I Hate Love - 12 aruhi द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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I Hate Love - 12

जिसे देख जानवी ,,,,एक पल के लिए डर जाती है ,,,,,क्योंकि इस वक्त आज की आंखें बिल्कुल लाल दिख रही थी लेकिन यह बताना मुश्किल था कि राख की आंखें किस वजह से लाल थी उसके गुस्से या फिर  नशे की वजह से,,,,

 जानवी अंश को यूं अचानक अपने सामने देख हकलाते हुए,,,, क्या क्या हुआ अंश

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आब आगे 

.लेकिन अंश बिना जानवी की कोई बात सुने उसको घूरते हुए ,,,,उसकी तरफ बढ़ने लगता है ,,,,जानवी तो बस उसकी आँखों को देखती रहती है ,,,,जैसी वाह उसकी आँखों को पढ़ने की कोशिश कर रही हो,, ,,

आखिरी में जानवी टेबल तक पहुंच गई,,,,, वह रुक जाती है ,,,,क्योंकि उसे आगे और कोई जगह नहीं थी,,,और वही अंश जानवी को गुस्से से घूरकर ,,,,उस पर चिल्लाते हुए,,,,, तुमसे मैं जो, ,,, पूछू ,,,उसका जवाब,,,,तुम्हें देना होगा ,,, वाह भी सही सही,,,,

और जानवी उसे तो कुछ समझ नहीं आता की,,,, अंश बात क्या कर रहा है,,, जानवी तो बस कन्फ्यूज हो ,,,,,,,,अंश को देखि जा रही थी,,,,की तभी उसे अंश की आवाज़ आती है ,,,, तुमने मेरे कॉफ़ी में क्या मिलाया था,,,,,

अंश की बात सुन,,,, जानवी अंश की तरफ देख अपने मन में ,,,, अंश कहना क्या चाहता है,,,,,,क्या अंश को पता चल गया कि मैंने उसे कॉफ़ी में,,,,वो मैडिसियन मिलायी थी,,,, या मुझे ही कुछ गलतफहमी हो रही है ,,,,,,

अंश गुस्से से चिकते हुए,, तुम्हें सुना नहीं,,,, मैंने क्या कहा,,,,की तुमने कॉफ़ी मैं क्या मिलाया था,,,,,,

 जानवी अंश की गुस्से भरी आवाज सुन ,,, डरते हूए,,,,, तुम क्या कह रहे हो,,,, मैं समझी नहीं,, कौन सी कॉफी मेरा मतलब है,,कौन सी दवा,,,,,

अंश जानवी के मुंह से ये बात सुन गुस्से से ,,,,,उस टेबल पर पड़ी साड़ी फाइल को गुस्से में जमीन पर फेकते हुए,,,,, जानवी झूठ बोलना बंद करो,,,,, क्योंकि मैं इसे आगे तुम्हारे मुंह से एक भी झूठ नहीं सुनने वाला ,,,,,,, इसलिए मैं सिर्फ तुमसे आखिरी बार पूछ रहा हूं कि तुमने उस कॉफ़ी मैं,,,क्या मिलाया था,,,,जानवी उसको इतने गुस्से में देख ,,,,, देखो अंश तुम अभी काफी गुस्से में हो,,,,,इसलिये तुम्हें खुद नहीं पता ,,, की तुम बोल क्या रहे हो ,,,,, 

तो हम कल बात करते हैं,,, ,,,और जब तुम्हारा गुस्सा ठंडा हो जाए ,,,और वैसे भी मुझे भी कुछ समझ नहीं आ रहा ,,,,कि तुम कहना क्या चाहते हो,,,, यह कह जानवी,,,, वहां से जाने लगती है,,,,

और वही अंश जानवी को जाता देख ,,,,, उसे पकड़ एक तरफ धक्का दे देता है,,,,,, जैससे जानवी संभल ना पाने की वजह से सिद्ध जमीन पर गिर जाती है ,,,,,और उसके हाथों से खून बहने लगता है है ,,,,
लेकिन अंश बिना कोई प्रभाव किये ,,, उसके पास जा जमीन पर बैथ उसके गालो को पकड़,,,, देखो जानवी मेरे सामने स्मार्ट बनने की कोशिश मत करो। ,,,,,,,,, क्योंकि मैं तुम्हें अच्छे से जानता हूं ,,,,,और मैं तुम्हें जितना जानता हूं ,,,,,,, उस हिसाब से मैंने जो भी तुम्हारे साथ किया ,,,,,उस चिज का ,,तुम मुझसे बदला लेना के लिए,,ये सब कर रही हो ना ,,,,
जानवी अंश की बातें सुनो,,,,, उसे भी गुस्सा आने लगा था,,,, और फिर वह भी अंश को जवाब देते हुए,,,, देखो अंश तुम्हें किसी को धोखा देने, या दूसरे से बदला लेने की जरूरत पड़ती होगी ,,,,, लेकिन मुझे नहीं ,,,,,क्योंकि मैं तुम जैसी नहीं हूं ,,,,,सुना तुमने ,,,,और रही बात तुम्हें मेरे बारे मैं सोचने की ,,,,तो मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता,,,कि तुम मेरे बारे मैं क्या सोचते हो ,,,, 


यह कह जानवी,,,, एक झटके में अंश के हाथों को झटकते हुए वहां से जाने लगती है,, ,,
 और इधर अंश का नशा ,,,,वक्त के साथ बढ़ता जा रहा था,,,,, लेकिन गुस्से की वजह से ,,,,उसके अपने शरीर में हो रहा बदलाव का पता नहीं चल रहा था,,,,

अंश भी गुस्से से उठ,,,,,, जानवी की तरफ देखते हुए ,,,,रुक जाओ जानवी,, और मुझे साफ-साफ बता दो,,,,,की वो भी तुम ही थी ,,,,,ना जिसने उस रात मेरे कोल्डड्रिंक मै,,थोरा रुक कर,,,,,,वो ड्रग्स मिलाया था,,,,,

तुम्हें क्या लगा था ,,,की मुझे कुछ नहीं पता चलेगा ,,,,,लेकिन देखो मुझे सब पता चल ही गया ,,,,,लेकिन मैं सिर्फ तुम्हारे मुंह से सुनना चाहता हूं ,,इसलिये तुम बस मेरे सवालों का जवाब दो ,,,,और यहां से चली जाओ,,,,,क्योंकि मुझे भी,,,,,तुम्हें यहां रोकने में कोई दिलचस्पी नहीं,,,

क्योंकि अब मुझे पता चल ही गया है ,,,, तो अब तुम अपने मुंह से ही बोल दो,,,,, कि उस कॉफी मैं तुमने ही कुछ मिलाया था,,,,जिससे मेरी ये हालात हो गई है,,,,
और वहीं जानवी अंश के बात सुन ,,,,,उसके कदम वही रुक जाते हैं ,,,,,,उसे तो बस अपने कानो ,,में एक चीज सुनाई दे रही थी,,,, ,,,,की उस कॉफी की वजह से ,,,,उसकी यह हालत हुई है ,,,,,ये सुन्न जानवी अपने मन में ,,,अंश का कहने का क्या मतलब है ,,,,,याह हालत ,,,,,मतलब ,,,,क्या ,,,,,अंश को,,,, फिर से नशा चड्ड ने लगा है ,,,,पर,,पर कैसे,,,,,उसे तो मैंने दवा दी थी,,,,,


फिर उसकी तबीयत कैसी खराब हो सकती है,,,,,याह सोचता वह ,,, जानवी झट से अंश की तरफ मुड़ जाती है ,,,,,तो देखती है,,, कि अंश की पूरी बॉडी पसीने से भीग चुकी थी,,और उसकी आंखें भी लाल हो गई थी,,,,,जिसे देख जानवी खुद से ,,,,,याह कैसा हो सकता है ,,,,,और फिर अंश की तरफ देखते हुए,,,,, क्या अंश तुमने मेरी बनाई हुई कॉफ़ी नहीं पी थी ,,,,,जानवी तो इतना ही कहना था ,,,,,,कि अंश  उसके करीब आते हुए,,गुस्से से ,,,, तुम ऐसे नहीं बताओगे ना ,,,,,

और फिर अपने सब्दों को जोर देते हुए,,,, तो ठीक है ,,,,,अब जो होगा उसकी जिम्मेदारी,,,,, तुम खुद होगी,,,,, यह कह अंश एक झटके में जानवी का गला पकड़ ,,,,, उस पर अपनी पकड़ मजबूत कर देता है
और इधर जानवी को तो कुछ समझ ही नहीं आया,,,,,, कि अभी भी उसके साथ हुआ क्या ,,,,,,क्यूंकी अंश ने बहुत ही जल्दी मैं उसका गला दबाया था 

, ,,,,और इधर ,,, जानवी तो ,,,बस उसकी आंखें ही देखे जा रही थी ,,,,,जिसमे उसे ,,,,,अंश की आंखों में सिर्फ गुस्सा नजर आ रहा था,,,,
उसे इस वक्त बस एक ही ख्याल आ रहा था,,,,,क्या अंश गुस्से में उसकी जान तक लेने को तैयार है। ,,,,,जिसे सोच उसके दिल में एक अजीब सा दर्द होने लगा था ,,,,,क्योंकि कभी एक दिन ऐसा भी था ,,,,जब अंश ने ,,,,उसके साथ जीने मरने की वादे किये थे ,, ,,लेकिन ये सोच उसकी आँखों में आसू तो नहीं ,,,,लेकिन उसके दिल में दर्द जरूर था,,,,,,,,,क्योंकि जब इंसान अपनों से ही उम्मीद छोड़ देता है ,,,,,तो उसके आसुं खत्म हो जाता है ,,,,, ,
अब कुछ ही देर है मैं जानवी की सांसें भी उखाड़ने लगी थी,,,,,अंश उसकी गर्दन को इतना जोर से दबा रहा था,,,,,उसकी सांस फूलने की वजह से,,, उसका पूरा चेहरा लाल हो गया,, ,,,,,और उसकी आँखों के कोने से आंसुओ के दो लकीर बन गई ,,,,,

अब जानवी को और सहा नहीं जा रहा था,,,और उसकी आंखें बंद होने लगती हैं,,, और उसके आंखों के सामने अंश के साथ बिताए पुराने पल घुमने लगते हैं,,,,,,,, क्यूकी अब वाह कर भी क्या  सकती थी,,, क्योंकि उसे मौत के घाट उतारने वाला भी,,,,,,, उसकी मोहब्बत थी,,,, जो कभी उससे मोहब्बत करता ही नहीं था,,,,, आज जानवी के जिस्म पर चोट नहीं,,,, उसके खुद के दिल पर चोट लगी थी,,,,जो शायद ही कभी भर सकती थी,,,,
और इधर अंश की हालत वक्त के साथ बिगरर्ती जा रही थी,,,,, उसे अब हद से ज्यादा गर्मी लगने लगी थी,,,,,जिससे महसूस कर अंश एक झटके में उसे धक्का दे ,,,,जमीन पर गिरा देता है,,,, ,

क्योंकि अब अंश की तबीयत और ख़राब हो गई थी,,,,, शायद उसका जानवी के करीब होने की वजह से,,,,उसे उसकी ज़रूरत महसूस होने लगी,,,,,जानवी की खुशबू महसूस कर अंश का नशा और बढ़ने लगा था,,,,,,जिसके हारमोंस और भी जल्दी से बदलने लगे थे,,,,,, और उसकी बॉडी अलग से रिएक्ट करने लगी ,,,,
जिसे अब नियंत्रण करना अंश के लिए मुश्किल हो रहा था ,,,,,और साथ में उस रात वाली फीलिंग का अनुभव भी होने लगा था,,,, जिसे महसूस कर  अंश ने जल्दी से जानवी को खुद से दूर कर,,, उसको धमाकाते हुए,,,, जो अभी अंश दुवारा धक्का देने की वजह से जमीन पर गिरी थी,,,,,उसकी तरफ देख,,,,, गुस्से से ,,,,अभी इसी वक्त यहां से दफा हो जाओ,,,,,,मैं तुम्हारी सकल भी नहीं देखना चाहता ,,,,,

अगर तुम कुछ देर और रुकी,,,,तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा ,,,सुना तुमने,,,,,
यह काहे अंश बिना जानवी की तरफ देखे,,,,,, अपने केबिन में बने,,,, पर्सनल रूम में चला जाता है,,,,और फिर सीधा वॉशरूम में चला जाता है,,,,क्योंकि वह कुछ देर और,,, जानवी के पास नहीं रहना चाहता था,,,,, क्योंकि उसे पता था ,,,,,की अगर वह कुछ ,,,,, देर और जानवी के पास रुका,,,, तो उस रात जैसे कुछ ना हो जाए,,,,और इधर जानवी को अंश दुवारा छूटते ही खासी आने लगती है ,,,लेकिन वह ख़स्ता हुए भी अंश के बारे में मैं सोच रही थी ,,,,उसे तो अंश के फिक्र हो रही थी ,,,,की कहीं उसमें ड्रग्स का असर तो नहीं होने लगा ,,,,नहीं नहीं मैंने तो बराबर से उसकी कॉफी में ,,,,वो मेडिसिन मिलाई थी,,,,फिर कैसे हमें ड्रग्स का असर हो सकता है,,,,,यह सब सोच तो जानवी का सर फटे जा रहा था ,,,, उसे समझ नहीं आ रहा था ,,,,,की वाह करे तो क्या ,,,,,

और उसे बस यही ख्याल आ रहा था,,,,, कि क्या अंश ने वह कॉफ़ी नहीं पी थी,,,,,,अगर अंश ने वह कॉफ़ी नहीं पी होगी,, तो अंश की जान भी जा सकती थी,,,, ,,

यह सोच जानवी बिना एक पल गवाये ,,,,बगैर कुछ सोचे समझे ,,,,जल्दी से अपने सांसों को कंट्रोल कर ,,,,उस कमरे की तरफ जाने लगती जिस कमरे में ,,, इस वक्त अंश गया था,,,,
क्योंकि उसे यह वक्त,,,,,अंश को देखना था,,,, क्योंकि ,,,,,,उसे बहुत घबराहट हो रही थी ,,,,,की कहीं अंश की तबीयत ,,,,खराब तो नहीं हो गई

और जल्दी से कमरे में जा ,,,,,वॉशरूम में जा देखती है ,,,,तो अंश को इस हालत में देख,,,, जानवी जोर दार चिख के साथ ,,,,अंश ,,,,,और ,अंश की तरफ जाने लगती है ,,,,,

आज के लिए बस इतना

💓💚💙💚💓💓💚💙💚💓💚💙

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 





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