Poshampaa book and story is written by AKANKSHA SRIVASTAVA in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Poshampaa is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. पोषम्पा AKANKSHA SRIVASTAVA द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 591 1.9k Downloads 8k Views Writen by AKANKSHA SRIVASTAVA Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण पोषम्पा भई पोषम पा,सौ रुपये की घड़ी चुराई दो रुपये की रबड़ी खाई,अब तो जेल में जाना पड़ेगा। जेल की रोटी खाना पड़ेगा,जेल का पानी पीना पड़ेगा अब तो जेल में जाना पड़ेगा।  ये प्यारी तोतली भाषा वाक़ई मन को जीत लेते है,कितना रस भरा होता है इन तोतली भाषा मे की चेहरे पर मुस्कान कुछ यूं बिखेर देता है मानो सूर्य की किरण बिखर रही हो। बहुत खूब बच्चो आपने तो मेरे पुराने पल याद दिला दिए। वरना शहर में कहा ये सब देखने को और सुनने को मिलता है। वहाँ की दुनिया तो बिल्कुल कैदी जैसी है। More Likes This देवर्षि नारद की महान गाथाएं - 1 द्वारा Anshu पवित्र बहु - 1 द्वारा archana ज़िंदगी की खोज - 1 द्वारा Neha kariyaal अधूरा इश्क़ एक और गुनाह - 1 द्वारा archana सुकून - भाग 1 द्वारा Sunita आरव और सूरज द्वारा Rohan Beniwal विक्रम और बेताल - 1 द्वारा Vedant Kana अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी