सचमुच तुम ईश्वर हो! 2 ramgopal bhavuk द्वारा कविता में हिंदी पीडीएफ

Sachmuch tum Ishwar ho द्वारा  ramgopal bhavuk in Hindi Novels
व्यंग्य की तेजधर उच्छंखल समाज की शल्य-क्रिया करने में समर्थ होती है। आज के दूषित वातावरण में यहाँ संवेदना मृत प्रायः हो रही है। केवल व्यंग्य पर ही मेर...

अन्य रसप्रद विकल्प