भूतिया रेस्टोरेंट सोनू समाधिया रसिक द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें डरावनी कहानी किताबें भूतिया रेस्टोरेंट भूतिया रेस्टोरेंट सोनू समाधिया रसिक द्वारा हिंदी डरावनी कहानी (70) 7.2k 24.2k रोहित और सौरभ दोनों दोस्त जॉब की तलाश में भटक रहे थे। इसी के चलते दोनों कई एक्जाम दे चुके थे।दिसंबर के महीने में दोनों एक एक्जाम देकर बापस लौट रहे थे। शाम के 4बज चुके थे। उनका एक्जाम ...और पढ़ेउनके होमटाउन से दूर था।वो दोनों एक पुराने और गाँव से दूर एक बस स्टॉप पर उतर गए क्यों कि उनको वहाँ से दूसरी बस से जाना था।"उफ्फ! अभी तो दूसरी बस के लिए 2घण्टे का टाइम रखा है और यहां हम दोनों के अलावा कोई और भी नहीं है।" - रोहित ने अपनी हैंड वॉच देखते हुए और भौंहें कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें भूतिया रेस्टोरेंट अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी सोनू समाधिया रसिक फॉलो