहले इंस्टा पे डालना था, आजकल लोग खाने के फ़ोटो को कम और इस तरह की चीज़ों को ज्यादा लाइक देते हैं!! इसी गंभीर चिंतन में वो बाथरूम आ पंहुँचे, साबुन का रेपर फाड़ कर उसे इंस्टा पे डाला और वाटरप्रूफ फ़ोन के साथ झरने के नींचे खड़े हो गये।

झरना खोलते हीं उन्हें लगा की साबुन की फ़ोटो झरने के पानी के साथ डालना था, इस चूंक पे इतने खीज़ गये कि एक दो बार तो फ़ोन को हीं साबुन समझ कर बदन पे रगड़ दिया, देखा जब झाग नही निकला तो अपनी इस हरकत पे और गुस्सा आया, अनब्रेकेबल फ़ोन को फर्श पे पटका और साबुन हाथ में उठाया।

ठंडे पानी की बौछार ने तब तक दिमाग को थोड़ा शान्त कर दिया। बेटे की हरकत याद आयी। चिंता में आ गये कि कहीं बच्चा हँसना तो नही भूल गया, या कभी सीखा हीं नही। एकबारगी मन में आया कि यह सवाल कॉलेज वाले व्हाट्सएप्प ग्रुप में डाल दे!! लेकिन फिर आफिस के लिए देर हो रही थी, कपड़े पहनने थे, इस कारण फ़ोन को फिर हाथों से अलग रखना पड़ा। बच्चे की चिंता हुयी।

स्कूल में क्या ये भी नही सिखाते हैं!!

जल्दी से डाइनिंग स्पेस के पास आये, नास्ता टेबल पे पड़ा था, आते हीं उसकी फोटो खींच कर फेसबुक पे डाल दिया, पत्नी जो दौड़ती हुयी, फ़ोन हाथ मे पकड़े उधर हीं आ रही थी यह देख कर बिफर पड़ी। चिल्लाते हुए बोली...

आपको थोड़ी भी शर्म नही है कि ये पोस्ट मेरी होनी चाहिए थी!! जी मे आ रहा है इस फ़ोन से आपका सिर फोड़ दू।

पतिदेव मिमियाते हुए बोले...

मुझे कैसे पता, तुम्ही तो कल बोल रही थी आजकल खाने के पोस्ट को डालना कूल नही माना जाता है...

आधी बात काटते हुए अर्धांग्नी बोली...

वाह रे वाह नही पता!! अभी कल हीं इसके रेसिपी की वीडियो डाली थी, दिखाऊँ उसपे आपकी लाइक!!

हस्बैंड बोले...

अरे तुम व्हाट्सएप्प पे डाल दो....

व्हाट्सएप्प पे डाल दू...!!

अब तो सही में बीवी का पारा चढ़ गया।

ये कोई रेगुलर डिनर है जो व्हाट्सएप्प ग्रुप में डाल दू!!

शौहर बोले...

अच्छा मैं इसे अभी डिलीट कर देता हूँ या बोलो तो मैं अभी तुम्हे एडिट करके इसमें टैग कर देता हूँ थैंक यू के साथ..

आपके डिलीट किये हुए पोस्ट को मैं अपने वाल पे डालूंगी, ज़ुबान नही कांपती है आपकी ऐसी बाते बोलते हुए!!! अभी भी मेरे टोटल लाइक्स आपसे दो गुना ज्यादा हैं, और बड़े आये टैग करने वाले, इतना भी नही जानते हैं आप कि एडिटेड पोस्ट पता चल जाता है !! पहले नही याद आया!!

इतनी देर में पति एडिट कर चुके थे। बोले...

अच्छा देखो मैने कर दिया एडिट और ये देखो पहला कमेंट तुम्हारे हीं फ्रेंड K की आयी है...

यह देख कर कि कमेंट में उसके फ्रेंड ने उसे टैग किया है, उसका गुस्सा शांत हुआ, और अपने फ़ोन पे उसने कमेंट को तुरंत लाइक दिया और रिप्लाई टाइप करने लगी।
इस शांति में साहेब को याद आया सुबह क्या हुआ था।
धीरे से बोले...

अरे जानती हो चमन लोल लोल करके हंसता है!!

पत्नी के रिप्लाई का भी रिप्लाई आ गया था, उसने बिना नज़र उठाये बोला...

हाँ तो वैसे हीं तो हंसते हैं!! कुछ नया आया है क्या...

अरे नही मेरे कहने का मतलब सच में तो हा हा करके हंसते हैं ना.. जब मैंने कहा..बेटा हा हा करके हंसते हैं तो बोला पापा जोर की हंसी आ रही है !!

ठीक हीं तो बोला, जब सच मे हंसना होता है तभी lol करते हैं, वरना ha ha करके छोड़ देते हैं !!

तुम समझी नही वो सच में वैसे हंस रहा था!!

बोलते बोलते उन्होंने एक बार फिर इंस्टा चेक किया।
साबुन की पोस्ट पे सिर्फ तीन लाइक्स आयी थी, उदासी से उनका मन भर गया, होम पे गए तो देखा इतनी देर में बीवी ने ब्रेकफास्ट की फ़ोटो वहाँ पे शेयर कर दी थी, उसपे आलरेडी 7 लाइक्स आ चुके थे।

पुत्र की समस्या फिर याद आयी लेकिन अभी पत्नी अपने पोस्ट पे पूरी तरह गुम थी। उन्होंने सोचा...

बच्चो के बोलने की भाषा अब क्या शार्ट फॉर्म इंटरनेट लैंग्वेज हो गयी है।

याद करने की कोशिश की आखिरी बार सच मे बैठ के बात कब की थी। याद आया एक हफ्ते पहले इसी बात उनकी कमल के साथ बड़ी लंबी चैट हुई थी।

घर से निकलने से पहले एक नज़र पत्नी की ओर देखा, वो अपने फ़ोन पे हीं थी, जल्दी में उसने व्हाट्सएप पे हीं गुड डे बोल दिया था, उन्हें लगा यह तो सच मे बहुत बड़ी समस्या बन रही है, अभी मेट्रो में बैठ के एक लम्बा पोस्ट लिखता हूँ, शाम को जब उसे इस पोस्ट पे रिएक्शन दिखाऊंगा, तभी उसे इस समस्या की गंभीरता का पता चलेगा।

उस पोस्ट पे किसको किसको टैग करेंगे यह सोचते हुए वो मेट्रो स्टेशन की तरफ चल पड़े।

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