बेदर्दी तेरे प्यार की - भाग 1 Aarushi Thakur द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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बेदर्दी तेरे प्यार की - भाग 1

जय श्री राम 🙏

आज हम यहाँ पर अपनी नयी कहानी या यूँ कहे की यहाँ पहली कहानी पब्लिश करने जा रहे हैं। किन्तु ये पहली कहानी नहीं हैं। हमारी बाकि की कहानियाँ भी हैं। पर ये जगह हमारे लीये नयी हैं। आशा करते हैं की आपको ये कहानी पसंद आएगी।

तो शरुआत करते हैं "बेदर्दी तेरे प्यार की"

खुराना मैंशन जिसे फूलो के साथ बहुत अच्छे से सजाया गया था।उसे देख कर ऐसा लग रहा था की जैसे उस घर में किसी की शादी हो रही हो। घर किसी महल से कम नहीं था।।

घर के बाहर एक गाड़ी आ कर रुकती है। बॉडीगार्ड गाड़ी का डोर ओपन करता है तो उसके अंदर से एक लंबा चौड़ा आदमी शेरवानी पहने बाहर आता है। जिसके फेस पर कोई भी खुशी नही थी। उसे देख कर कोई भी बोल सकता था की वो इस शादी से बिलकुल भी खुश नही है।

वही गाड़ी को दूसरी तरफ का डोर ओपन होता है तो उसके अंदर से एक पतली सी गोरी सी लड़की बाहर आती है। जिसने अपना सिर झुका कर रखा हुआ था।

दोनो लड़का और लड़की अपने कदम घर के गेट की तरफ बड़ा देते है। वो जैसे ही घर के गेट पर पहुंचते है तभी वहा पर खड़ी एक लड़की जो की देखने में कम नहीं थी। वो भी काफी खूबसूरत थी।

वो उस लड़की की तरफ देख हर बोलती है। भाई पहले नेग दीजिए फिर अंदर जा सके हो। वो लड़का उस लड़की की तरफ अपनी चाभी बढ़ाते हुए बोलता है ले आज से मेरी स्पोर्ट्स कार तेरी हुई। अब हटो वैसे भी में इस ड्रामे से बोर हो गया हूँ ।

इतना बोल कर जैसे ही कदम आगे बढ़ाने को होता है। तो तभी वो लड़की दुल्हन बनी लड़की की तरफ देख कर बोलती है। भाभी आप भारी तो नही हो। दुल्हन बनी लड़की को कुछ समझ में नही आता की वो क्या बोले। तभी वो लड़की बोलती है। भाई आपको भाभी को गोद में उठा कर घर के अंदर ले जाना होगा।

तो चलिए पहले जान लेते है की ये सब है कौन कब तक लड़की लड़का बोल कर बात करेंगे।

ये जो लड़का जो दूल्हे के कपड़ो में खड़ा है इसका नाम सिद्धार्थ खुराना है। बिजनेस की दुनिया में इसका नाम इतना है की इसके नाम से ही लोग इसके सामने प्रोजेक्ट प्रेजेंट करने से पहले सो बार सोचते है।।

इसे किसी को भी बिजनेस में कंपीट करने में ज्यादा टाइम नहीं लगता है। अगर ये चाहे तो घर बैठे बैठे पूरे शहर को खरीद सकता था। एशिया का नंबर वन बिजनेसमैन देखने में किसी हीरो से कम नहीं था। सिक्स फीट हाइट अच्छी खासी जिम में बनाई गई बॉडी और उपर से उसकी ब्लैक आंखे जिसमे हमेशा गुस्सा भरा रहता था।

एक नंबर का ऐरोगेन्‍ट इंसान उसके सीने में दिल नाम की कोई चीज ही नहीं थी। जबसे उसकी मां की डेथ हुई थी तबसे तो वो एक दम से बदल गया था। उसके लिए किसी की फीलिंग कोई भी मायने नही रखती थी। उसके लिए उसका बिजनेस ही सबकुछ था।वो अपने बिजनेस को हमेशा टॉप पर ही देखना चाहता था। इसे वर्ल्ड के बेस्ट बिजनेसमैन का अवार्ड भी मिल चुका है। पिछले दो साल से कोई भी इसे कंपीट नही कर पाया है।

वही दुल्हन के जोड़े में खड़ी लड़की जिसका नाम अमायरा कपूर है। ये कपूर खानदान की बेटी है। 23 साल की अमयारा देखने में किसी परी से कम नहीं है। दूध सा गोरा रंग उसकी वो नीली आंखे और पतली सी लड़की। शायद ही किसी ने उसकी आवाज भी सुनी हो।

अमयारा बहुत कम बोलती है। उसे ज्यादा बोलना पसंद नही है।लेकिन उसकी एक ही खवाइश थी। की उसकी लाइफ में कोई ऐसा इंसान आए जो उसे बहुत प्यार करे। उसके दुख सुख में हमेशा उसका साथ दे। और शायद ये सपना पूरा हो गया ऐसा उसे लग रहा हैं।

वही दूसरी तरफ जो सिद्धार्थ को भाई बोल रही है वो सिद्धार्थ की बहन सोनिया है। सोनिया भी किसी से कम नहीं है। वो भी देखने में काफी खूबसूरत थी। उसकी एज भी कोई अमयारा के आस पास ही होगी।

बाकी के कैरेक्टर धीरे धीरे स्टोरी में आते जायेंगे। और साथ उसका इंट्रोडक्शन होता रहेगा।

बैक टू स्टोरी

सोनिया जैसे ही सिद्धार्थ को अमयारा को उठा कर ले जाने की बात करती है तो सिद्धार्थ सोनिया को जवाब देते हुए बोलता है "क्यू इसके पैर नही है क्या? और ये क्या फालतू सी रस्म हैं मैंने ऐसी रस्म के बारे मे नहीं सुना।"

इतना बोल कर घर के अंदर आ जाता है। सोनिया सिद्धार्थ को घर के अंदर ऐसे आते देख कर बोलती है। "भाई आप भाभी को बिना उठाए अंदर नही जा सकते है। वैसे भी सब देख रहे है। इतना बोल कर साइड में इशारा करती है। प्लीज मजाक मत बनाइये।"

सिद्धार्थ सोनिया का इशारा समझ कर बोलता है। जो भी करना है जल्दी करो में थक गया हूं। सोनिया अपनी मां अनुपमा जी की तरफ देख कर बोलती है मां आप जल्दी से सारी रस्में कर लो।

थोड़ी देर सारी रस्में हो जाती है। अमायरा का पूरे रीति रिवाज के साथ गृह प्रवेश किया जाता है। और उसके बाद सिद्धार्थ अमयारा को बाहों में उठा कर रूम की तरफ बढ़ जाता है। रूम का डोर लॉक करने ले बाद अमयारा को बेड पर बेरहमी से फेकते हुए बोलता है।

मैंने तुम्हे अपनी बीवी बनाया हैं तो मतलब ये नही की तुम मेरी लाइफ का हिस्सा बन गई हो। ये मत भूलना की की तुम्हारी औकात मेरे जूते की धूल के बराबर भी नही है।

मैने तुमसे शादी सिर्फ अपनी फैमिली की वज़ह से की है। नही तो मै तुम्हारे जैसी लड़की को कभी मुंह भी न लगाता।

अमयारा बेड पर पड़ी हुई अपनी आंसू से भरी आंखों से सिद्धार्थ को और देख रही थी। सिद्धार्थ के मुंह से निकला हर एक शाब्द अमयरा की रुह को छली कर रहा था।

सिद्धार्थ अपने एक पैर को बेड पर रख कर अमयारा को उसके जबड़ों से पकड़ कर धमकी देते हुए बोलता है। हमारे कमरे से बाहर हमारी कोई भी बात नही जानी चाहिए नही तो.....।

इतना बोल कर सिद्धार्थ चुप हो गया वहा से वाशरूम में फ्रेश होने चला जाता है। सिद्धार्थ के जाते ही अमयारा उठ कर बेड पर बैठ जाती है। वो अपने घुटनों में अपना सिर छुपा कर रोने लगती है।

कहा उसका एक ही सपना था की उसे एक ऐसा पति मिले जो उसे बहुत प्यार करे।ओर उसका दुख सुख में साथ दे। लेकिन यहा तो जिसके साथ उसकी शादी हुए थी। उसे तो उसकी कुछ पड़ी ही नही थी।

आपको क्या लगता है।की ऐसा क्या किया सिद्धार्थ ने अमायरा के साथ।। क्या कभी सिद्धार्थ को होगा अमयारा से प्यार या फिर ऐसे ही अमयरा की लाइफ सिद्धार्थ के नफरत के साथ कट जायेगी।