इस कहानी में दो मुख्य वृतांत हैं। पहले वृतांत में हरिसिंह, जो एक संपन्न किसान का बेटा था, गलत संगत के कारण पतन की ओर बढ़ जाता है। उसके पिता रामप्रसाद की मृत्यु के बाद, हरिसिंह की पत्नी रानी को उसके अत्याचारों का सामना करना पड़ता है। अंततः, रानी तलाक के लिए अर्जी देती है और हरिसिंह को तीन साल की सजा होती है। जेल से लौटने के बाद, हरिसिंह में बदलाव आ जाता है और वह रानी से माफी मांगता है। रानी पहले उसे माफ नहीं करती, लेकिन अंततः परामर्श केंद्र के सहयोग से वे पुनः विवाह कर लेते हैं और एक खुशहाल जीवन बिताते हैं। दूसरे वृतांत में, एक प्रोफेसर अपनी पत्नी सुजाता को नजरबंद रखता है क्योंकि उसे लगता है कि कई लोग उसकी पत्नी पर नजर रखते हैं। सुजाता इस स्थिति से परेशान हो जाती है और अंततः परिवार परामर्श केंद्र जाती है। एक दिन, उसे मौका मिलता है और वह अपनी समस्या बताने वहां पहुंच जाती है। इस घटना से प्रोफेसर की गलती का पता चलता है और समस्या का समाधान हो जाता है। दोनों वृतांत मित्रता और परामर्श की महत्ता को दर्शाते हैं, खासकर जब लोग कठिनाइयों में होते हैं। 92 गर्लफ्रेंड्स भाग १३ Rajesh Maheshwari द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 7 2.2k Downloads 7.1k Views Writen by Rajesh Maheshwari Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण तीसरे वृतांत में आज की परिस्थितियों मे मित्र की पहचान होना बहुत आवश्यक है इसके संबंधित एक वृतांत परिवार परामर्श केंद्र में आता हैं जो इस प्रकार है। रामप्रसाद नाम का एक संपन्न किसान था जिसके एक मात्र पुत्र हरिसिंह का विवाह रानी नाम की एक लडकी के साथ हुआ था। रामप्रसाद के देहांत के उपरांत हरिसिंह स्वतंत्र हो गया था उसके उपर किसी का भी जोर नही चलता था। धीरे धीरे गलत मित्रों की संगति के कारण पतन की राह पर बढने लगा और एक दिन जुए एवं अन्य व्यसनों के कारण उसकी सारी संपत्ति नष्ट हो गयी और Novels 92 गर्लफ्रेंड्स आत्मकथ्य आज पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव में आकर हमारा युवावर्ग दिग्भ्रमित होकर अपनी सभ्यता, संस्कृति और संस्कारों को भूलता जा रहा है। आज नारी को सि... More Likes This नींद में चलती कहानी... - 1 द्वारा Babul haq ansari शब्दों का सच्चा सौदागर - 1 द्वारा Chanchal Tapsyam Taaj Ya Taqdeer ? - 1 द्वारा dhun गड़बड़ - चैप्टर 2 द्वारा Maya Hanchate इश्क़ बेनाम - 1 द्वारा अशोक असफल शोहरत की कीमत - 1 द्वारा बैरागी दिलीप दास रंग है रवाभाई ! द्वारा Chaudhary Viral अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी