बेदर्दी तेरे प्यार की - भाग 2 Aarushi Thakur द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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बेदर्दी तेरे प्यार की - भाग 2

जय श्री राम 🙏

अब आगे


रोते रोते अमयारा वही बेड पर सिकुड कर भारी भरकम लहंगे में ही सो जाती है थोड़ी देर के बाद सिद्धार्थ फ्रेश हो कर बाहर आता है। तब तक अमयरा सो गई थी।

सिद्धार्थ जब भी अमयारा को देखता है तो उसकी आंखो में बेहिसाब नफरत भर जाती है। वो नाइट सूट में ही रूम से बाहर निकल कर अपने असिस्टेंट मानव को फोन लगाता है।।

कुछ देर के बाद खुराना मैंशन के बाहर गाड़ी रुकती है। सिद्धार्थ गाड़ी में बैठ जाता है। मानव सिद्धार्थ को देख कर बोलता हैं सर कहा जाना है क्या आप आज रात मैडम के साथ नही रुकोगे।

सिद्धार्थ गुस्से से मानव को देखते हुए बोलता है। पैलेस चलो। मानव ने कहा, "लेकिन सर मैडम......"

सिद्धार्थ ने तेज आवाज में, "तुम अपने काम से काम रखो जिसके तुम्हे पैसे मिलते है। मानव अब हां में सिर हिला कर गाड़ी स्टार्ट कर देता है।।"

थोड़ी देर के बाद गाड़ी पैलेस के सामने रुकती है। मानव जल्दी से गाड़ी का डोर ओपन करता है तो सिद्धार्थ गाड़ी से बाहर निकल कर अपने सामने बेहद सुंदर पैलेस को देखने लगता है।

चारो तरफ अंधेरा था सिर्फ एक ही रूम की लाइट ऑन थी सिद्धार्थ लाइट ऑन देख कर बोलता है जाने से पहले लाइट ऑफ क्यू नही की।

मानव ने नॉर्मल टोन में, "सर उस रूम के स्विच में कोई प्रॉबलम है। छूने से करेंट लग रहा है। मैने कोशिश की थी बंद करने की लेकिन करेंट की वजह से मैने दुबारा कोशिश नही की आप भी हाथ मत लगाएगा। मै कल इलेक्ट्रिशियन को बुला कर ठीक करवा दूंगा।।"

सिद्धार्थ गुस्से से मानव को देख कर बोलता है। "अब तक ठीक हो जाना चाहिए था। ओर एक बात कल उस लड़की को यहाँ शिफ्ट कर देना। मै दुबारा वहा नही जाऊंगा। और हां शादी की जितनी भी फोटोज अपलोड हुए है सब सुबह तक साफ हो जाना चाहिए। इतना बोल कर पैलेस के अंदर चला जाता है।"

मानव गाड़ी में बैठ कर खुद से ही बड़ाबड़ा रहा था। "उस लड़की उस लड़की क्या लगा रखा है। मेरी बीवी भी तो बोल सकते है न।इतना बोल कर गाड़ी में बैठ कर वही थोड़ी दूरी पर बने एक घर में चला जाता है।"

अमयारा की नींद थोड़ी देर के बाद खुल जाती है। अमयारा उठ कर जब पूरे रूम में देखती है तो उसे सिद्धार्थ कही भी नजर नही आता है। वो एक नजर वाशरूम को देखती है जो की पूरी तरह से खाली था।

अमयारा एक गहरी सांस ले कर विंडो के पास खड़ी हो कर बाहर का नजारा देखने लगती है।फिर वही विंडो का सहारा ले कर वही बैठ जाती है

अमयारा वही पर बैठ कर पूरे रूम को देखती है। जो की चारो तरफ से डेकोरेट किया गया था। फूलो से सिद्धार्थ और अमयारा का नाम।लिखा था। कैंडल्स जल रही थी। अमयारा रूम को देख कर बोलती है।

मेरे सपने का पूरा हिसा यहा है। लेकिन बस एक को छोड़ कर। फिर वो रोते हुए बोलती है छोटे होते ही मैने जिस शादी का सपना देखा वो आज टूट कर बिखर गया है। इतना बोल कर रोने लगती है। वही पर बैठे हुए उसके आंसू बहने लगते है। वो रोते हुए पता नही कब सो जाती है।

वही दूसरी तरफ सिड (आज से सिद्धार्थ के नाम की जगह सिड यूज करूंगी क्युकी सिद्धार्थ थोड़ा बड़ा हो जाता हैं 😂) अपने पैलेस में जा कर लाइट ऑन करके अपने रूम में चला जाता है।रूम में जा कर वो अपनी बदल चुकी लाइफ के बारे में सोचने लगता है।

उसे दो दिन पहले की वो रात याद आने। लगती है। जब वो अपने प्यार के साथ था।इतना याद आते ही वो अपनी आंखो में गुस्से को भर कर हाथो की मुठिया बना लेता है। वो गुस्से से रूम में चक्र लगाने लगता है।।

वो अपने गुस्से को कंट्रोल नही कर पा रहा था। वो गुस्से में वही पड़े कांच के टेबल पर मार देता है। जिससे कांच का टेबल टूट कर बिखर जाता है। और कांच के कुछ पार्ट सिद्धार्थ के हाथ में लग जाते है। उसके हाथ से खून बहने लगता है।

कौन हैं सिद्धार्थ का प्यार? और क्या ऐसा हुआ दो दिन पहले जिसे सोच कर सिद्धार्थ को गुस्सा आ गया?
आगे क्या होता ये जानने के लिए बने रहिये
आज के लिए अलविदा 🙏
मिलते है अगले भाग मे,
~आरुषि ठाकुर ✍️