एहसास - भाग 4 Vartikareena द्वारा क्लासिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ

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एहसास - भाग 4









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वो कार कि खिड़की से बाहर देख रही थी । मौसम बारिश का था । ठंडी हवा चल रही थी । पर फिर भी उसे पसीना आ रहा था । उसके ज्ञान पैर कांप रहे थे । और दिल कि धड़कने काफी ज्यादा बढ़ गई थी । उसे अपना सर घुमाता हुआ सा महसूस हो रहा था । उसने अपने पेट पर हाथ रखा और कटवा पेट सहलाने लगी । मानो अपने बच्चे का होना महसूस कर रहा हो । 


तभी उसे एक झटका लगा । उसे याद आया कि उसके मां बाप को जब इस बारे में पता चलेगा तब क्या होगा । उसके दिमाग में अपने मां बाप कि बदनामी घुम्ने लगी । और अब वो डरने लगी थी कि उसकी वजह से उसके परिवार का सर शर्मिंदगी से झुक जाएगा । उसने अपनी आंखे कसकर बंद कर ली । 

नहीं ! वो कभी ऐसा होने नहीं देगी । ये बच्चा अब तक इस दुनिया में आया नहीं है । इसलिए ये अभी ही चला जाए तो ज्यादा बेहतर होगा । आज तो अबोर्शन होकर रहेगा ‌। 


तभी एक आवाज आई । लड़की ने अपनी आंखें खोली और आवाज सुनने कि कोशिश करने लगी । पर उसे कोई दिखाई नहीं दिया । ये आवाज़ एक बच्चे कि थी । तभी एक बार फिर किसी बच्चे कि आवाज़ आई । 


मां!!


उसने एक बार फिर आसपास देखा । और अगले एक सेकिंड के सौवें हिस्से में उसे पता चल गया कि ये आवाज़ कहा से आ रही है । 


उसने अपनी आंखे बंद कर ली । और एक आंसू कि धारा उसकी आंखों से निकल गालों को चूमते हूं कहीं अनंत में मिल गई । 


गाड़ी रूकी ‌‌। और उसने सामने देखा तो अस्पताल आ गया था । उसने अपने प्रेमी कि तरफ देखा, जो चाहता था कि उसका बच्चा इस दुनिया में आए । वो बाहर निकल ही रहा था कि उसने अपने प्रेमी का हाथ पकड़ लिया । 

उसने एक नजर अपने सामने बैठी लड़की को देखा । जो उसके बच्चे कि मां बनने वाली हैं । तभी उसने कुछ और भी देखा ‌। लड़की कि आंखों से आंसू बह रहे थे । उसे एक झटका सा महसूस हुआ और उसने जल्दी से लड़की का चेहरा अपने हाथों में भर लिया । 


" क्..क्या हुआ ? तुम रो क्य़ो रही ? " उसने पुछा 

वो फफक कर रोने लगी । अब लड़के का दिल बैठा जा रहा था । अब तक कि सारी नाराजगी उसकी माओ कहीं हवा हो गई थी । उसने लड़की को अपने सीने से लगा लिया । और उसकी पीठ सहलाने लगा । 


वो थोड़ी देर तक रोती रही फिर शांत होकर उस है अलग हो गई । लड़के ने उसका सर सहला दिया । और कार से बाहर निकल गया । वो लड़की साईड आया तो अब तक वो बाहर आ गई थी । उसने लड़की का हाथ थामा और आगे बड गया । 





कुछ समय बाद 


वो अल्ट्रासाउंड रूम में थी । इस वक्त एक मशीन उसके पेट पर डॉक्टर घुमा रहा थी । और मोनिटर पर अपनी नजरें गड़ाए कुछ देख रहा थी । 


" हम्म! बेबी का दिल बन गया है । और अब तक सब ठीक है । " डॉक्टर बोली । 


लड़की ने बस हां में अपना सिर हिला दिया । डॉक्टर ने उसे देखा और मुस्कुराई । 


" सुनो ! " डॉक्टर ने लड़की को आवाज लगाई ।

" जी ! " 

" तुम अभी ज्यादा बड़ी नहीं हो पर अब तुम प्रेग्नेंट हो ! आई नो तुम्हें ऐसा नही करना चाहिए था। वैसे तो तुम्हें अपनी हद पार नहीं करनी थी पर तुम प्रोटेक्शन भी यूज कर सकती थी । पर तुमने वो भी नहीं किया । तो अब जब रिजल्ट सामने है तो भाग क्यो रही हो !! " डॉक्टर ने सख्ती से कहा ।


लड़की ने उन्हें देखा और अपना सर झुका लिया । 

" तो क्या मैं अबोर्शन करा लूं ? मगर मेरा बॉयफ्रेंड ऐसा नहीं चाहता । " लड़की सुबकते हुए 

" क्यो ? " 

" उसे ये बच्चा चाहिए! " 

" तो जब वो अपनी जिम्मेदारी से नही भाग रहा तो तुम क्यो भाग रही हो ‌। तुम लकी हो कि तुम्हारा पार्टनर तुम्हारे साथ है वरना के लड़कियों को तो ऐसी हालत में छोड़ कर चले जाते हैं लड़के ! " 


डॉक्टर बोली ।

" मैं जानती हूं ! पर .." लड़की बोलते बोलते चुप हो गई ।

" पर..पर तुम्हारी फैमली । राईट !! " 

लड़की ने हां में सर हिला दिया । डॉक्टर ने गहरी सांस भरी और अपना सथेथिसकोप लेकर उनोहोने लड़की के पेट पर धड़कन सुन ने वादा हिस्सा लगा दिया । और इयर फोन वाला हिस्सा कान में । 


" फील दिस ! " डॉक्टर अब प्यार से बोली 

लड़की ने जैसे ही वो धडकने सुनी , उसे एक सुकून का एहसास हुआ । अनान्यास ही उसकी होंठों पर एक मुस्कान खिल उठी । 

डॉक्टर ने जब ये देखा तो वो मुस्कुरा दी । उन्होंने अपना काम कर दिया था । 


लड़की ने डॉ को देखा‌ । 

" सुनो इस धड़कन को जो तुम्हारे अ़दर गुंज रही है । महसूस करो उस नन्हे से दिल को ! तुम लोगों ने जो गलती करी उसकी सजा ये दिल क्यो भुगते है । हा तुम्हारी बात सही है परिवार के लिए। मगर ये तो तुम लोगों को अपनी मर्यादा पार करने से पहले सोचना था ना ! अब जब गलती कर दी है तो उस गलती को सुधारो ! और अगर ये तुम्हारे प्रेम कि निशानी है तो इसके प्रति अपना फर्ज निभाओ ! " 


लड़की ने हां में अपना सर हिलाने लगी ‌। 

" रही बात मां बाप कि तो वो माफ नहीं करेंगे ! इसलिए नहीं कि तुमने परिवार का नाम डुबोया है । बल्कि तुम दोनों ने उनका भरोसा तोड़ा है । " 

इतना बोलकर डॉ ने दरवाजे पर खड़े लडके बॉयफ्रेंड को देखा । 


वो दोनो को ये बातें कह रही थी । 





क्रमशः 

इस भाग गये इतना ही मिलते हैं अगले भाग के साथ ।