Roushan Raahe - 8 book and story is written by Lokesh Dangi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Roushan Raahe - 8 is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
रौशन राहें - भाग 8
Lokesh Dangi
द्वारा
हिंदी सामाजिक कहानियां
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विवरण
भाग 8: एक नया मोड़काव्या का अभियान अब देशभर में फैल चुका था। उसके प्रयासों ने कई गाँवों और शहरों में बदलाव की लहर पैदा की थी, और अब वह उस जगह पर पहुँच चुकी थी, जहाँ उसे हर कदम पर नए संघर्षों का सामना करना पड़ रहा था। जहाँ एक ओर उसकी सफलता की कहानियाँ बढ़ रही थीं, वहीं दूसरी ओर उसका सामना अब और भी बड़े विरोधों से होने लगा था। लेकिन काव्या ने ठान लिया था कि वह अब इस रास्ते से कभी नहीं मुड़ेगी।हालाँकि काव्या के मन में अब एक सवाल था—क्या उसे इस अभियान को
गाँव की सड़कों पर धूल उड़ रही थी, और सूरज की गर्मी पूरे गाँव पर अपने कड़े हाथों से शासन कर रही थी। हिम्मतगढ़, एक छोटा सा गाँव, जहाँ खेतों की हरियाली औ...
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