lajwanti book and story is written by Ved Prakash Tyagi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. lajwanti is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. लाजवन्ती Ved Prakash Tyagi द्वारा हिंदी लघुकथा 24 1.5k Downloads 8.5k Views Writen by Ved Prakash Tyagi Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण लाजवन्ती मैं तो अपनी बेटी को डॉक्टर बनाऊँगा, नमिता के पेट पर हाथ फिराते हुए राजेन्द्र ने कहा, और अगर बेटा हुआ तो, नमिता ने अपने पेट को दोनों हाथों का सहारा देते हुए पूछा, बेटा हुआ तो उसको भी डॉक्टर ही बनाऊँगा, बड़ा डॉक्टर बनकर मेरी क्लीनिक वो संभालेगा। राजेन्द्र व नमिता की बातें अभी चल ही रही थी कि राजेन्द्र ने अचानक घड़ी की तरफ देखा, साड़े बारह बज चुके थे, सुबह उठकर क्लीनिक भी खोलना था और नमिता को जांच के लिए भी जाना था। रात बहुत हो गयी अब सोना चाहिए और इतना कहकर राजेन्द्र ने More Likes This दादीमा की कहानियाँ - 2 द्वारा Ashish My Devil Hubby Rebirth Love - 46 द्वारा Naaz Zehra अकेलापन द्वारा Kahani Sangrah मझली दीदी द्वारा S Sinha बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish नो मोर अभी नहीं द्वारा S Sinha शैतान का कुचक्र - 1 द्वारा LM Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी