Devil se Mohhabat - 16 aruhi द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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Devil se Mohhabat - 16

जिसे सुन राघव चिल्लते हुए ,,,, नहीं नहीं विराज तुम ऐसा कुछ नहीं करोगे ,,,,,इस सब में मेरी बेटी का क्या कसूर है ,,,,,वह तो बेकासुर है,,,, 
तो उस समय,,,,,मेरी बुआ का क्या कसूर था,,,,,,जिसके साथ तूने दरिदगी की थी ,,,,,उस समय मेरी मां का क्या कसूर था,,,,,जिसे तूने अपने हाथों से मारा था,,,,,उस समय मेरे डैड का क्या कसूर था,,,   जो तूने कुछ पैसों के लिए ,,,,मेरे डैड को मारा था,,,,,,क्या मिला तुझे मेरा घर तबाह करके,,,, 
जिसे सुन राघव, देख,,,,इस समय में,,,,मेरी गलती है,,,,,तो तुम मुझे मुझे,,,जो मर्जी सजा दे,,,,,,,पर मेरी बेटी को बीच में मत ला,,,,यह कहते हुए राघव के चेहरे पर डर और पसीना साफ देखा जा सकता था,,, 

और उन दोनों की बातें इतनी स्लो थी,,,,,कि उन्हें अंजलि को उन दोनों की बातें सुनाई नहीं दे रही थी ,,,,कि वह बातें कर तो कर ,,,,,,किस बात पर रहे हैं,,, 

क्योंकि तभी विराज गुस्से से राघव की आंखों में देखते हुए,,,,,वह अंजलि को इशारा कर,,, खुद के करीब बुलाता है,,,,,और फिर उसी तरह राघव  अरोड़ा की तरफ देखते हुए ,,    अंजलि को कमर से पकड़,,,,,अपने करीब खींच लेता है,,,,, 
और फिर बगैर मौका दिए ,,,,वह अंजलि के कमर पर अपनी पकड़ टाइट कर देता है,,,,,जिससे अंजलि की दर्द से एक आह निकल जाती है,,,,,,कि तभी विराज थोड़ा झुक,,,,,,अंजलि के होठों पर होट,,,, रख,,,,उसे,,राघव के सामने ही किस करने लगता है
और उसी के पीछे खड़ा विवेक , , ,  भी यह सब नजरा देख रहा था
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Aab aage_______
जिसे देख अंजलि के डैड चटपटा होते हैं,,,,,,,और फिर वह जल्दी से आगे बढ़ ,,,,,,,,,अंजलि को विराज से छुड़ाने की कोशिश करते हैं,,,,   कि तभी विवेक आगे बढ़ ,,,,,,,राघव के सामने आ जाता है 

जिससे विवेक गुस्से से राघव को घूमते हुए,,,,,,,,खबरदार राघव ,,, भुलना मत ,,,,,,,,,की अंजलि अब विराज की बीवी है ,,,,,,,,और क्यों, ,,,,,,,,क्या हुआ ,,,,,,,,तकलीफ हो रही है ,,,,,,,,,,अरे सोच जब तूने उसकी बुआ ,, को छुआ होगा ,,,,,,,तो उन्हें कितना बुरा लगा होगा ,,,,,,अरे तेरा तो कोई रिश्ता भी नहीं था उससे ,,,,,,,,,विराज तो फिर भी तेरी बेटी का पति है 

उसका इतना ही कहना था,,,,,,कि रखो की आंखों में आंसू आ जाता है और फिर वह जमीन पर बैठ अपने हाथों को जोड़,,,,,,,प्लीज मेरी बेटी को छोड़ दो,,,,,,मेरे गुनाहों की सजा,,,उसे मत दो,,,, 

और वही अंजलि विराज के किस करने से,,,,,,वह हैरान हो गई थी ,,,,,और वह बार-बार विरात को खुद को छुड़ाने की कोशिश कर रहे थे ,,,,,,,,,,,क्योंकि इस वक्त उसे बहुत ही ज्यादा तकलीफ हो रही थी ,,,,,,कि विराज इतना घटिया कैसा कर सकता है,,,,,,,,उसके डैड के सामने,,,,,,,उसके साथ इतना बदसलूकी ,,,,,,क कैसे कर सकता है ,,,,,,,,जिसे सोच अंजलि को बस विराज पर गुस्सा आ रहा था,,,,,,जिससे वह बार-बार विराज के कंधों को,,,,,,खुद से दूर करते हुए,,,,,,,,खुद को छुड़ाने की कोशिश कर रही थी,,,,,, 

अंजलि जितना कोशिश करती ,,,,,विराज उतना अंजलि को टाइट से पकड़ता है,,,,,,,,कि लगभग 20 मिनट बाद विराज अंजलि को एक झटके में छोड़ ,,,,,उसे खुद से अलग कर देता है,,,, 

और वही अंजलि विराज के यु,, आचानक छोड़ने से ,,,,,,वह संभाल ना पाने से,,,,,,,,सीधा जमीन पर जा गिरती है ,,,,,,,और फिर लंबी-लंबी सांस लेते हुए ,,,,,,,वह विराज को देखने लगते हैं ,,,,,

और वही विराज एक नजर उसे  गुस्से से देखकर ,,,,,,,वह उसके बगल से ही ,,,,, राघव के पास चला जाता है ,,,,,,,और फिर उसकी आंखों में देखते हुए,,,,,,,तो कैसा लगा,,,,आज का ट्रेलर ,,,,,तो सोच यह तो सिर्फ ट्रेलर था ,,,,,,,,मैं रोज उसके साथ क्या करता होगा,,,,,,,यह कहना ही था ,,,,,,,,कि राघव तिल मिला होता है,,,,,,,,और फिर वह जोर से चीखते हुए,,,,,,,,विराज तू किस्से पंगा ले रहा है ,,,,,राघव से उसे छोड़ दे,,,,, 

जिसे सुन विराज जोर-जोर से हंसने लगता है ,,,,,,और फिर वह राघव की तरफ देखते हुए ,,,,,,इसी तड़प के लिए तो मैंने,,      ,,,,,,,सच आज मुझे कितना सुकून मिल रहा है ,,,,,,तुझे तड़पता हुआ देखकर ,,,,,,अभी तो यह शुरुआत है ,,,,,,,,,देख तेरी तरफ में किस हद तक बढ़ता हूं ,,,,

और फिर विवेक की तरफ देख,,,,,,,इसे , धक्के मार कर घर से बाहर निकाल दो,,,,,,,यह कहें वह,,,,अपने कदम अंजलि की तरफ बढ़ा देता है

और फिर वह अंजलि के पास जा,,,,,,एक झटके में अंजलि को अपनी गोद में उठा,,,,,पीछे मुड़ एक नजर राघव की तरफ देख,,,,,सच ससुर जी,,,,,,तुम्हारी बेटी इतनी मस्त है ,,,,,,उसे छूते ही उसे और डिप्ली छुने का मन कर रहा है ,,,,,, तू सोच रहा हूं ,,,,, क्यों ना,,,, मैं इससे अपने अरमान बुझा ही लू
यह कहते हुए विराज के होठों पर मक्कारी भारी स्माइल थी ,,,  ,और फिर वह,,,,,, उसी तरह अंजलि को अपनी गोद में लिए ,,,,कमरे की तरफ बड़ जाता है

और वही राघव चिखते हुए,,,,,,विराज मेरी बेटी के साथ कुछ मत करना ,,,,,,,वह मासूम है उसे जाने दे ,,,,,,,हमारे दुश्मनी में,,, , उसे बीच में मत ला,,,,राघव प्लीज,,,नो
और यहां का सब नजर अनिरुद्ध अपने ऑफिस में बैठा ,,,,,,लैपटॉप में देख रहा था,,,,,,,,उसकी आंखें यह सब देख लाल होती जा रही थी ,,,,,,,और उसकी नसे उभरने लगी थी,,,,,,,और फिर वह गुस्से से विराज की पीठ को देखते हुए,,,,,,,विराज तूने सही नहीं किया ,,,,,,,,मेरी बहन का इस्तेमाल करके ,,,,,,,,तुने दुश्मनी की शुरुआत की है ना,,,,,,,,,अब इस दुश्मनी को खत्म मैं करूंगा ,,,,,,तूने मेरी बहन का इस्तेमाल किया ना ,,,,,,अब देख मैं तेरे साथ क्या करता हूं,,,,,यह कहे,,, अनिरुद्ध अपने असिस्टेंट को ,,,,विराज की सारी इनफार्मेशन निकालने को कहता है,,,, 

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और वहीं दूसरी तरफ विधी बहुत ज्यादा नर्वस फील कर रही थी ,,,,,,वह अपनी नज़रें भी ,,,,,,अपने फ्रेंड से नहीं मिला पा रही थी,,,,,,,,उसे रह रहे कर कल की बातें याद आ रही थी ,,,,,,वह वन नाइट स्टैंड की,,,,,यह सब सोच विधी खुद से ही,,,,,क्या सोच रही होगी,,,,,,,उन्हें तो यही लग रह रहा होगा ,,,,,,,कि मैं विवेक के साथ सब कुछ कर लिया ,,,,,,,पर मैं उसे कैसे कहूं ,,,,,,,,कि कल मेरा कितना बड़ा मोए मोए हो गया,,,,, विधि कुछ तो सोच ,,,,,और अपने मोए मोए होने से बच्चा,,,,, 

 यह सोचते हुए विधी,,,,,अपनी फ्रेंड्स के पास चली जाती है ,,,,,,,जो इस वक्त आपस में बैठी ,,,,,,,किसी सीरियस बात पर बात कर रही थी ,,,,,,,,जिसे देख विधि ,,,,,,तुम सब इतनी सीरियस क्यों लग रही हो ,,,,,,ऐसी भी क्या बात कर रही हो,,,,,यह कहते हुए,,,,,विधी थोड़ा हिचकीजा रही थी  ,, 
जिसे सुन विधि की फ्रेंड्स,,,,,,विधि की तरफ देखते हुए ,,,,,,विधि क्या तूने न्यूज़ नहीं देखी ,,,,,,जिसे सुन विधि कौन सी न्यूज़

वही दिल्ली वाली ,,,,,,,दिल्ली में फिर से एक लड़की का रेप हुआ ,,,,,तुझे पता है उसे सात लोगों ने,,,,,उसके साथ बेहरमी से ,,,,,,,यहा तक की,,,,,,उसे मार भी दिया यार,,,,,,,वह लड़की कितनी तड़पी होगी 

जिसे सुन विधि यार कितने घटिया लोग होते हैं ,,,,,,,अब भी कहते हैं लड़कियां आजाद है ,,,,,,ऐसे आजाद है ,,,,,,कि वह घर से निकलते हुए भी सोचती हैं की,,,,,कोई वैहसी दरिंदा ना,,,,,,,,,,उसके सामने आ जाए ,,,,,,,मुझे तो सोच कर रोंगटे खड़े हो गए हैं ,,,,,,,कि उसे लड़की पर क्या बीती होगी,,,,,,,,जब कोई उसे उसकी मर्जी के बगैर छुआ होगा,,,,,,,वह कितनी तड़पी होगी ,,,,,,,,जब उसे खुद के शरीर पर किसी और कि,,,,,गन्दी निगाहें ,,,महसूस हुई होगी,,, 
 जिसे सुन विधि की सारी फ्रेंड ,,,,,,

सही कहां विधी तुने,,,,,,,आज भी ऐसे लोग हैं इस दुनिया में,,,,,,,

जिससे विधि तभी तो मैं कहती हूं ,,,,,,,कि खुद की सेफ्टी खुद रखो ,,,,,,हमें पता है हम आजाद हैं,,,,,,,पर फिर भी कुछ की निगाहों में आजाद है ,,,,,,और कुछ की निगाहों में अब भी ,,,,,,हमें आजाद होना है ,,,,,,,,इसलिए हमें खुद की सेफ्टी ,,,,,खुद रखना होगा,,, 

जिसे सुन विधि की फ्रेंड्स ,,,,,,,क्या मतलब कैसे सेफ्टी,,, , जिसे सुन विधि अपना परस निकाल,,,,,,  उसमें से अपना सारा सामान निकाल,,,,,,,अपने फ्रेंड्स को दिखाते हुए ,,,,,,जैसे कि यह चिल्ली पेपर स्प्रे,,,,कांच ,,,,और भी कई चिजे,, 
,,यह सब दिखा ,,,, विधी की फ्रेंड्स विधि की तरफ देखते हुए,    विधि  तो हमेशा  यह सब चीजे,,,अपने साथ लेकर घूमते हैं
जिसे सुन विधि मुस्कुराते हुए,,,,और क्या

लेकिन विधि तुझे इन सब की क्या ही जरूरत है,,,,, तुम हमेशा बॉडीगार्ड्स के  घिरी रहती है,,,, 
जिसे सुन विधि सही कहा,,,,,,लेकिन फिर भी ,,,,,,मैं खुद को प्रोटेक्ट करने के लिए ,,,,,यह सामान रखती हूं ,,,,,,क्या पता ,,,,किस मोड़ पर क्या हो जाए ,,,, 

मैं कहूं तो तुम भी रखा करो यार,,,,,,,और वैसे भी,,,,सही कहा,,,, मुझे यह सब जरूरत नहीं है,,,,,,पर फिर भी जब मैं रख सकती,,,,,,तो अफकोर्स तुम भी रखो ,,,,,,और आजकल बदतमीज लड़के बहुत है,,,,,,तो उन्हे ठंडा रखने के लिए,,,,, यह सब की जरूरत पड़ती है ,,,,,,यह कहे वह हल्का मुस्कुरा देती है,,,,, 

और फिर अपने फ्रेंड्स की तरफ देखते हुए ,,,,,,चलो सिर्फ हमें 1 घंटे का फ्री टाइम मिला था,,,,,,नेक्स्ट लेकचर नहीं लगाना,,, 
जिसे सुन विधि की फ्रेंड्स ,,,,,,विधी आज तू काफी चेंज लग रही है यार,,,,,,पहली ,,बार तू लैकचर लगाने को कह रही है,,,,,,जो हमेशा लेक्चर से भागता था,,,,,,,कहीं कल का वन नाइट स्टैंड का असर तो नहीं है,,,, 

जिसे सुन विधी एका एक खासने लगती है,,,,,,और फिर अपने फ्रेंड्स की तरफ देख ,,,,,ऐसा कुछ नहीं है,,,,,,,कुछ कुछ नहीं हुआ था ,,,,कल हमारे बीच
जिसे सुन सारी फ्रेंड्स एक साथ ,,,,,क्या विधि फिर से तूने मिस कर दिया,,, 

जिसे सुन विधि कुछ नहीं बोलता,,,,,,लेकिन उसकी फेन्ड,,,,विधि तेरा कुछ नहीं हो सकता,,,,,,चल दूसरा प्लान बनाती हूं ,,,,,,मेरे पास एक और आइडिया है
जिसे सुन विधि नहीं नहीं,,,,,,अब मुझे कुछ कुछ नहीं करना ,,,,,,अब देखा जाएगा,,,,,,अरे विधि सुन तो ले ,,,,,,,,मेरा आइडिया क्या पता ,,,,तुझे अच्छा लगे,,, 
जिसे सुनी विधि पीछे मुड़ अपनी फ्रेंड की तरफ देख ,,गुस्से से घूरते हुए ,,,,,तेरा पलैन फिर से यही होगा ,,,,,, वन नाइट स्टैंड की जगह ,,,, चार नाइट स्टैंड कर देना,,,,,,,जिसे सुन विधि की फ्रेंच हंसने लगती है,,,,

अरे नहीं पागल लड़की
मेरा कहने का मतलब यह था ,,,,,,,कि तू विवेक को सीधा डेट पर ले जा,,,,,,उसके साथ डिनर करना ,,,,,,,और एक रोमांटिक सा गाना लगा,,,,,,उसे प्रपोज कर देना ,,,,,,ठीक है वह पक्का मान जाएगा ,,,,,,और हां वहां पर तो पक्का उसे किस कर लेना ,,,,,,यह आइडिया डेफिनेटली असर करेगा,,,,, 
उसका इतना ही कहना था ,,,,,,,की विधि किसी गहरी सोच में चली जाती है,,, 


आज के लिए बस इतना,,,,,,तो अब आगे क्या होने वाला है ,,,,,,कौन सा नया मोड़ लेगी ,,,,,,इस कहानी को कौन सा तूफान आने वाला है,,,,,,,विधि की जिंदगी में जाने के लिए पढ़ते रहे,,, 

प्लीज मेरे प्यारे रीडर,,,,,,व्यूवर्स बढ़ाने में मदद करो,,,,,,,,अगर मेरे  views नहीं बने,,,,तो मुझे अपनी यह नॉवेल यही बंद करना होगा ,,,,,क्योंकि मुझे नोटिस आ गया है ,,,,,,कि अगर 10 दिन के अंदर अंदर ,,,,,,,यहां नवल मैं views नहीं बढ़े ,,,,,,,तो वह इसे भी रिजेक्ट कर देंगे,,,,,,,,तो प्लीज मेरे प्यारे फ्रेंड्स,,,,,,,अपने रिव्यू देना ना भूले और ज्यादा से ज्यादा शेयर करें

Samiksha   💬💬💬💬💬💬💬💬💬💬💬💬💬💬💬💬💬💬💬💬💬💬💬💬💬💬💬

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