इस कहानी में, एक महिला सुबह जल्दी जागती है जब चिड़िया चहचहाने लगती हैं। सूरज अभी नहीं निकला होता, और वह ताज़ी हवा का आनंद लेते हुए उठती है। नमाज़ और तिलावत के बाद, वह टहलने के लिए बाहर निकलती है। वह पेड़ों की कतार के बीच एक छोटी सी सड़क पर तेज़ी से चलने लगती है। अंजामे मुहब्बत - 2 Sarah द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 18 2.7k Downloads 7.3k Views Writen by Sarah Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण PART 2 हस्बे मामूल चिड़यो के बेतहाशा चहचहाने पर उसकी आंख खुल गई।अभी सूरज नहीं निकला था।वो फ्रैश हवा को महसूस करते हुए उठ गई ।नमाज़ और तिलावत से फ़ारिग होकर वो वॉक करने बाहर निकल आई । Novels अंजामे मुहाब्बत ठंडी हवा के झोंके पेड़ो को झूमने पर मजबूर कर रहे थे।शाम का धुंदलका छा रहा था। हर चीज सुर्खी लिए हुए महसूस हो रही थी।सूरज नीले आसमान पर अपनी मंजिल तय क... More Likes This Fatty to Transfer Thin in Time Travel - 1 द्वारा Black Schoolmates to Soulmates - परिचय द्वारा Guddi दिल ने जिसे चाहा - 1 द्वारा R B Chavda तेरे इश्क में हो जाऊं फना - 1 द्वारा Sunita सपनों के साथ प्यार - भाग 1 द्वारा Lokesh Dangi तुम ही हो मेरा जहाँ - भाग 1 द्वारा Archana Pardhi थोड़ी देर में आ रही हूँ - 1 द्वारा Sanchaita Biswas अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी