Comfort Zone ke baahar book and story is written by Sapna Singh in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Comfort Zone ke baahar is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. कंफर्ट जोन के बाहर Sapna Singh द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 3 4.7k Downloads 15.9k Views Writen by Sapna Singh Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण वह गुस्से में थी! बहुत-बहुत ज्यादा गुस्से में। ‘‘साले, हरामी, कुत्ते’’ उसके मुँॅह से धाराप्रवाह गालियाँॅ निकल रही थीं। हॉँलाकि उसे बहुत सारी गालियॉँ नहीं आती थीं। हर बार वह इन्हीं दो-चार गालियों के बहुवचन इस्तेमाल करती। आज भी उसकी जबान यही कर रही थी और मैं समझ गयी कि हमेशा की तरह आज भी उसका अनु भईया से झगड़ा हुआ है और शायद वह एकाध करारा हाथ भी पा गयी थी। इस तरह वह तभी बमकती थी जब झगड़ा वाकयुद्ध से आगे जाकर हाथयुद्ध में बदलता था। और अक्सर झगड़ा अपने अंतिम स्टेज में यही रूप ले लेता था प्रतिक्रिया स्वरूप वह सिर्फ फनफना कर रह जाती थी। More Likes This मंजिले - भाग 12 द्वारा Neeraj Sharma रिश्तों की कहानी ( पार्ट -१) द्वारा Kaushik Dave बेजुबान - 1 द्वारा Kishanlal Sharma खामोशी का रहस्य - 1 द्वारा Kishanlal Sharma अकेलापन जिंदगी - 1 द्वारा Wow Mission successful सनम बेवफा - 3 द्वारा Kishanlal Sharma धोखा या इश्क - 1 द्वारा aruhi अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी