विश्वासघात(सीजन-२)--भाग(४) Saroj Verma द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

विश्वासघात(सीजन-२)--भाग(४)

Saroj Verma मातृभारती सत्यापित द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी

सुबह होने को थी,हल्का हल्का उजाला हो चला था,अनवर चाचा रेलगाड़ी के डिब्बे के भीतर पहुंचे , करन को अपनी गोद में लेकर करके बैठ गए और परेशान होकर खिड़की से बाहर देखने लगे कि कहीं विश्वनाथ उनका पीछा ...और पढ़े


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