पहला तोहफा... Saroj Verma द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें प्रेम कथाएँ किताबें पहला तोहफा... पहला तोहफा... Saroj Verma द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 507 1.3k सुल्भा!आज तुम्हारा जन्मदिन है ना!गौतम ने पूछा... इसलिए मैं तुम्हारे लिए कुछ लाया हूँ,गौतम ने कहा.. क्या लाएं हो ?दिखाओ तो जरा!सुल्भा ने किलकते हुए पूछा... पहले अपनी आँखें बंद करो,तब तुम्हें तुम्हारा तोहफा मिलेगा...गौतम बोला... ओहो...तो ये लो ...और पढ़ेलीं मैनें अपनी आँखें बंद,अब लाओ मेरा तोहफा,सुल्भा ने अपने दोनों हाथ आगें बढ़ाते हुए गौतम से कहा.... फिर गौतम ने सुल्भा के हाथ में एक पैकेट थमा दिया,पैकेट पाकर सुल्भा ने आँखें खोलीं और फौरन ही पैकेट के भीतर झाँककर देखा,उसने उस तोहफे को पैकेट के बाहर निकाला और खुशी से बोल पड़ी.... साड़ी....!तुम मेरे लिए साड़ी लाएं हो... कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें पहला तोहफा... अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी Saroj Verma फॉलो