इराक का कैदी: एक अमरीकी के साहस और स्वतंत्रा की कहानी Agantuk द्वारा क्राइम कहानी में हिंदी पीडीएफ

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इराक का कैदी: एक अमरीकी के साहस और स्वतंत्रा की कहानी

ये कहानी ही रॉय हेल्मस की, एक अमेरिकी नागरिक, जो इराक में एक अपहरण के कठिन अनुभव से गुजरा। यह कहानी उनके जीवन का सबसे कठिन और डरावना अध्याय था, लेकिन इस अनुभव ने उनको सिखाया कि कैसे हम कठिन परिस्थितियों से उभर सकते हैं और जीवन की कीमत को समझ सकते हैं।

अपहरण की घटना

2004 में, वे इराक में एक सऊदी कंपनी में काम कर रहे थे। एक रमजान रात, वे अपने ऑफिस में काम कर रहे थे, जब अचानक कुछ लोग उनके कमरे में घुस आए। वे उन्हें धमकाते हुए कहने लगे कि अगर वह उनके साथ नहीं चलेंगे तो वे उन्हें मार डालेंगे। वे बहुत डर गये थे, लेकिन उन्हें कोई विकल्प नहीं दिख रहा था और वे अपहरणकर्ता के साथ चलने लगे।

अपहरणकर्ता ने उनको एक गाड़ी में डाल दिया और एक इमारत में ले गए। वहां, उनके हाथों को बांध कर एक कमरे में ले जाकर कंक्रीट की जमीन पर डाल दिया गया । वे बहुत डर गए थे और वे बिल्कुल नही जानते थे कि आगे क्या होने वाला हे।

अध्याय २:कैद में रहना

उनको उस कमरे में कई दिन तक रखा गया। गैंग के लोगो ने अब उनसे वहां फिरौती की मांग कर रहे थे। अपहरणकर्ता अब उन्हें मारने की धमकी देते थे और कई बार पीटते भी थे। उन्हें खाना और पानी भी कम मिलता था।जिसकी वजह से उनकी हालत दिन ब दिन बिगड़ती चली जा रही थी।

कुछ दिनों बाद, गैंग के लोग उनके साथ एक और बंधक, रॉबर्ट को भी ले आए।उन दोनों को उस छोटे कमरे में एक साथ रखा गया। यह थोड़ा सुकून देने वाला था, क्योंकि अब वे अकेले नहीं थे। लेकिन कुछ दिन बाद अपहरणकर्ता रॉबर्ट को भी वहा से कही और ले गए और उन्हें ले वहां अकेला छोड़ दिया।

अध्याय ३:रिहाई और मुक्ति


कुछ दिनों तक उन्हें उस अंधेरे कमरे में अकेला रखा गया जहां हर एक दिन जैसे उनके लिए मौत की आहट लेके आता था। एक दिन, उन्हें लगा कि यह उनका आखिरी दिन है। लेकिन तभी, अचानक एक हेलीकॉप्टर की तेज आवाज सुनाई दी और कुछ देर बाद, बाहर की बहुत गोलियां चलने की आवाजे आ रही थी पहले तो उन्हे समज ही नही आया की ये हो क्या रहा है।तभी अचानक उनके कमरे का दरवाजा जोर से किसीने तोड़ दिया ,जब उन्होंने सामने देखा तो वहा कुछ जवान खड़े थे, वह अमरीका की स्पेशल फोर्स के जवान थे जो उन्हें बचाने के लिए आए थे। उनमें से एक जवान ने पहले उनसे उनका नाम पूछा और कहा आप डरिए मत हम अमरीकी स्पेशल फोर्स से हे।वो जवान तुरंत उनको वहा से ऊपर की तरफ ले गए और अपने हेलीकॉप्टर में बिठा दिया।और तुरंत अपनी मंजिल की और निकल पड़े।

उस दिन उनके लिए सबसे खुशी का दिन था। आज कितने दिनों बाद उन्होंने अब वे अपने परिवार से बात की और उन्हें बताया कि वह जिंदा हे। वह दिन उनकी जिंदगी का सबसे अच्छा दिन था।

अध्याय३:जीवन की क़ीमत

इस अनुभव ने उन्हें यह सिखाया कि जीवन की कीमत कितनी महत्वपूर्ण है। वह जानते थे कि कई अन्य अमेरिकियों को उस समय इराक में अपहृत किया गया था, और कई को मार दिया गया था या लापता हो गए थे। लेकिन उन्हें बचा लिया गया था, और मैंआज इतने सालो बाद भी वो इस बचाव कार्य के लिए वह अमरीकी सरकार का आभार व्यक्त करते नही थकते।

यह अनुभव यह भी सिखाता है कि कठिन परिस्थितियों से हम कैसे उभर सकते हैं। उन्होंने देखा कि कैसे एक इंसान अपनी हिम्मत और साहस से किसीभी चुनौती का सामना करके जीवित बच सकते हे। यह इंसान को बहुत मजबूत बना देता है।

अब, जब वे इस अनुभव को याद करते हे , तो उन्हे लगता है कि किसी व्यक्ति के जीवन की कीमत कितनी महत्वपूर्ण होती है। वे इस अनुभव से बहुत कुछ सीखे है और वे इस अनुभव को अपने जीवन में हमेशा याद रखेंगे।