जिन्न परी साधना
परी साधना एक विशेष प्रकार की मानसिक और आत्मिक साधना है, जिसे मुख्य रूप से आध्यात्मिक उन्नति, मानसिक शांति, और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन के लिए किया जाता है। इसे विभिन्न पारंपरिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोणों से देखा जाता है। हालांकि, परियों (या 'फेयरी' के रूप में भी जाना जाता है) के साथ किसी प्रकार की साधना का उल्लेख विशेष रूप से लोककथाओं, मिथकों, और उपास्य तंत्रों में होता है।
इस साधना (Jinn Pari Sadhana) को आपको श्मशान में करना है। यह मात्र1 दिन की साधना है। आपको पूर्णिमा पर इस साधना (Jinn Pari Sadhana) को करना होगा, क्योंकि इस दिन यह पवित्र योनिआँ अति शक्तिशाली हो जाती हैं और अपने पूर्ण प्रभाव के साथ सिद्ध होती हैं।
विधि :
१) स्नान करके श्मशान में रात के पूरे10 बजे प्रवेश करना है।
२) उत्तर दिशा कीओर मुख कर इस साधना (Jinn Pari Sadhana) को करना होता है।
३) पहले आसन जाप पढ़ना है और फिर शरीर कीलन मंत्र पढ़कर अपने चारों ओर लोहे की छुरी से एक गोल चक्र बनाना है।
४) इसके पश्चात लोहबान की अगरबत्ती जलाकर गुरु एवं गणपति जी का मानस पूजन करना है और उनसे साधना (Jinn Pari Sadhana) हेतु आज्ञा माँगनी है।
५) माला जाप हेतु आप रूद्राक्ष की माला का प्रयोग करेंगे जोकि प्राण-प्रतिष्ठित होगी।
6) इस साधना (Jinn Pari Sadhana) में आसन एवं वस्त्र श्वेत होंगे।
॥मन्त्र॥—” बा हिसार हनसद हिसार जिन्न देवी परी ज़ेर वह एक खाई दूसरी अगन पसारी गर्व दीगर जां मिलाईके असवार धनात॥”
आपको लगातार मंत्र जप करते जाना है जब तक कि परी हाज़िर ना हो जाए।
जैसे – जैसे आप मंत्र जप करते जाएँगे वैसे – वैसे सारा श्मशान जागृत होता चला जाएगा। कभी आपके सामने अति क्रूर इतर योनिआँ आएगीं और आपके उपर झपटेगीं,तो कभी जंगली जानवर और अन्य जीव आपकी साधना खंडित करने की कोशिश करेंगे। आपको बस किसी भी हालत में उस सुरक्षा चक्र से बाहर नहीं आना है नहीं तो वो आपको नुकसान पहुँचा सकतीं हैं और आप पागल भी हो सकते हैं।
अगर आप अपनी साधना से विचलित ना हुए तो कुछ देर के बाद सारा श्मशान शांत हो जाएगा और आपको आसमान से नीचे की ओर आती हुई एक परी नज़र आएगी जो बहुत ही सुंदर होगी। जब वो आपके पास आए तो पहले से लाकर रखे हुए गुलाब के पुष्पों की वर्षा उसके उपर कर दें और उससे वचन माँगे कि ” आप मुझेवचन दें कि मैं जब भी इस मंत्र का एक बार उच्चारण करूंगा आपको आना होगा और जो मैं कहूँगा वो करना होगा तथा आपको आजीवन मेरे साथ मेरी प्रेमिका के रूप में रहना पड़ेगा “। इस तरह वो परी आपके वश में हो जाएगी और आप उससे कुछ भी करवा सकते हैं।
यहां कुछ परी साधना के लाभ दिए जा रहे हैं:
मानसिक शांति और संतुलन: परी साधना मानसिक शांति और संतुलन को बढ़ावा देती है। यह व्यक्ति को आंतरिक सुकून और तनाव-मुक्ति प्रदान करती है, जिससे जीवन में सकारात्मकता बनी रहती है।
आध्यात्मिक जागृति: यह साधना व्यक्ति को उसकी आत्मिक यात्रा पर ध्यान केंद्रित करने की प्रेरणा देती है और उसे अपने आत्मसाक्षात्कार की ओर मार्गदर्शन करती है। इसके माध्यम से व्यक्ति को उच्च चेतना की अनुभूति हो सकती है।
सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह: परी साधना सकारात्मक ऊर्जा और आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए की जाती है। इस साधना से व्यक्ति का वातावरण शुद्ध होता है और उसके जीवन में सकारात्मक घटनाएँ घटित होती हैं।
दृढ इच्छा शक्ति: यह साधना आत्मविश्वास को बढ़ाती है और व्यक्ति को अपने लक्ष्य की ओर दृढ इच्छाशक्ति के साथ बढ़ने की प्रेरणा देती है। इस साधना से जीवन में सफलता के मार्ग प्रशस्त होते हैं।
विचारों का शुद्धिकरण: परी साधना के माध्यम से व्यक्ति के नकारात्मक विचारों का शुद्धिकरण होता है। यह साधना मानसिक अशांति और भ्रम को दूर करने में मदद करती है, जिससे व्यक्ति अपने जीवन में स्पष्टता और उद्देश्य को पहचान सकता है।
आकर्षण और सौंदर्य: परी साधना सौंदर्य, आकर्षण और रचनात्मकता को बढ़ावा देती है। यह व्यक्तित्व में निखार लाती है और जीवन में सौंदर्य और सहजता का अनुभव कराती है।
सुरक्षात्मक प्रभाव: पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार, परी साधना के द्वारा व्यक्ति को बुरी शक्तियों से सुरक्षा मिलती है। यह साधना व्यक्ति की आत्म-रक्षा को मजबूत करती है और उसे नकारात्मक प्रभावों से बचाती है।
संपत्ति और समृद्धि में वृद्धि: कुछ परंपराओं के अनुसार, परी साधना से व्यक्ति के जीवन में समृद्धि और संपत्ति की वृद्धि हो सकती है। यह साधना व्यक्ति को धन और भौतिक सुख-सुविधाओं के लिए आशीर्वाद देती है।
स्वास्थ्य लाभ: परी साधना से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार हो सकता है। यह साधना व्यक्ति के जीवन में संतुलन बनाए रखती है
Note :
कोई भी साधना करने से पहले अपने गुरु या इष्ट से सुरक्षा मंत्र और शरीर किलन मंत्र लेकर ही साधना करे |
कोई भी साधना बिना किसी गुरु के न करे अन्यथा किसी भी प्रकार की हानि या नुकसान के स्वय जिमेदार होने आप |
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