जिसे सुन रुही ,,,,,आयुष की तरफ देखते हुए ,,,,,,,ठीक है ,,,,,,,मैं इस शहर से और,,,,,,तुम सबसे,,,,,, कही बहुत दूर चली जाऊंगी ,,,,,
,यह कहे रूही,,,,,,,आयुष के हाथों से पैसे ले लेती है ,,,,,,,और उन पैसों को अपनी दर्द भरी स्माइल कर,,,,,,,देखते हुए, ,,,,,,,,, तुम क्या चीज हो ,,,,,,,तुम्हें पाने के लिए लोग,,,,,,,,किसी भी हद तक चले जाते हैं ,,,,,,,और अच्छे से अच्छे लोग ,,,,,,,,,,,भिखारी बन जाते हैं
और फिर वह वहां से जाने लगती है,,,,,,,,कि तभी आयुष दौड़ता हुआ ,,,,,,,,,,रोहि के पास जा,,,,,,,उसे कागज दे,,,,,,,रोहि तुम्हे जब भी ,,,,,,मेरी जरूरत हो,,,,,,,तो इस नम्बर पर मुझे फोन कर देना ,,,,,,
, और हां ध्यान से जाना,,,,,,,क्योंकि मिहिर के आदमियों की नजर आब भी कहीं ना कहीं,,,,,तुम पर होगी,,,,,यह कह,,,,,,,,वह वहां से चला जाता है
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इसलिए मैं कह रह रहा हूं,,,,,,,,कि तुम मेरी बात मानो,,,,,,और यहां से बहुत दूर चली जाओ,,,,,,और फिर अपनी जेब से कुछ पैसे निकाले; ,,,,,,,रोहि के हाथ में रखते हुए
और वही रूही,,,,,,,,अपने हाथ में पैसे देख ,,,,,,,,,,आयुष की तरफ देखते हुए ,,,,,,,आयुष ,,,,,,, यह क्या कर रहे हो,,,,,,,,मुझे यह पैसे पैसे नहीं चाहिए,,,,,,, इसे,अपने पास ही रखो ,,,,,,और यह कहते हुए रूही ,,,,,,,,,सारे के सारे पैसे आयुष के हाथ में दोबारा रख देती है
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Abb aage,,,,,,,,,,,
रोहि को ऐसा करता देख ,,,,,,,,,रूही तुम क्या कर रही हो ,,,,,,,तुम्हें इस वक्त ,,,,,,पैसों की बहुत जरूरत है,,,,,चलो यह पकड़ो ,,,,,,,और यहां से कहीं दूर चली जाओ ,,,,,,,,
और फिर उसका चेहरा देखते हुए ,,,,,,मुझे पता है ,,,,,,,तुम्हें पैसा नहीं लेना चाहती ना,,,,,,,तो कोई बात नहीं ,,,,,,,जब तुम्हारे पास ,,,,,,,पैसे आ जाएंगे ,,,,,, तब तुम मुझे ,,,,, यह पैसे वापस कर देना ,,,,,,,,,
पर अभी तुम,,,,, ले लो,,,,,, और याहा से कही दुर चली जाओ ,,,,,,,क्योंकि मैं तुम्हें,,,,,,अब और दर्द में नहीं देख सकता
और मैं ना ही इससे ज्यादा तुम्हारी,,,,,,,,,,,और कोई मदद कर सकता हूं, ,,,,, क्योंकि अगर मिहिर को पता चला ,,,,,,,,,तो वह मुझे भी नहीं छोड़ेगा ,,,,,,,,और मेरे छोटे से बिजनेस को ,,,,,,,तुम्हारे दादा के बिजनेस की तरह ही बर्बाद कर देगा
;जिसे सुन रुही ,,,,,आयुष की तरफ देखते हुए ,,,,,,,ठीक है ,,,,,,,मैं इस शहर से और,,,,,,तुम सबसे,,,,,, कही बहुत दूर चली जाऊंगी ,,,,,
,यह कहे रूही,,,,,,,आयुष के हाथों से पैसे ले लेती है ,,,,,,,और उन पैसों को अपनी दर्द भरी स्माइल कर,,,,,,,देखते हुए, ,,,,,,,,, तुम क्या चीज हो ,,,,,,,तुम्हें पाने के लिए लोग,,,,,,,,किसी भी हद तक चले जाते हैं ,,,,,,,और अच्छे से अच्छे लोग ,,,,,,,,,,,भिखारी बन जाते हैं
और फिर वह वहां से जाने लगती है,,,,,,,,कि तभी आयुष दौड़ता हुआ ,,,,,,,,,,रोहि के पास जा,,,,,,,उसे कागज दे,,,,,,,रोहि तुम्हे जब भी ,,,,,,मेरी जरूरत हो,,,,,,,तो इस नम्बर पर मुझे फोन कर देना ,,,,,,
, और हां ध्यान से जाना,,,,,,,क्योंकि मिहिर के आदमियों की नजर आब भी कहीं ना कहीं,,,,,तुम पर होगी,,,,,यह कह,,,,,,,,वह वहां से चला जाता है
आज के लिए बस इतना
तो क्या सच में रूही यह शहर छोड़ कर चली जाएगी ,,,,और आगे क्या होगा जाने के लिए पढ़ते रहे माय डेविल हस्बैंड आई hate you
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और वहीं दूसरी तरफ साईना वॉशरूम से निकाल ,,,,,,कॉलेज से बाहर जाने लगती है ,,,,,,,और उसके पीछे-पीछे उसके बॉडीगार्ड्स भी होते हैं,,,,,तभी उसकी नजर सामने गेट के बाहर की कार पर जाती है ,,,,,जिसे देख साईना अपना सलाइवा घटते हुए,,,,,,धीरे-धीरे कदम कार की तरफ,,,बढ़ाने लगती है
;साईना काफी डरी हुई थी,,,,,,,जब से उसने उस कमरे के अंदर का हाल देखा था,,,,,,,तब से उसके अंदर का,,,,,,यह डर जा ही नहीं रहा था
की तब तक साईना,,,,,उस कार तक पहुंच जाती है,,,,,
साईना अभी,,,,,अपने मन में,,,,,कास ,,,,,कार के अंदर ,,,,आदित्य ना हो,,,,,,की तभी वह बॉडीगार्ड गेट खोल,,,,साईना को अंदर; बैठने को कहता है,,,,,
और वहीं साईना बॉडीगार्ड की बात सुन,,,,,,एक लंबी गहरी सांस ले,,,,,,, आपना सर उठा,,,,,, कार के अंदर देखती है,,,,,,,तो सच में आदित्य,,,,पहले से ही,,,,,कार के अंदर बैठा हुआ था ,,,,,,जिसे देख साईना की तो जैसे सांस अटक गई हो
और वही आदित्य कार के अंदर बैठा ,,,,,फोन चला रहा था,,,,,लेकिन साईना को ,,,,, अब तक कार के अंदर ना आता देख,,,,,,आदित्य फोन से नजर हटा ,,,,,सामने अपनी आंखें छोटी कर ,,,,,साईना को देखने लगता है
जिसे देख साईना अपना सलाइवा घाटक ,,,,,,,हर बढ़ाते हुए,,,,,आदित्य से दूरी बना ,,,,,कार के अंदर बैठ जाती है ,,,,
;और वही आदित्य जो कब से चीन को देखे जा रहा था ,,,,,,,उसे डरा हुआ और घबराते हुए ,,,,,खुद से दूर बैठा देख,,,,,,,आदित्य अपना हाथ आगे बढ़ा,,,,, साईना का कमर पकड़ ,,,,,उसे अपनी गोद में बैठा लेता है
और वहीं साईना की तो जैसे,,,,,,अब सासे रुक गई हो ,,,,,,,जिससे साईना अपना सलाइवा घटक ,,,,,, घबराते हुए,,,,,,अपना सर उठा,,,,,,आदित्य; की तरफ देखते हुए,,,,,आदित्य,,,, ये ये क्या कर रहे हो
जिसे सुन आदित्य अपना हाथ आगे बढ़ा,,,,,,, साईना के बालों को सहलाते हुए,,,,,बड़े प्यार से ,,,,,,,,अब यह बताओ कि तुमने कल रात उस कमरे में क्या देखा
और वहीं साईना जो आदित्य से डर रही थी ,,,,,,, लेकिन आदित्य की बात सुन, ,,,,,,,,,,
साईना जैसे कांपने लगी थी ,,,,और फिर वह अपने डरी हुई नजरों से ,,,,,,आदित्य की तरफ देखते हुए,,,,,,,क्या इसने मुझे कल,,,,,,वहां देख लिया थाथा, ,,,,,,ह सोचते हुए साइना कापने लगती है ,,,,,,,,,क्योंकि उसके सामने कल रात वाला सीन,,,,,फिर से आने लगता है
;फ्लैशबैक🩵🩵
Aab आगे इन सब की लाइफ में क्या होगा,,,जाने के लिए पढ़ते रहे ,,,डेविल आई हेट यू