फिल्म 'ज़ीरो' की समीक्षा में लेखक ने सवाल उठाया है कि आखिर इस फिल्म को क्यों बनाया गया। शाहरुख खान और अनुष्का शर्मा की अदाकारी की तारीफ करते हुए, उन्होंने फिल्म की कहानी की कमजोरियों पर ध्यान केंद्रित किया। फिल्म की कहानी मेरठ के 38 साल के बउवा सिंह की है, जो अपने छोटे कद के कारण शादी नहीं कर पाता। वह फिल्म स्टार बबीता का प्रशंसक है और एक वैज्ञानिक आफिया से प्यार कर लेता है। हालांकि कहानी में कुछ मनोरंजन है, लेकिन फिल्म के मध्य भाग में गति धीमी पड़ जाती है और क्लाइमेक्स तक पहुंचते-पहुंचते थकावट महसूस होती है। लेखक ने फिल्म की पटकथा को आलोचना की, यह कहते हुए कि इसमें कई कमियां हैं, जैसे बउआ का बिना किसी सोच-विचार के पैसे खर्च करना और उसकी मां का अजीब व्यवहार। कुल मिलाकर, फिल्म ने अपेक्षाकृत बड़े बजट और सितारों के बावजूद लेखक को निराश किया, और इसे एक कमजोर पटकथा के कारण असफल माना गया। फिल्म रिव्यू – ‘ज़ीरो’… क्या किंग खान के करियर की डूबती नैया पार लगा पाएगी ये फिल्म..? Mayur Patel द्वारा हिंदी फिल्म समीक्षा 31k 3.6k Downloads 13.5k Views Writen by Mayur Patel Category फिल्म समीक्षा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण फिल्म रिव्यू – ‘ज़ीरो’… क्या किंग खान के करियर की डूबती नैया पार लगा पाएगी ये फिल्म..? (Film Review by: Mayur Patel) कुछ फिल्मों को देखकर विचार आता है की, ‘ईसे बनाया ही क्यूं गया है?’ जैसे की विशाल भारद्वाज की ‘रंगून’ और अनुराग कश्यप की ‘बोम्बे वेल्वेट’. यही सवाल मेरे जहेन में आया ‘ज़ीरो’ देखकर- ‘आखिर ईस फिल्म को क्यूं बनाया गया?’ शायद ये साबित करने के लिये की शाहरुक खान कितनी अच्छी एक्टिंग कर सकते हैं या फिर अनुष्का शर्मा कितनी अच्छी ओवर एक्टिंग कर सकती है? ‘ज़ीरो’ का ट्रेलर देखकर ही लगा था की ईतने विशाल फलक Novels फिल्म रिव्यू - मयूर पटेल फिल्म रिव्यू – ‘ठग्स ओफ हिन्दोस्तान’… दर्शको को वाकइ में ठग लेगी ये वाहियात फिल्म कई सालों से ये होता चला आ रहा है की दिवाली के त्योहार पर रिलिज हुई... More Likes This पती पत्नी और वो - भाग 1 द्वारा Raj Phulware टीपू सुल्तान नायक या खलनायक ? - 9 द्वारा Ayesha फिल्म समीक्षा द डिप्लोमेट द्वारा S Sinha सिल्वरस्क्रीन के गोल्डन ब्वॉयज़ - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil नंबर वन कौन? वहीदा रहमान या शर्मिला टैगोर द्वारा Prabodh Kumar Govil बॉलीवुड vs हॉलीवुड द्वारा S Sinha फिल्म रिव्यू - Bad Newz द्वारा S Sinha अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी