Devil se Mohhabat - 22 aruhi द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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Devil se Mohhabat - 22

लगभग आधे घंटे बाद,,,,,,विधि की हालत बहुत खराब हो चुकी थी,,,,,,,,उसकी पूरी शरीर पर काटने और खरोंचो ने की निशान बन गए थे ,,,,,,जिससे विधि तड़पते हुए ,,,,,,,अब भी बेड पर लेटी हुई थी ,,,,,,,,उसके शरीर में तो जैसे,,,,,,अब जाने नहीं बची थी ,,,

की तभी अनिरुद्ध ,,,,,,बगैर किसी वोरनिग के ,,,,,,एकदम से विधि के अंदर समा जाता है ,,,,,,,,जिससे उस रूम में विधि की एक दर्द भारी चीख गुज उठती है,,,,,,,,,

यह चिख दर्द से भरी थी ,,,,,,,,कि किसी का भी कलेजा फटा सकती थी ,,,,,,,और किसी के भी आंखों में आंसू आ सकते थे ,;विधि की दर्द भारी चीज, , , लेकिन अनिरुद्ध पर तो ,,,,,जैसे कोई असर नहीं हो रहा था ,,,,,,,विधि के चिखो से ,,,,,,,,,वह तो जैसे चाहता था ,,,,,,की विधि और रोए,,,,,,,,जिसे वह कोई भी कमी नहीं छोड़ा था,,,,,,,,विधि की आंखों में आंसू लाने के लिए,,

और कुछ ही पल में भी विधि बेहोश हो जाती हैहै,े ,,,,,,,,,,, लेकिन अनुरोध तब भी नहीं रुकता,,,,,,,,जब तक की वहां खुद को विधि की बॉडी से सर्टिफाई नहीं कर लेता ,,,,,,,और यह सब सुबह के लगभग 4:00 बजे खत्म होता है ,,,,,,जिससे अनिरुद्ध विधि को बगैर एक नजर भी देखें,,,,,वह ;सीधा अपने कपड़े पहन,,,,,उस कमरे से बाहर निकल जाता है

, aab aage_____

इस वक्त अनिरुद्ध काफी बेचैन था,,,,जिससे वह सीधा अपने स्टडी रूम में जा,,,,सीक्रेट के लंबे-लंबे क्रश लेने लगता है ,,,,

वह अपनी बेचैनी कम करने की कोशिश कर रहा था,,,,,,लेकिन उसकी बेचैनी कम नहीं हो रही थी ,,,,,जिससे वह उसे सीक्रेट को फेक ,,,,,,अपने पैरों से कुचल ,,,,,,अपने कदम वोशरुम में बढ़ा देता है ,,,,,,वह शावर के नीचे खड़ा हो ,,,,,,अपनी घुटन और घबराहट को कम करने की कोशिश कर रहा था,,,,,,उसे नहीं पता ,,,,,,कि यह बेचैनी उसे क्यों हो रही है,,,,,,जिससे वह अपने मन मे ,,,,,खुद के ख्यालों को लाते हुए,,

सॉरी एंजेल कि मैं तुम्हारी जगह ,,,,,,उस खुनी की बहन को दे दिए,,,,,,अपनी बहन की किडनैपर की बहन को दे दिए,,,,,,

मुझे नफरत है उस लड़की से ,,,,,सिर्फ नफरत,,,,,,यह तो बस शुरुआत है ,,,,,,देखो आगे मैं उसकी जिंदगी कैसे नरक बनाता हूं,,,,

मेरी बहन के साथ खेला है ना ,,,,,,तो अब मैं उसके साथ खेलूंगा ,,,,,यह कह वह अपने दिल को की घबराहट को कंट्रोल कर हंसने लगता है,,,,,उस बाथरूम में,,,,,इस वक्त ऐसी ससी गुज रही थी ,,,,,जैसे की कोई राक्षस हंस रहा हो

और वहीं दूसरी तरफ, , ,, विराज जो इस वक्त स्टडी रूम में सो रहा था,,,,,,क्योंकि वह अंजलि की शक्ल तक नहीं देखना चाहता था,,,,,,,क्योंकि उसे अंजलि को देख,,,,,,अजीब सी फीलिंग होती थी ,,,,,

जो वह अपने दिल में नहीं लाना चाहता था,,,,,,वह सिर्फ और सिर्फ अंजलि का इस्तेमाल कर है,,,,,,अपने परिवार की मौत का बदला लेना था ,,,बस ,,,,,,,और कोई मकसद नहीं था उसे अंजलि को अपनी जिंदगी में लाने का,,,,,

जिससे वह anjali से दूरी बना ,,,,अपने स्टडी रूम में सोया था,,,,,,कि अचानक से ही उसकी नींद टूट जाती है,,,,,,,और फिर वह विधि चिखाते हुए ,,,,बेड पर बैठ जाता है,,,,,,इस वक्त विराज पसीने से भीगा हुआ था ,,,,,,,और उसके हाथ भी काप रहे थे ,,,,,,विधि कहते हुए,,,,,

विराज इस वक्त काफी बेचैन था ,,,,,कि वही बता सकता था ,,,,,,जिससे वह अपनी बेचैनी कम करने के लिए ,,,,झट से बेड ,,,,,से उठ,, ,,,,इधर-उधर भटकने लगता है

विराज को नहीं पता कि क्यों ,,,,,उसे अचानक से,,,,,ऐसी फीलिंग आ रही थी ,,,,,,कि उसे अभी इच्छा हुई विधि को देखने की ,,,,,जिससे वह अपने मन मे ,,,,,शायद आज मैंने उसे सोने से पहले नहीं देखा,,,,,,इसीलिए शायद मेरा दिल इतना बेचैन हो रहा है,,,,,,जिससे वह अपने दिल को ,,,,,,दो बार थपकी दे ,,,,,एक लंबी गहरी सांस छोड़ ,,,,,वह दोबारा बेड पर बैठ जाता है,,,,,और फिर वह अपने हाथों की मिट्टी बना,,,खुद को घबराहट को कम करने की कोशिश करने लगता है,

और फिर वह अपनी घबराहट को कम कर ,,,,बेड पर लेट जाता है ,,,,और किस सोच लगता है ,,,,,,कि क्यों क्यों उसकी विधि का अचानक से यूं ख्याल आ रहा है,,,,,,क्या वह एक बार जाकर देखें ,,,,,लेकिन वह अपने दिल को समझाते हुए ,,,,,,नहीं नहीं पता चली ,,,,,विधि की नींद खराब हो जाए ,,,,,यह सोच वह दोबारा अपनी आंखें मुद लेता है,,,

विराज को कौन समझाएगी उसकी जिंदगी तबाह हो चुकी है,,,,,वह किसी के रकक्षा के हाथों तबाह हो चुकी थी,,,,,,वह अपनी जान से ज्यादा अपनी बहन को प्यार करता था ,,,,,,उसके लिए वह कुछ भी करने को तैयार था,,,,,,किसी की जान लेने और अपनी जान देने को भी,,,,

चारों की जिंदगी में तूफान आ चुका था ,,,,,एक नई घड़ी के इंतजार में,,,

अगली सुबह सब डाइनिंग टेबल पर बैठे थे,,,,,,,जिससे दाई मां विराज और विवेक की तरफ देखते हुए ,,,,,,,तुम दोनों यहां हो तो वह नकचढ़ी विधि कहां है ,,,,अब तक तो उसे नीचे आ जाना चाहिए ,,,, मैंने उसे कल शाम से नहीं देखा है,,,,पता नहीं कहां है

जिसे सुने विवेक अपने मन मे ,,,,कहां हो सकती है ,,,,,अपने कमरे में होगी,,,, बहा रही होगी ,,,,अपने आंसुओं को ,,,,,अच्छा ही है समझ गई ,,,,,कि मेरा और उसका कुछ नहीं हो सकता,,,,

जिसे सुन विराज दाय मा की तरफ देखते हुए ,,,,,,और फिर अपने किसी दूसरी नौकर को कहे ,,,,,वह विधि को नीचे लाने को कहता है ,,,,,,और फिर अपना नाश्ता करने लगता है,,,,,,लगभग 10 मिनट बाद,,,,,,वहीं स्टाफ नीचे आ,,,,, सर विधि मैंम कहीं नहीं है,,,,

जिसे सुन विराज अभी जो,,,अपना नाश्ता खत्म कर उठते; हुए,,,,,,,,क्या तुमने उसे हर जगह चेक किया ,,,,,,,,जिसे सुन स्टाफ ,,,,,,यस सर मैंने विधि मैं को पूरे मेंशन में देख लिया ,,,,,वह मुझे नहीं मिल रहे हैं

जिसे सुन विराज की आंखें छोटी हो जाती है ,,,,,,और फिर वह हैरान नजरो से पीछे मुड़ ,,,अपने स्टाफ की तरफ देखते हुए, , जी अगर मजाक हुआ तो,,,,,, मैं वक्त नहीं लगाऊंगा तुम्हें,,,,,,,मौत के घाट उतारते हुए,,,,,,

जिसे सुन,,,,,,वह स्टाफ,,,थोड़ा डर जाता है ,,,,और फिर हकलाते हुए ,,,,,सर मैंने पूरा घर चेक किकिया ,,,सच में मुझे विधि मैं नहीं मिले

जिसे सुन विराज थोड़ा घबरा जाता है ,,,,,,और फिर वह खुद ही अपनी कदम विधि के कमरे की तरफ बढ़ा देता है,

क्या मोड आएगी चारों की जिंदगी ,,,,,,और विराट को जब पता चलेगा ,,,,,अपनी बहन के बारे में,,,,,,तो क्या होगा,,,,,,क्या वह भी कुछ ऐसा करेगा ,,,,,,जिससे किमत,,, वह अजली को चोट पहुंचे या फिर कोई नया खेल होगा,,,,जाने के लिए पढ़ते रहे