अनोखा विवाह - 5 Gauri द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
श्रेणी
शेयर करे

अनोखा विवाह - 5

असिस्टेंट अनिकेत के पास आता हुआ,,,,,,,,,,,,,,सर नें आपसे उनके आफिस में वेट करने को बोला है ,,,,,,,,,,,,ओके ....................

थोडी देर बाद...

अनिकेत सोच रहा होता है अचानक से केबिन का डोर ओपेन होता है और एक बूढ़ा आदमी डोर से अन्दर आया है ,,चेहरे पर सीरियल इमोशन‌ लेकर,,वो कोई और नहीं बल्कि अखण्ड प्रताप ही थे ,,,,, अनिकेत एकदम से हड़बड़ा कर खड़ा हो जाता है, अखण्ड प्रताप बहुत ही शांत आवाज में अनिकेत से बैठने को कहते हैं और खुद आकर अपनी कुर्सी पर बैठ जाते हैं, और फिर अपने हाथों को देखते हुए कहना शुरू करते हैं,,,,,,,,,,,,,,,,,,आप हमारे पोते हैं अनिकेत बहुत भरोसा किया था हमने आप पर लेकिन शायद हम गलत थे हमने आपसे कुछ ज्यादा ही उम्मीदें रख लीं सोचा ही नहीं कि हमारे साहबजादे तो बड़े हो गए हैं और जब उम्र बढ़े तो बच्चों को उनकी जिंदगी जीने देना ही बेहतर होता है अभी अखण्ड प्रताप बोल ही रहे थे कि अचानक अनिकेत कहना शुरू करता है,,,,,,,,,,,,,,, - नहीं दादू ऐसा नहीं है हमने कभी आपके भरोसे पर आंच नहीं आने दी आप हम पर विश्वास रखिए,,,,,,,,,,,,,बेटा विश्वास ही तो रखा था इतने वक्त से पर पता नहीं था कि वो टूटेगा भी ,,,,,,,,,,,,,,,, अचानक अनिकेत फिर कुछ कहने जा रहा होता है पर अखण्ड प्रताप उसे हाथ दिखाकर रोक देते हैं,,,,,,,और बस एक बात पूछते हैं,,,,,,,,,,,, अनिकेत क्या कल रात आप किसी लड़की के साथ थे ,,,,,,,,,,, अनिकेत यह बात सुनकर चौक जाता है पर उसे यह समझ नहीं आ रहा था कि ये दादू को कैसे पता है ,,,,,,,,,वो यह सोच ही रहा होता है कि अखण्ड प्रताप फिर से कहना शुरू करते हैं,,,,,,,कल हमने आपको क्लब से निकलते देखा और आप किसी लड़की के साथ थे उनकी बाहों में झूल रहे थे और कल मेरे साथ मिस्टर तेजवान थे उन्होंने हमसे पूछा कि ये तो आपका ही पोता है ना तो हमारा पहले तो सिर शर्म से झुक गया पर फिर एक ही रास्ता था खुद को और आपको उस बेशर्मी से निकालने का,,,, जानना चाहेंगे कि वो क्या तरीका है,,,,,,,,,,, अनिकेत असमंजस में अपने दादा जी से सवालिया लहजे में आंखों से ही पूछ रहा था ,,,,,,,तभी अखण्ड प्रताप कहते हैं,,,,,,,हमने उन्हें बताया कि वो सिंह परिवार की होने वाली सबसे बड़ी पोता बहू है और अगले तीन महीने बाद आपकी शादी है उनके साथ,,,,,,,,,,,,,, अविरल अपनी आंखें छोटी कर  चौकते हुए,,,, पर दादू वो तो बस हमारी अच्छी दोस्त है हम ऐसा कभी सोच भी नहीं सकते प्लीज़ दादू ये नहीं हो सकता हम शादी नहीं कर सकते अभी हमारी एज ही क्या है अभी हम पढ़ रहे हैं इतनी बड़ी जिम्मेदारी हम नहीं उठा सकते और जिसकी बात आप कर रहे हैं उसके बारे में हम ऐसा कभी सोच ही नहीं सकते ,,, अचानक से अखण्ड प्रताप गुस्से से अनिकेत की ओर देख बोलते हैं ,,,,,,,,,,,,,,तो किसी और के बारे में तो सोच सकते हैं ना ,,,,,, अनिकेत एक बार फिर सवालिया नज़रों से अपने दादू को देख रहा था ,,,,,,,,,,,,,,ऐसे क्या देख रहे हैं हम सच कह रहे हैं वो नहीं तो किसी और से तो कर सकते हैं ना और वैसे भी मिस्टर तेजवान ने आपकी दोस्त का चेहरा नहीं देखा है तो हमने फैसला किया है कि हम आपके लिए एक दुल्हन ढूंढेंगे वो भी अगले तीन महीनों के अन्दर ,,,,,,,,, अनिकेत अपने दादू को बस देखें जा रहा था ,,,,,,दादू पर मैं अभी सिर्फ़ 22 का हूं आप मेरे साथ ऐसा कैसे कर सकते हैं हमारे दोस्त क्या कहेंगे मैं इतनी कम उम्र में शादी नहीं कर सकता, अनिकेत कह ही रहा था कि अचानक अखण्ड प्रताप ताना कसते हुए अपने पोते से कहते हैं,,,,,और आप किसी लड़की के साथ खिलवाड़ कर सकते हैं, आप सबसे बड़े हैं अनिकेत और आपने जो हरकत की है ये अगर कल को सिंह परिवार में यह पता चला तो सोचा है कभी आपने कि क्या होगा , सिंह परिवार का हर एक सदस्य अपनी मनमानी कर करने लगेगा और वो भी ग़लत रास्ते पर ,और हम ये बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे ,,,,,,,,,,,,,,पर दादू,,,,,,,,,,,,,बस ! हमने फैसला ले लिया है अगर आपको हमारे फैसले के खिलाफ जाना है तो आप जा सकते हैं लेकिन इतना याद रखिएगा कि आपको सिंह परिवार से जाना होगा हम आपको अपनी प्रापर्टी से निकाल देंगे सारे ऐश आराम भी बन्द कर देंगे अब फैसला आपके हाथ में है कि आपको हां करके इसी ऐश और आराम में रहना या फिर दर दर की ठोकरें खानी हैं,,,,,,,,,,,,,,, थोड़ी देर बाद अविरल कुछ सोचकर अपनी बात को अखण्ड प्रताप के सामने रखता है ,,,,,,,,,, ठीक है दादू हम आपके फैसले को मानते हैं लेकिन आपको भी हमारी एक बात माननी होगी ,,,,,,,,,,,,, अखण्ड प्रताप अनिकेत की ओर देखकर ,,,,,,,,क्या ? 

दादू अगर आपने फैसला ले ही लिया है तो ठीक है हम आपके फैसले की कद्र करते हैं आपने अपने परिवार के लिए ये किया ठीक है ,,,,तो हम भी कुछ चाहते हैं कि शादी के बाद अपनी होने वाली पत्नी के लिए सारे फैसले हम करेंगे उसे कहीं जाना होगा तो हमारी इजाजत के बिना वो घर से बाहर नहीं जाएगी उसे कुछ भी काम होगा उसे सबसे पहले हमारे पास आना होगा हमारे अलावा कोई भी सदस्य हमारे और हमारी पत्नी के बीच नहीं आएगा फिर हमारा कोई भी फैसला उसे दर्द ही क्यों ना दे बस हम इतना जरूर वादा करते हैं कि हम अपनी हद नहीं भूलेंगे,,,,,,अगर आपको मेरी ये सारी बातें मंजूर है तो हमें इस शादी से इंकार नहीं है आप रिश्ता देख सकते हैं,,,,,,,,,,,,,, अखण्ड प्रताप कुछ सोचकर,,,,,,,, ठीक है लेकिन शादी होने के बाद जब वो आपकी पत्नी बन जाएगी तब आप फैसला लेंगे उसके पहले नहीं और केवल अपनी पत्नी से जुड़े ही फैसले लेने का अधिकार होगा आपको ,,,,,,,,,ये याद रखिएगा,,,,,,,,,,,,, हम्ममम ,,,,,, इतना कहकर अनिकेत अपने दादू के पैर छूकर केबिन से चला जाता है,,,,,,,,,,,

उसके बाद अखण्ड प्रताप अपने मन में सोचते हैं,,,,,,,,,,,,,हमारी मजबूरी है अनिकेत जो हम आपके लिए इतना कठोर हुए क्यों कि अगर हम ऐसा नहीं करते तो कल को शायद ‌आप वो भी कर दें जो आपने कल नहीं किया,,,,,,, ऐसी गलतियों को गुनाह बनते देर नहीं लगती ,,,,,,, हमें यकीन है कि आप सारी जिम्मेदारी बहुत अच्छे सम्हालेगे ,,,,,,बस आप अपने दादू पर भरोसा रखिएगा कि आपके दादू आपके साथ कभी ग़लत नहीं करेंगे बल्कि गलत करने से जरूर रोकेंगे.................. प्लीज फ़ॉलो 

आगे देखते हैं नेक्स्ट पार्ट में............... नेक्स्ट पार्ट के लिए फ़ॉलो करें ,,,