Pratikarshan book and story is written by Kailash Banwasi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Pratikarshan is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. प्रतिकर्षण Kailash Banwasi द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 7 1.7k Downloads 7k Views Writen by Kailash Banwasi Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण प्रतिकर्षण कैलाश बनवासी बस से उतरकर उसने घड़ी देखी-ग्यारह दस. यह गाँव उसका नहीं है. वह तो यहाँ से दस मील दूर दक्षिण-पूर्व में है.यह तो उसके गाँव के लिए बस स्टैंड है.उसका गाँव भी अजीब स्थिति में है,.बस से यहाँ उतरो.फिर दस मील तक पैदल मार्च. कोई अन्य साधन नहीं—न साइकिल न मोटर. उसने देखा,बस उसे छोड़कर भरभराकर काली पक्की सड़क पर निकल गयी है.इधर दो-एक टीन-टप्पर वाले होटल हैं.वह आगे बढ़ चला.अपने कंधे पर लटके बैग को व्यवस्थित करते हुए. सामने धूल-धूसर पगडंडी है. यह लगभग दो मिल तक यों ही है. धूल से अटी.ऐसा है कि पैर More Likes This आशा की किरण - भाग 1 द्वारा Lokesh Dangi मंजिले - भाग 12 द्वारा Neeraj Sharma रिश्तों की कहानी ( पार्ट -१) द्वारा Kaushik Dave बेजुबान - 1 द्वारा Kishanlal Sharma खामोशी का रहस्य - 1 द्वारा Kishanlal Sharma अकेलापन जिंदगी - 1 द्वारा Wow Mission successful सनम बेवफा - 3 द्वारा Kishanlal Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी