इस कहानी में एक व्यक्ति अपने गाँव के मंदिर में होने वाले भंडारे के आयोजन के बारे में जानता है। उसकी माँ उसे बताती है कि मीटिंग में निर्णय लिया गया है कि अनुसूचित जाति के लोग खाना बनाने और परोसने में शामिल नहीं होंगे, क्योंकि भोजन पहले देवताओं को परोसा जाएगा और उसे शुद्ध माना जाना चाहिए। वह व्यक्ति इस भेदभाव पर विचार करता है और माँ से पूछता है कि ऐसा क्यों है। माँ उसे यह बताती है कि गाँव के लोग भेदभाव कर रहे हैं, हालांकि मंदिर की हर ईंट अनुसूचित जाति के लोगों द्वारा बनाई गई है। वह व्यक्ति इस भेदभाव को गलत मानता है और कहता है कि अगर खिलाने वाला खुद खा लेगा तो भंडारे का क्या मतलब रह जाएगा। वह अपनी आत्म-सम्मान की बात करता है और कहता है कि अगर कोई अन्य जाति का व्यक्ति खिलाना चाहता है तो उसे पत्तल भी उठाना पड़ेगा। अंत में, माँ उसे सलाह देती है कि वह झगड़ा करने न जाए, क्योंकि अगर किसी और को दिक्कत नहीं है तो उसे भी दिक्कत नहीं होनी चाहिए। यह कहानी जाति आधारित भेदभाव और सामाजिक न्याय के प्रति व्यक्ति की सोच को दर्शाती है। भय और आडम्बर का प्रचार - वर्तमान में जातिभेद - 5 Lakshmi Narayan Panna द्वारा हिंदी प्रेरक कथा 7 2.7k Downloads 8.4k Views Writen by Lakshmi Narayan Panna Category प्रेरक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण Part-5Cast discrimination in presentजब मुझे पता चला कि मेरे गाँव के मंदिर में हो भण्डारे के आयोजन की तैयारी के लिए बैठक बुलाई गई । उस बैठक में लोगों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई । लोगों से कितना चन्दा लेना है , किस व्यक्ति से कितना चन्दा लेना है , कौन से कार्यक्रम होगें आदि । जैसे कि बैठक व्यवस्था कौन देखेगा ? चूँकि उसी दिन पत्रिवर्ष मेला भी लगाया जाता था तो इस बात का भी निर्णय लिया गया सांस्कृतिक कार्यक्रम कौन सम्भालेगा । भोजन व्यवस्था कौन देखेगा , साफ सफाई कौन देखेगा । बैठक का निर्णय सुनने के Novels भय और आडम्बर का प्रचार मर गया पत्थर-दिल इन्शान( यह लेख लेखक के जीवन में घटित विभिन्न घटनाओं , लेखक के भीतर व्याप्त भय और भ्रम के विभिन्न दृश्यों को चित्रत करता है । लेखक का... More Likes This जादुई मुंदरी - 1 द्वारा Darkness दस महाविद्या साधना - 1 द्वारा Darkness श्री गुरु नानक देव जी - 1 द्वारा Singh Pams शब्दों का बोझ - 1 द्वारा DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR नारद भक्ति सूत्र - 13. कर्म फल का त्याग द्वारा Radhey Shreemali कोशिश - अंधेरे से जिंदगी के उजाले तक - 3 - (अंतिम भाग) द्वारा DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR काफला यूँ ही चलता रहा - 1 द्वारा Neeraj Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी