Pichhal Pari - 2 book and story is written by Bhupender Singh in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Pichhal Pari - 2 is also popular in Horror Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. पिछल परी - भाग 2 भूपेंद्र सिंह द्वारा हिंदी डरावनी कहानी 1 2.2k Downloads 3.7k Views Writen by भूपेंद्र सिंह Category डरावनी कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण नानी की नज़र अचानक से ही दरवाजे पर पड़ गई जिस जगह खड़ा होकर रॉकी सारी बातें चुपचाप सुन रहा था। नानी को अपनी और देखकर रॉकी तेजी से दीवार के पीछे छिप गया। चौकीदार नानी की और देखते हुए बोला , क्या हुआ मालकिन सब ठीक तो है ना? आप उस और ऐसे क्यों देख रही हैं वहां पर तो कोई भी नहीं है।नानी अपने होठों पर अंगुली रखकर चौकीदार को चुप रहने का इशारा करने लगी और चौकीदार भी थोड़ा सा भयभीत होकर खामोश हो गया। नानी ने धीरे धीरे अपने कदम उस और बढ़ा दिए जिस जगह Novels पिछल परी रात का वक्त है। आसमान में कुछ कुछ तारे टिमटिमाते हुए नज़र आ रहे हैं जो काले आसमान में जल रहे दिए जैसे लग रहे हैं। रात हो चुकी है। चारों और से काले और... More Likes This अनदेखा प्यार - Season 1 द्वारा Jaydeep DAS खौफनाक हकीकत द्वारा Raj द अल्टरनेट डाइमेंशन - 1 द्वारा Vaibhav Surolia अनंता - पार्ट 1 द्वारा zarna parmar महल का गुप्त रहस्य द्वारा Abhishek Chaturvedi मृत्युलोक की क़िताब - 1 द्वारा Abhishek Chaturvedi कामुक प्रेतनी - (ट्रेलर+प्रोमो) द्वारा सोनू समाधिया रसिक अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी