Manzil Apni Apni - 5 book and story is written by Awantika Palewale in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Manzil Apni Apni - 5 is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. मंजिल अपनी अपनी - 5 Awantika Palewale द्वारा हिंदी लघुकथा 969 Downloads 2.6k Views Writen by Awantika Palewale Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण सूरज बोला आईए चाचा जी आईए।मोहन चाचा बोले बहुत दिन हो गए ।सोचा आज इतवार है दोनों मिल ही जाएंगे।सूरज बोला बहुत अच्छा किया आपने हमारी शुद्ध बुद्ध ले जाते हैं।मोहन चाचा बोले चंदा की चारपाई की ओर बढ़ते हुए अरे हमारी बहु रानी को क्या हुआ इस वक्त लेटी क्यों है।सूरज बोला इसकी तबीयत ठीक नहीं है कमर में दर्द है आप बैठिए आपके लिए चाय बना कर लाता हूं।मोहन चाचा बोला तुम क्यों तकलीफ करते हो रहने दो चाय बाय।सूरज बोला इसमें तकलीफ कैसी? आज नौकरानी नहीं आई है! बूढी औरत है !उसे भी तो कभी छुट्टी चाहिए!( अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी