कैसा ये इश्क़ है.... - (67) Apoorva Singh द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

कैसा ये इश्क़ है.... - (67)

Apoorva Singh मातृभारती सत्यापित द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी

शान की आँखे भर आती है वो वहीं बैठ जाते है बस एकटक क्लिफ के एंड की ओर देखते है इसी उम्मीद से शायद उसकी पगली उसे आवाज दे।अर्पिता प्लीज लौट आओ ...! देखो तुम्हे लिए बिन मैं घर ...और पढ़े


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