Hindi got into a new trick. book and story is written by Anand Tripathi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Hindi got into a new trick. is also popular in Magazine in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. हिंदी नए चाल में ढली। Anand Tripathi द्वारा हिंदी पत्रिका 1 1.8k Downloads 5.1k Views Writen by Anand Tripathi Category पत्रिका पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण यह वाक्य भारतेंदु का है। जो उन्होने कालचक्र नामक जर्नल में लिखा था। ऐसा माना जाता है की शताब्दी के अंत में जिस प्रकार भाषाई द्वैत की समस्या बनी हुई थी। उसमे भारतेंदु एक महत्वपूर्ण भाषा परिवर्तन को इस कथन के मध्यम से इंगित कर रहे है। दरअसल भारतेंदु आरंभिक समय में बाला बोधनी और कवि वचन सुधा नामक पत्रिका निकाल चुके थे। किंतु उन्होंने अपने संपादकीय जीवन की सबसे महत्वपूर्ण पत्रिका हरिश्चंद्र चंद्रिका की शुरवात की। जो आगे चल कर विख्यात हुई। भारतेंदु के अनुसार की कवि कवि वचन सुधा में जिस प्रकार की खड़ी बोली हिन्दी का प्रयोग More Likes This कुछ तो मिलेगा? द्वारा Ashish आओ कुछ पाए हम द्वारा Ashish जरूरी था - 2 द्वारा Komal Mehta गुजरात में स्वत्तन्त्रता प्राप्ति के बाद का महिला लेखन - 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha अंतर्मन (दैनंदिनी पत्रिका) - 1 द्वारा संदीप सिंह (ईशू) गलतफहमी - भाग 1 द्वारा Sonali Rawat बॉलीवुड के भूले बिसरे संगीतकार और उनके गाने - 1 द्वारा S Sinha अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी