कण पिशाचिनी का साधना
स्कूल टाइम पर हर किसी का कोई ना कोई क्रश जरूर होता है और उस क्रश को पाने के लिए लोग कुछ भी कर जाते हैं इसमें से कुछ लोग सक्सेसफुल हो जाते हैं कुछ लोग सक्सेसफुल नहीं होते हैं और वो मान लेते हैं कि शायद ये हमारे भाग्य में नहीं था लेकिन कुछ लोगों को उनका भाग्य एक ऐसे मोड पर लाकर खड़ा कर देता है जहां पर वो उस इंसान को पाकर भी खो देते हैं और ना सिर्फ खो देते हैं बल्कि उसी इंसान की वजह से अगर आपको भारी जिल्लत झेलनी पड़े तो वो इंसान टूट जाता है और ना सिर्फ टूट जाता है वो बिल्कुल अकेला हो जाता है पूरी दुनिया में वो अपने आप को अकेला समझता है और एक अकेला इंसान दूसरों का तो पता नहीं लेकिन अपने लिए बहुत ज्यादा खतरनाक हो जाता है और वो भी तब जब वो अपने अकेलेपन को दूर करने के लिए ऐसे फोर्सेस की तरफ मुड़ जाए जिनके बारे में वो कुछ भी नहीं जान है और वह चीजें उसके कंट्रोल के बाहर [संगीत] है जी हां कुछ ऐसा हमारे आज के स्टोरी के अंदर जहां पर अपने क्रश को खोने के बाद एक लड़का घूम गया उन अननेचुरल फोर्सेस की तरफ अगर मैं सही नाम बताऊं तो कर्ण पिशाचिनी की तरफ उसे लगा कि उस दुनिया में अब अगर को कोई उसका साथ दे सकता है तो वो है कर्ण पिशाचिनी लेकिन बाकी सब लोगों की तरह वो भी बिल्कुल गलत था आ बढ़ते हैं कहानी में आगे लेकिन उससे पहले अगर आपके पास भी ऐसा कोई रियल सुपर नेचुरल एक्सपीरियंस है या फिर कोई इंटरेस्टिंग स्टोरी है तो आप मेरे साथ शेयर कर सकते हैं मेरी इन दी गई आईडी पर ये इंसीडेंट हुआ है करण के साथ जो कि जयपुर के ही एक बहुत रेपुटेड स्कूल में पढ़ता था करण एक बिलो एवरेज लुकिंग लड़का था लेकिन उसे पसंद थी अपने स्कूल की सबसे सुंदर लड़की 3 साल पहले उसने जब पहली बार जूही से बात की थी तभी से वह उसके दिलो दिमाग पर छा गई थी और आज तक भी वह उसे ना अपने दिल से और ना ही अपने दिमाग से बाहर निकाल पाया था लेकिन वो यह बात बहुत अच्छी तरीके से जानता था कि जूही उसे बिल्कुल भी घास नहीं देगी वो उसे पसंद नहीं करेगी क्योंकि वो दिखने में सुंदर नहीं है सारी असलियत जानने के बावजूद भी क्योंकि दिल दिल तो पागल है करण किसी ना किसी बहाने से उसके पास जाने या उससे बातचीत करने की कोशिश करता ही रहता था करण के बारे में अगर मैं आपको बताऊं तो करण एक वेल सेटल फैमिली से था अ पैसे के ऐ फैमिली में कोई इशू नहीं था दिक्कत नहीं थी 12थ क्लास के अंदर उसके पास अपनी एक पर्सनल कार थी जिससे वो स्कूल आया जाया करता था तो आप अंदाजा लगा सकते हैं लेकिन करण के पास अगर कि चीज की कमी थी तो वो था सेल्फ कॉन्फिडेंस वो सेल्फ बुलिंग का शिकार था उसको यही लगता था कि वो बदसूरत दिखता है वो दिखने में सुंदर नहीं है और इसी वजह से जूही कभी भी उसे पसंद नहीं करेगी उसे बात नहीं करेगी और इसीलिए शायद कभी भी वो जूही से अपने दिल की बात कह ही नहीं पाया चाहे वो कह नहीं पाया हो लेकिन दिन रात सोते उठते वो सिर्फ एक इंसान के बारे में सोचता था वो थी जूही और जैसा कि आप सभी लोगों ने सुना है शाहरुख खान जी ने भी कहा है कि अगर किसी चीज को आप शिद्दत से चाहो तो पूरी कायनात उसे आपसे मिलाने में लग जाती है और एक ऐसा ही मौका आया करण की जिंदगी में जब था उनके 12थ क्लास का फेयरवेल दिन था इनके स्कूल की फेयरवेल पार्टी का स्कूल के अंदर फेयरवेल का बहुत अच्छा फंक्शन ऑर्गेनाइज हुआ था और उसके बाद अरेंज हुई थी फेयरवेल की आफ्टर पार्टी जो कि इन्हीं के क्लास के स्टूडेंट्स ने अरेंज की थी अब भाई हमारे स्कूल के फेयरवेल पार्टी की बात करो तो पहली बात तो फेयरवेल पार्टी मिल जाए वही बहुत बड़ी बात होती थी अगर आफ्टर पार्टी के नाम पे कुछ होता तो समोसे और लड्डू खिला के घर भेज दिया जाता लेकिन आजकल के लोग मॉडर्न है आजकल के स्कूल की पार्टीज स्कूल में नहीं होती है वो होती है कैफेस में और लाउंजेस में और कुछ ऐसी ही पार्टी ऑर्गेनाइज हुई इनके फेयरवेल में इस पार्टी में गर्ल्स बॉयज सभी इनवाइटेड थे और साथ में परोसी जा रही थी शराब जैसा कि आप सभी जानते हैं कि शराब पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है लेकिन कुछ लोगों के लिए ये लाभदायक भी हो सकती है और कुछ ऐसा ही हुआ करण के साथ जब आगे जाके आपको पता लगेगा तो आपको ये लगेगा कि करण ऐसा लगता है कहीं जाकर मन्नत मांग कर आया था पार्टी शुरू हुई वहां पर जूही पहुंचती है करण पहुंचता है और करण की नजर सिर्फ और सिर्फ टिक रहती है जूही पर वो जहां-जहां जा रही थी करण की नजर उसको फॉलो कर रही थी और ऐसा नहीं था कि जूही को पता नहीं कि करण उसे स्टेयर कर रहा है उसे देख रहा है कई बार ऐसा मौका भया जब दोनों की नजरें मिली और ही बहुत अच्छे से जानती थी कि करण के मन में क्या है खैर पार्टी चलती रही सभी लोग एंजॉय कर रहे थे जही का अपना एक ग्रुप था फ्रेंड्स का वो उनके साथ एंजॉय कर रही थी और एंजॉय करते करते कब पता नहीं उसको बहुत ज्यादा वो ड्रंक हो गई थी और जब उसको लगा कि अब बहुत ज्यादा उसको हो गई है तो वो अपने फ्रेंड से बोलती कि यार मेरी ना तबी ठीक नहीं आई एम नॉट फीलिंग वेल मैं घर जा रही हूं तो दोस्तों ने सब सब कोई होश में था ही नहीं सब पार्टी एंजॉय कर रहे तो उन्होंने बोला कि हां ठीक है ध्यान नहीं दिया उन्होंने कुछ भी इधर से जूही उस पार्टी से निकली लेकिन जूही अकेली नहीं निकली वो जो नजरें उसको फॉलो कर रही थी करण की नजरें उसकी नजरें अभी भी जूही के ऊपर टिकी हुई थी और जैसे वो निकली वो फटाफट से वहां से उसको फॉलो करते हुए बाहर निकल गया जूही बाहर खड़ी होकर कैब का वेट कर रही थी और करण एक अलग जगह से उसको ऑब्जर्व करता जोही को नहीं पता था कि करण भी उसको फॉलो करते हुए बाहर आ गया है वो बस देख रहा था कि उसकी कैब आ जाए वो सेफली चली जाए लेकिन थोड़ी देर में करण ने ऑब्जर्व किया कि आसपास से गुजरने वाले लोग उसको बड़ी अजीब सी नजरों से देख रहे थे क्योंकि उसका ड्रेसअप भी पार्टी वाला था और करण को ऐसा लगा कि वो सेफ नहीं है आज भी करण में इतनी हिम्मत नहीं थी कि व जूही को जाकर कुछ कह पाए लेकिन जब उसने देखा कि वो इस एनवायरमेंट में सेफ नहीं है तो उसने आज अपनी हिम्मत जुटाई और वो सीधा जूही के पास पहुंचा जाकर बोलता है सुनो जूही शायद तुम्हारी तबीयत ठीक नहीं है मैं तुम्हें अपनी कार से तुम्हारे घर ड्रॉप कर देता हूं जो ही वोही ड्रंक हालत उर देखते बोलते तुम तो करण हो ना अब आप जानते हैं जब इंसान का मानसिक संतुलन बिगड़ा हुआ है तो बिना सो समझे कुछ भी बोल देता है तुम शाम से मुझको क्यों घुर रहे हो मैंने तुम्हें पूरी पार्टी में कई बार नोटिस किया कि तुम मुझे स्टेयर कर रहे हो मुझे बताओ तुम मुझे ऐसे क्यों देख रहे थे करण थोड़ा सकपका गया उसने चारों तरफ देखा उसने कहा सुनो तुम एक काम करो मेरी कार में बैठो मैं तुम्हें घर भी ड्रॉप कर दूंगा और मैं तुम्हें ये भी बता दूंगा कि मैं तुम्ह पार्टी में क्यों देख रहा था जूही ने उसे हां बोल दिया दोनों करण की कार की तरफ बढ़ने लगे वो वहां पहुंचे उसने पहले गेट खुल के जूही को बिठाया उसके बाद वो खुद कार में आकर बैठ गया और बैठकर व जुई से बोलता है कि तुम्हें पता है कि आज तुमने कितनी ड्रिंक ले ली है तोर जुई बोलती है मुझे तो नहीं पता लेकिन तुम ही तो मुझे देख रहे थे तुमने ही गिन ली होगी कि मैंने कितनी ड्रिंक्स ली है और इतना कहकर वो हंसने लगी करण उसकी बात पर हंसा और सिचुएशन को भांपते हुए वो उससे कहता है कि हां यार पूरी पार्टी में मैं तुम्ही को घुर रहा था क्योंकि जब से मैंने तुम्हें देखा है तब से तुम मेरे दिलो दिमाग पर छा गई हो और मैं चाहकर भी तुम्हें कभी भुला नहीं पाता हूं लेकिन क्यों मैं क्योंकि मैं दिखने में अच्छा नहीं हूं इसलिए मैं कभी तुमसे बात नहीं कह पाया लेकिन आज जब मौका मिला है तो मैं इस बात को कह सकता हूं कि आई लाइक यू वेरी मच उसके बात सुनकर जुई उसकी तरफ हंसती है और कहती है हंसते हुए उसके हाथ पर हाथ रखकर किसने कहा कि तुम अच्छे नहीं दिखते हो उसकी तरफ एक स्माइल देती करण मनी मन बहुत खुश होता है वो जूही का हाथ अपने हाथ में पकड़ता है और गाड़ी को स्टार्ट करके निकल पड़ता है जूही के घर के लिए जोही क्योंकि ड्रंक हालत में थी होश में व थी नहीं तो जब वो 10 पा 10 मिनट न को निकले तो बोलती कि सुनो वैसे हम मेरे घर जा क्यों रहे हैं मैं तो अपने घर पर बोल के आई कि मैं तो कल मॉर्निंग में आऊंगी एक काम करते हैं ना हम लोग नाइट आउट करते हैं अब आप खुद इमेजिन कर सकते करण को इससे जदा और क्या चाहिए था उसने बोला ठीक है बहुत ही बढ़िया आज तो मतलब लॉटरी लग गई है उसने सोचा उसकी लाइफ में ऐसा दिन आएगा उसने गाड़ी घुमाई और वोह घूमने लगे जयपुर की सड़कों पर अलग-अलग जगह पर गाड़ी से घूम रहे हैं पता नहीं कब दो-तीन घंटे गुजर गए और रात के करीबन 2 बज गए इतना घूमने फिरने के बाद जब इन दोनों की हालत नहीं रे ज्यादा घूमने की तो उन्होने एक होटल लिया और वहीं पर नाइट स्पेंड की सुबह जब करण उठा ऐसा नहीं कि करण ने पार्टी में ड्रिंक नहीं की थ उसने भी की हुई थी उसने उठा तो देखा कि जूही वहां से चली गई थी जैसे उसको चीजें रिकॉल की वो बहुत खुश था और क्योंकि जो वो अब तक चाह रहा था वो आज उसने अचीव कर लिया था और वो बहुत ज्यादा एक्साइटेड था अपने दोस्तों को ये बता ने के लिए क्योंकि उसका दोस्त सबसे ज्यादा उसका मजाक उड़ाया करते थे जब उसने अपने एक दो करीबी दोस्त थे उसके सो कॉल्ड करीबी दोस्त जिसने कहा कि यार मुझे बहुत पसंद है बोलते कि अबे तू उसको देख तू अपने आप को देख तुम्हारा कोई मैच ही नहीं है कहां के सपने देख रहा है भाई उन दोस्तों को वो ये बताना चाहता था कि कल फेयरवेल पार्टी के बाद जूही ने उसके साथ टाइम स्पेंड किया है वो पहुंचता है अपने घर घर पहुंच करर तैयार होता है और सीधा पहुंचता है स्कूल स्कूल पहुंच कर वो क्लास में घुसता है उसके दोस्तों का ग्रुप बैठा हुआ था और वहां पर वो बहुत ही हंसता खिलता गुनगुनाता हुआ पहुंचता है तो उसके दोस्त बोलते हैं अबे तू इतना खुश क्यों है बे तो बोलता है बस बात ही कुछ ऐसी ई है तो उसका दोस्त बोलता है अबे लोगों के चेहरे से खुशी छलकती है तेरे चेहरे से खुशी बह रही है भाई ऐसी क्या बात हो गई है बोलता अे तुमको अगर मैं बात बता दूंगा ना तो तुम्हारे पैरो तले ना जमीन के सर जाएगी तो बोलते अच्छा ऐसी क्या बात है वो कुछ बताने वाला होता है तभी उसके पीछे से गुस्से में आवाज आती है करण करण उसके सारे दोस्त आवाज कर घूम कर देखते हैं उधर से जूही बहुत गुस्से में चलती आ रही है और सीधा आकर करम काल पे खींच के थप्पड़ मारती है और बोलती है रास्कल तूने मेरे ड्रंक होने का फायदा उठाया है तेरी शक्ल भी देखी है तूने तो जैसे लड़के को तो मैं देखते तक नहीं हूं और कल तूने मेरे ड्रंक होने का फायदा उठाकर मुझे पार्टी से पिक किया और उसके बाद रात को मुझे होटल में ले गया करण स पागल गया और बोलता है लेकिन तुमने ही तो मुझसे कल नाइट आउट के लिए बोला था तो बोलते नाइट आउट वही तेरे साथ शक्ल देखी कभी अपनी तुझ जैसे लड़के के साथ तो मैं कहीं बाहर भी नहीं जाऊ नाइट आउट तो बहुत बड़ी बात है और तो शुक्र मना कि मैंने स्कूल में प्रिंसिपल को नहीं बोला और मैं तेरे खिलाफ कोई लीगल एक्शन नहीं ले रही हूं वरना मैं चाहूं तो तुम्हारी पूरी लाइफ स्पॉइल कर सकती हूं और इस तरह से उसने पता नहीं क्या-क्या करम को कहा उसकी पूरी भरी क्लास हमने बेइज्जती कर दी पूरी क्लास उसके ऊपर हंस रही थी और इतना कहकर वो वहां से चली गई करण को बहुत जिल्लत महसूस हुई जैसे ही जूही वहां से गई पूरी क्लास भी उधर से निकल गई उधर उसके दोस्त थे वो सो कॉल्ड दोस्त उसके पास में आते बोलते अबे साले तूने सोच भी कैसे लिया कि जुई तुझसे पटेगी अबे तुझसे जुई क्या तुझसे कोई भी लड़की नहीं पट सकती है अगर तुझसे कोई पट सकती है ना तो वो है कर्ण पिशाचिनी क्योंकि उसको बंदे की शक्ल से कोई लेना देना नहीं होता उसको तो सिर्फ अपनी साधना से मतलब होता है तो लड़की छोड़ तो उसको पटाने की ट्राई कर इतना कहकर उसके दोस्त क्लास से बाहर निकल गए जब सब चले गए तो करण की आंखों में आंसू भरे हुए थे उसने अपना बैग उठाया बैग उठाकर वो क्लास से और स्कूल से बाहर निकल गया उसे बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि उसकी इतनी बेइज्जती होगी एक सिर्फ एक रात के दरमियान ही उ जो कुछ सोचा था वो सब कुछ चेंज हो चुका था और यहां पर करण बुरी तरह से टूट चुका था स्कूल से वो सीधा घर पहुंचा घर में किसी से बात की ना सीधा अपने कमरे में गया रूम को लॉक किया और चुपचाप बैठ गया चीजें बिल्कुल उसके दिमाग में घूमे जा रही थी कल जो हुआ था सब कुछ सामने घूम रहा था और जो क्लासरूम का जो जो वो जो एटमॉस्फियर था वो उसके सामने बिल्कुल ऐसे स्क्रीन की तरह चल रहा था और लास्ट में अचानक से उसके दिमाग में क्लिक करती उसके दोस्तों की बातें उसके दोस्त की वो बात उसके दिमाग में बार-बार आ रही थी उसके कानों में वो आवाज गूंज रही थी इससे अगर कोई पट सकती है तो वो है कर्ण पिशाचिनी इससे अगर कोई पट सकती है तो वो है कर्ण पिशाचिनी उसके दिमाग में चीज धीरे धीरे धीरे धीरे घूम रही थी और वो रिलेट कर पा रहा था मैं हूं कर्ण और यह है मेरी पिशाचिनी वो उस सीड को उसके दिमाग में बो गए थे कि इससे कोई लड़की नहीं पट सकती लेकिन इससे कर्ण पिशाची नहीं पट सकती है वो अपने आप को उससे कनेक्ट कर पा रहा था उसने मने मने डिसाइड किया कि मैं सर्च करता हूं कि आखिर चीज क्या है उसने अपने आंसू पछे बैठा अपने पीसी के ऊपर और उसने कर्ण पिशाची के बारे में ढूंढना शुरू किया रिसर्च शुरू की लेकिन शायद उसकी इनिशियल रिसर्च में कहीं पर भी उसको मेरा कोई पुराना वीडियो नहीं मिला जो कि कण पिशाचिनी के ऊपर बेस्ड था क्योंकि आप लोग वीडियो को लाइक ही नहीं करते हो इसलिए वीडियो को लाइक करो ताकि ऐसे लोगों की मदद हो सके जो ऐसे किसी जाल के अंदर फंसने की कोशिश करना शुरू करते हैं मेरा वीडियो पहले आ जाएगा तो सतर्क भी हो जाएंगे सावधान भी हो जाएंगे इसलिए कहानी में आगे बढ़ने से पहले इस वीडियो को लाइक जरूर करें खैर उसने चीजों को ढूंढना शुरू किया उसे बहुत सारा डाटा मिला बहुत सारी इंफॉर्मेशन मिली स देखा कि कर्ण विष से साधना करने के बहुत सारे तरीके हैं लेकिन ये सभी तरीके बहुत खतरनाक है उसने उसके नेगेटिव पॉइंट्स भी देखे कण साधना करने के नेगेटिव पॉइंट्स क्या हो सकते हैं क्या उसके नुकसान हो सकते हैं लेकिन आपको लगता है इस सिचुएशन में करण को नुकसान नजर आ रहे होंगे उसे तो अगर कुछ नजर आ रहा था तो वो थी अपनी कर्ण पिशाच क्योंकि अब उसे य लगने लग गया था कि दुनिया की कोई भी लड़की उसे पसंद नहीं करेगी और अगर उसके अकेलेपन को को दूर कर सकता है तो वो सिर्फ और सिर्फ य पिशाच नहीं है उसे अपनी रिसर्च से य पता लग गया था कि उसको यह जो साधना करनी है जो भी कुछ करना है वह अपने घर में तो नहीं कर सकता है इसके लिए उसे अकेले रहना होगा उसने दिमाग लगाया कि अकेले वह कैसे होगा उसको क्लिक किया यस मैं अपना 12थ का एग्जाम क्लियर करता हूं और उसके बाद मैं कोटा जाऊंगा तैयारी करने के लिए कोचिंग में एडमिशन लूंगा और वहां पर मेरे अलावा कोई और नहीं होगा तो आप देख सकते हैं अलग-अलग तरह के लोग अलग-अलग तरह के टारगेट लेकर भी कोटा आते हैं लेकिन इन सब में बदनाम सिर्फ शहर हो जाता है फिर वो अपने मम्मी पापा के पास पहुंचा और जाकर उनसे बोलता है कि पापा मुझे बोर्ड के बाद जेई की तैयारी करनी है और मैं कोटा जाऊंगा तो उनके पापा कभी इतना उम्मीद नहीं करते थे उसने बोला कि अरे वाह ये तो खुद आके बोल रहा है कि कोटा जाएगा और जई की तैयारी करेगा तो और दूसरा ये भी था कि जो करण के सिस्टर थी उनके इनलॉज भी कोटा में ही रहते थे खैर वो बहुत खुश हुए इस बात से कि चलो बेटा आगे पढ़ने की खुद से सोच रहा है उनको नहीं पता था कि उसके हिडन प्लांस क्या है लेकिन अब उसका एक फोकस हो चुका था कि कैसे भी करके उसको बोर्ड्स के अंदर 80 प् परसेंटेज लाना है क्योंकि तभी उसके घर वाले उसे बिना कुछ पूछे कोटा भेज सकते हैं वो लग गया अपनी मेहनत में और बहुत अच्छे से उसने बोर्ड की तैयारी की जो भी बचे कुछ दिन थे उसमें पूरा अपना वो भूल गया था किसी भी रिसर्च और कंट प्रश के बारे में और वह लग गया अपनी पढ़ाई के अंदर और वाकई में उसने 12थ बोर्ड्स के अंदर 85 पर स्कोर किया र एग्जाम खत्म होते ही वो सीधा कोटा आ गया और यहां पर एक कोचिंग में एडमिशन लिया नहीं मेरी में नहीं मेरी तो अभी स्टार्ट ही हुई है और होस्ट हॉस्टल में रूम लेने की जगह उसने लिया एक वन बीएच के फ्लैट ताकि एक तो वो अकेला रह सके और दूसरा उसके ऊपर एज सच कोई रिस्ट्रिक्शंस ना हो फ्लैट लेने में उसने बहुत दिमाग लगाया और उसने एक मल्टी स्टोरी बिल्डिंग के टॉप फ्लोर के ऊपर अपना फ्लैट लिया ताकि वहां पर क्योंकि जनरली सभी लोग टॉप फ्लोर पे फ्लैट को अवॉइड करते हैं गर्मी की वजह से और दूसरा उसको जो भी अपने काम करने थे वह किसी को पता ना चले और छत पर से चीजें आसानी से डिस्पोज भी की जा सकती हैं सेटल होने के बाद उसने अपनी रिसर्च वापस से रीस्टार्ट की वो अपना लैपटॉप अपने साथ में लेकर आया था और कोचिंग तो सिर्फ वो एडमिशन लेने गया उसके बाद उसने कभी दोबारा वो क्लास करने नहीं गया और वो लगा रहा अपने काम के अंदर उसके दिमाग में सिर्फ एक ही चीज घूम रही थी वो थी कर्ण पिशाचिनी बहुत जगह उसने ढूंढा क्योंकि वो चाहता था कि फर्स्ट अटेंप्ट में ही वो कर्ण पिशाच नी साधना को कंप्लीट कर ले सक्सेसफुल हो जाए उसके अंदर बहुत पढ़ने बहुत ढूंढने का उसको ये पता लगा कि अगर आपको कोई ऐसा एक गुरु मिल जाए जिसने साधना की हुई हो या उसके बारे में जानता हो तो सिद्धि मिलने के चांसेस बहुत ज्यादा हो जाते हैं उसने बहुत सर्च किया कि उसे को ऐसा इंसान मिल जाए बहुत कांटेक्ट ढूंढने की कोशिश की वो डार्क वेब प भी गया सब जगह उसने किया लेकिन उसे ऐसा कोई कांटेक्ट नहीं मिला फिर पता नहीं कहां से किसी फॉर्म से या किसी कांटेक्ट सेको पता लगा कि पुष्कर घाट जोक अजमेर के पास है वहां पर कुछ अघोरी रहते हैं और वो इस साधना के अंदर मतलब इस साधना को जानते हैं इसके अलावा कई तरह की पिशाच साधना हों को जानते हैं तो अगर कोई अघोरी उसकी मदद करने को तैयार हो जाए तो इस सिद्धि को प्राप्त कर सकता है और उसने प्लान बनाया कि वोह वहां जाएगा और देखेगा वाकई में यह सब सच है या नहीं है तो वह पुष्कर पहुंचता है एक दो दिन के लिए और वहां जाकर व एक्सप्लोर करना शुरू करता है तो व उसको कई तरह के बाबा मिलते हैं धीरे धीरे धीरे धीरे वो मतलब वीक में दो दिन पुष्कर जाता तो तीन चार वीक के बाद उसको पता लला कि ऐसे लोग वहां पर वाकई में ऐसे अघोरी बाबाज है है ना पता नहीं वो लोग सच है गलत है मैं भी नहीं जानता तो जैसा मुझे बताया गया बिल्कुल वैसा ही आपको बता रहा हूं तो उसने ऐसा एक ग्रुप ढूंढा जो कि बेसिकली उसको आईडिया लगा लोगों से बात कर करके धीरे-धीरे उसने पता करना शुरू किया उसने वहां टाइम स्पेंड किया जब आप इस जगह पर टाइम स्पेंड करते हो तो वहां की इंफॉर्मेशन निकालना आप सीख जाते हो उसे पता लगा कि चार पांच अघोरियों का एक ग्रुप है जो कि पिशाच नी साधना हों के अंदर पारंगत है और उन्होंने कई पिशाच नियों को साधा हुआ है उसने उस टोली को पकड़ा और उस टोली के साथ-साथ वह रहने लगा अपनी रैकी पूरी होने के बाद अब वो नेक्स्ट मंथ से करीबन 10 दिन के लिए पुष्कर जाता और उन बाबाओं के सानिध्य में रहता व उनसे बातचीत करता धीरे-धीरे एक महीने दो महीने में उसने उनका विश्वास जीत लिया था और अब वह उनसे मतलब एक तरह से गुरु और चेले का संबंध सा उसने बना लिया था उसने देखा था कि उन अघोरियों के पास बहुत सारी किताबें हैं अलग-अलग तरह की किताबें हैं और उन किताबों उनमें एक अग उसके पास सारा कलेक्शन था किताबों का और कई बार उसने उसको किताबें पढ़ते हुए देखा पूछा उसने बताया कि इनके अंदर मंत्र लिखे हुए हैं ओबवियसली देखो जब आपको पता है कि आपको क्या तो उस टार तरफ उसे इंफॉर्मेशन लेता था कि क्या पिशाचीनी क्या होती है है ना कैसे आप उनको साधते हो तो हल्के हल्के इंफॉर्मेशन उनसे निकालता रहता था और उस अघोरी सबसे ज्यादा क्लोज बना रखी थी जिसके पास य किताब थी और व इनके बारे में जानता था एक दिन जब उसे मौका मिला तो उसने बाबा से पूछा एक अनजान बच्चे की तरह कि बाबा मैंने कण पिशाच के बारे में बहुत सुना य क्या होती है तो उन्होंने कहा कि बेटा कण पिशाच नहीं ना कण पिशाच साधना बहुत खतरनाक है ये एक ऐसी पिशाच नहीं है जो अपने साधक को काम सुख देती है और उसी के साथ-साथ ये उसके कान में जिसके बारे में तुम जानना चाहो उसके भूतकाल की जानकारी दे सकती है अगर तुम्हारे सामने कोई आदमी बैठा है और तुम यह पता करना चाहते हो कि इसके भूतकाल में क्या हुआ है इसका वर्तमान कैसा है तो कर्ण पिशाच तुम्हारे कान में आकर इस चीज को बताती है इसीलिए इसको कर्ण पिशाचिनी कहते हैं फ उन्होने आगे बताया कि यह तुम्हारे सामने एक स्त्री के रूप में अवतरित होती है तुम तुम्हारी कल्प ना जिस स्त्री को तुम अपनी कल्पना में बना सकते हो उसी के रूप में तुम्हारे सामने उस साधक के सामने अवतरित होती है और जो साधक को जानना है व उनको सब कुछ बताती है लेकिन इसे प्रतिदिन अपने साधक से काम सुख चाहिए होता है लेकिन ध्यान रखना यह सुनने में जितनी आकर्षक लगती है ये उतनी ही ज्यादा खतरनाक भी है एक बार किसी साधक ने कर्ण पिशाचिनी को साध लिया उसके बाद वो किसी और स्त्री को साधक के आसपास भी नहीं आने देती है चाहे वह स्त्री उसकी मां हो या फिर उसकी बहन और यह उस साधक की आत्मा को कई सालों तक अपना बंधक बना लेती है लेकिन एक बात बता तू यह सब क्यों पूछ रहा है कहीं तेरे दिमाग में तो कुछ नहीं चल रहा है ना तो कर बोला अरे नहीं बाबा मैं तो आप लोग के साथ रहकर बहुत कुछ सीखने को सुनने को मिला है तो ये नाम मेरे कहीं पढ़ने में आया तो मुझे लगा आपसे इस का में कौन जानता होगा सिर्फ इसलिए मैं आपसे य पूछ रहा हूं ने बोला नहीं एक अगर तू कुछ सोच रहा है तो ध्यान रखना बिल्कुल भी नहीं यह बहुत खतरनाक चीज है सुनने पढ़ने देखने में ही अच्छी लगती है तो कोशिश भी मत करना वरना तुझे पता नहीं कि तेरा क्या नुकसान हो सकता है इतना कहकर बाबा वहां से उठकर चले गए आपको लगता है करण उनकी बात को मानेगा रात को जब सभी जो साधक थे अघोरी साधक वो अपनी साधना के लिए गए हुए थे तो चुपचाप से उस एक अघोरी साधक के पास में किसी जो किताब वहां पहुंचा और वहां से उसने एक किताब उठाई जिसमें कई तरह की पिशाच नियों को साधने की विद्या लिखी हुई थी और उस किताब को चुराकर वो वहां से चला गया और वापस पहुंच गया अपने फ्लैट पर उसे जो चाहिए था उसे वह मिल चुका था और अब उसका एक ही टारगेट था इस किताब से उस विद्या को सीखकर कर्ण पिशाचिनी को साधना अब उसने वो पूरी किताब पढ़ी और किताब पढ़कर उ समझ में आया कि इस साधना को करने के बहुत सारे तरीके हैं कुछ स्लो तरीके हैं जिनमें बहुत टाइम लगता है कई महीने कई साल और कुछ बहुत फास्ट तरीके हैं जिनमें से सिर्फ कुछ दिन लगते हैं लेकिन जितना छोटा तरीका है वो उतना ही खतरनाक और उतना ही अजीब सा है बहुत सोचने समझने के बाद उसने एक तरीका चुना जिसमें 13 दिन लगने वाले थे और इन 13 दिनों तक उसको ये साधना करनी थी तो इस प्रक्रिया के कुछ नियम थे उसको जो भी साधना करनी है वो रात को 1 बजे के बाद करनी है दूसरा यह साधना जब उसे करनी है तो निर्वस्त्र करनी है मतलब नेकेड फॉर्म के अंदर करनी है इस प्रक्रिया के तीन स्टेज थे स्टेज वन जहां पर साधक कण पिशाच ने को आमंत्रित करता है और वह उसे इमेजिन करता है उसकी कल्पना करता है और उसे एक रूप देता है उसी रूप के अंदर अगर कण पिशाच सिद्ध हुई तो वह आपके सामने आती है स्टेज टू साधक को उसका एहसास होने लगता है और इस समय पर उसे अपने आप को बहुत ज्यादा संतुलित बनाए रखना होता है क्योंकि इतनी आसानी से वो सती नहीं है उसकी सिद्धि प्राप्त नहीं होती है वो ये कोशिश करेगी कि आपकी साधना में कोई ना कोई जरूर पढ़े और स्टेज थ्री जब वह आपको दिखना शुरू हो जाती है और यह सबसे खतरनाक स्टेज होती है यहां पर आपको अपना बहुत ज्यादा कंट्रोल बना के रखना पड़ता है संतुलन बना के रखना पड़ता है कि अगर आपने एक भी गलती की आप उसे कंट्रोल कर पाओगे यह नहीं पता लेकिन वो आपको जीवन भर के लिए कंट्रोल कर सकती है और जो चाहे वो वो आपसे करवा सकती है मुझे तो ये समझ में नहीं आता कि मैं तो इतना पढ़ के सोच रहा हूं कि इतना सब करने की जरूरत क्या है भाई देर इज नो नीड है ना तो आप सुने और जाने दे पहले भी कह चुका हूं कई लोगों ने इसे ट्राई किया है आपको ऐसा लग रहा है कि जो ट्राई कर रहा है इसके साथ बहुत अच्छा होने वाला है नहीं नहीं आप जानते हो इसके साथ अच्छा होने वाला नहीं है लेकिन फिर भी अगर आपके मन में एक बार भी आ रहा है कि मैं भी इसे ट्राई करूंगा सुन लो सुन लो वही बहुत है कुछ भी ट्राई करने की जरूरत नहीं है सब कुछ सीखने समझने के बाद वो सारा सामान ले आया जो उसे अपनी साधना के लिए चाहिए होता था और जिस दिन से उसे स्टार्ट करना था वो दिन उसने फिक्स किया और रात को 1 बजे निर्वस्त्र होकर वो अपनी साधना के अंदर लग गया इतने महीने नों तक उन अघोरियों के साथ रहने से वो उसने एक चीज सीख ली थी वो था ध्यान लगाना कि कैसे साधना के लिए फोकस किया जाता है उसने कुछ चीजें कुछ टिप्स उन लोगों से सीख लिए थे और ध्यान की प्रैक्टिस वो लगातार कर रहा था क्योंकि उसको अपना टारगेट पता था पहले दिन से वो बैठा और 1:00 बजे से लेकर 4:00 बजे तक उसने अपना वो प्रोसेस पूरा किया शुरू के तीन-चार दिन कुछ भी नहीं हुआ लेकिन चौथे दिन उसको कुछ ना कुछ एहसास होने लगा यहां पर मैं एक बात ऐड करना चाहूंगा कि मुझे ऐसा लगता है कि एक मेंटल गेम भी होता है है जब आप किसी चीज की तरफ इतने ज्यादा अट्रैक्ट हो चुके हो दिन रात आप उसी के बारे में सोच रहे हो तो आपके जो दिमाग है इतनी खतरनाक मशीन है ना आप जो सोचते हो उसको आपके सामने क्रिएट करना शुरू कर देता है तो जैसा कि उस किताब में लिखा होता कि तीन दिन के बाद चार दिन के बाद ऐसा होगा सात दिन के बाद ऐसा होगा 10 दिन का ऐसा होगा 13 दिन ऐसा होगा तो वो अगर हो सकता है वो रियलिटी में नहीं हो रहा हो लेकिन आपके सामने एक ऐसा वर्चुअल वर्ल्ड क्रिएट हो जाता है जिसमें आपको लगता है कि ऐसा हो रहा होता है और सेम चीज चौथे दिन के बाद करण को फील होना शुरू हुई उसे किसी ना किसी का अपने कमरे के अंदर होने का एहसास हो रहा था उसे ऐसा लग रहा था कि जब वह साधना कर रहा है तो कोई उसे देख रहा है और व चाहता है कि वो आंख खोलकर उसे देखे लेकिन वो पूरी तरह से सुदृढ़ था उसका निश्चय था कि चाहे कुछ भी हो जाए जब तक साधना पूरी नहीं होगी वो आंख नहीं खुलेगा और वो उसी तरह से उस एहसास के साथ-साथ लगातार उस प्रक्रिया के अंदर लगा रहा अपनी साधना खत्म करने के बाद जब उसने खुद से बात की तो उसे लगा कि हां उसे कोई प्रेजेंस पी ई वो बहुत ज्यादा मोटिवेट हो गया था कि अब वो बिल्कुल सही डायरेक्शन के अंदर जा रहा है अगले दिन वो फिर से साधना करने बैठा और इस बार उसे अपने कमरे के अंदर एक फीमेल एंटिटी की प्रेजेंस फील होने लगी उसे एक अजीब सी अलग सी महक आने लगी बहुत ही अच्छी उसको महक लग रही थी और वो ये आइडेंटिफिकेशन हो लेकिन उसे यह साफ-साफ फील हो रहा था कि उस रूम में जब वो साधना कर रहा है तो कोई ना कोई एक फीमेल एंटिटी है जो उसके हा पास घूम रही है वो लगा रहा अपनी साधना के अंदर पांचवा दिन छठा दिन सातवा दिन आठवा दिन जब आया तो उसे अपने जब ध्यान लगा रहा था वो तो ऐसा होता है देखिए बहुत सारी चीजें होती है मैं आपको फिर भी बता रहा हूं कि जब आप इमेजिन कर रहे होते हैं आप जब ध्यान लगा के एक चीज प फोकस कर रहे होते हैं तो आंखें खोले बिना भी आपको बहुत कुछ दिखता है जो लोग ध्यान लगाते हैं वो चीजें जानते हैं तो उसको अपने वही ध्यान के अंदर उसे एक फीमेल फिगर दिखाई दिया जो कि बहुत ब्लरी सा था वो आया और आके एकदम से गायब हो गया बार-बार फ्लैशेस आ रहे थे उसकी आंखों के सामने और उसे एक ब्लर सा फीमेल सा फिगर दिखाई दे रहा था लेकिन वो रुका नहीं वो लगा रहा और 10 दिन उसकी साधना के गुजर चुके थे क्योंकि उसने बहुत सारी नॉलेज पहले इकट्टा कर उसने फिर से अपनी किताब खोली क् उसे पता था कि अगर दव दिन तक आपको किसी भी तरह का कोई भी एहसास ना हो तो आपको इस प्रक्रिया को दोबारा करना होता है तो उसने पढ़ा क्योंकि वो जानता था कि उसे तो वो एहसास होना शुरू हो गया है तो 11वें दिन से अब प्रोसेस का अगला स्टेज शुरू बुक में लिखा हुआ था कि अगर आपको एहसास हो गया आपको कुछ दिखना शुरू हो गया है तो 11वें दिन आपको मास की आहुति देनी है और आहुति देने के बाद आपको उस मास्क को वैसा का वैसा ही खाना है चाहे वो पका हुआ हो चाहे वो अध पका हो जैसा भी उसको खाना है और खाते टाइम खाने के बाद उल्टी नहीं आनी चाहिए अगर उल्टी आ गई दैट मींस आपको अभी भी घिन है आप अभी भी तैयार नहीं हो और फिर आपको सिद्धि प्राप्त नहीं होगी मैं नहीं जानता यह सही है या गलत आई डोंट नो मेरा परपज कुछ मैं जो वो बताता रहा हूं जो मुझे बताया गया है स्टोरी के अंदर जिस भी सब्सक्राइबर ने हमसे स्टोरी शेयर की है तो वो जो जो उन्होंने बताया है उसी चीज को बस यहां पर डिस्क्राइब किया जा रहा है तो इस चीज को बिल्कुल भी सीरियसली ना लें एक स्टोरी है आप इसे एक फिक्शनल स्टोरी माने और बिल्कुल उसी की तरह इसको लेकर चले आपको बता दूं करण जो था वो पोरली वेजिटेरियन था लेकिन वो उस प्रोसेस में बहुत आगे आ चुका था और वैसे भी उसकी लाइफ का टारगेट ही चेंज हो चुका था तो इस चीज के लिए भी तैयार था किताब में कहे अनुसार बगलन जाकर सवा किलो लेकर आया उसने रात को एक छोटा सा हवन कुंड बना रखा था उसमें आहूति दी उसका जैसा था वैसा का वैसा उसको खा लिया खाते टाइम उसे एक बार भी कोई घिन या कुछ फील नहीं हुई उस बुक के अनुसार उसको खाने से पहले उसको उसी हवन में अपने रक्त की आहुति देनी थी उस अपना अंगूठा ऐसे काटा रक्त की आहुति थी और उसके बाद उसको वो कंज्यूम कर गया आज की प्रक्रिया पूरी करते करते उसे उम्मीद थी कि उसे जो ब्लरी फिगर है व शायद क्लियर दिखाई दे लेकिन आज तो उसे वो ब्लरी विजन भी नहीं आया वो थोड़ा हताश था लेकिन ना उम्मीद नहीं हुआ उसने अपने प्रक्रिया पूरी की सो गया सुबह जब उठा तो सब कुछ नॉर्मल था ऐच कुछ भी नहीं हुआ लेकिन जैसे ही रात हुई उसे अचानक से बहुत तेज नॉनवेज खाने की इच्छा हुई वो वापस से उसी दुकान प गया और उसे चिकन खरीद के लाया और लाने के बाद उससे एक मिनट भी नहीं रुका गया किसी सब्जी गाजर मूली की तरह वो पूरा का पूरा चिकन खा गया इसके बाद वो वापस से अपनी साधना करने बैठा उस किताब के अनुसार अब हर दिन उसको अपने रक्त की आहुति देनी थी तो उसने वापस से वो बैठा प्रोसेस आया जब टाइम आया तो उसने अपने अंगूठा कट करके वापस रक्त की आहुति दी और जैसे उसने आज आहुति दी उसके सामने एक फिगर क्रिएट होने लगा और यह फिगर उस दिन की तरह ब्लर नहीं था आज उसके सामने बिल्कुल क्लियर इमेज बन रही थी सामने उसके एक लेडी खड़ी हुई थी और वह लेडी उसने जो कल्पना की थी उससे भी कहीं ज्यादा सुंदर थी उसकी बड़ी-बड़ी नशीली आंखें थी और व इतनी सेड्यूस थी करण अपने आप को कंट्रोल नहीं कर पा रहा था उसको देखकर करण य पर अपनी प्रक्रिया में लगा था और वो उसके चारों तरफ घूम रही थी करण मन ही मन बहुत खुश था अपने अचीवमेंट के ऊपर लेकिन उसे पता था कि उसे अपनी प्रक्रिया को रोक नहीं 13 दिन जब तक नहीं होंगे वो अपनी प्रक्रिया को नहीं रोकेगा ये एक जाल है अगर वह 11वें दिन उठ गया तो उसकी साधना खत्म हो जाएगी उसने अपनी प्रक्रिया पूरी की और जब आंखें खोली दोबारा तो लड़की वहां से गायब हो चुकी थी अपनी प्रक्रिया खत्म करके जब वो सोया आज उसे प्रॉपर्ली फील हो रहा था कि वो अपने रूम के अंदर अकेला नहीं है कोई है जब वो लेटा हुआ है बै उसके पास में कोई लेटा हुआ उसे बार-बार टच कर रहा है वो मन ही मन बहुत खुश हो रहा था कि जो उसने सोचा था जितनी मेहनत किया उसकी मेहनत रंग ला रही है और वो शायद अब कण पिशाचिनी को साथ ही लेगा 12वां दिन गुजरा और सबसे इंपॉर्टेंट था लास्ट डे जो कि 13वां दिन 13वें दिन वो फिर से साधना करने बैठा और नियम के अनुसार 13वां दिन ही सबसे खतरनाक था 13वें दिन उसको अपने मल और मूत्र को आहुति के रूप में डालना था और फिर उसी का भोग करना था करण पूरी तरह तैयार था बहुत बहुत बहुत बहुत ज्यादा आगे आ चुका था उसने पहले से सब कुछ डिसाइड कर रखा उसने वो किया जो उस बुक के अंदर लिखा हुआ था और यह प्रोसेस कंप्लीट करने के बाद उसकी प्रक्रिया जब आधी से ज्यादा पूरी हो गई थी मतलब जो साधना चल रही थी तभी उसके सामने वही लड़की जो एक दो दिन पहले उसे दिखाई दी थी अब बिल्कुल क्लियर उसके सामने एक रियल फिगर एक रियल लड़की के सामने अवतरित हो चुकी थी और उसको देख रहा था वो बिल्कुल जब तक उस साधना खत्म नहीं हुई तब तक उसके सामने खड़ी रही उस कमरे के अंदर घूमती रही और उसकी नजरें सिर्फ करण की नजरों पर थी उन दोनों पूरी पूरे प्रोसेस में अब वो अपनी आंखें खोल सकता था और उसकी नजरें सिर्फ उसे और उसकी नजरें करण को देख रही थी और जैसे ही उसकी प्रक्रिया कंप्लीट हुई उस लड़के ने करण को सेड्यूस करना शुरू किया और फिर उसके बाद जो भी टाइम बचा था उसे पता नहीं कब वो सोया उन्होंने इंटरकोर्स किया और उसके बाद जब वह सुबह उठा तो उसे बहुत फ्रेश फ्रेश फील एक अलग एनर्जी उसकी बॉडी के अंदर आ चुकी थी एक अचीवमेंट की फीलिंग उसको आ रही थी कि फाइनली जो उसने सोचा था अब वह जिंदगी में कभी दोबारा अकेला नहीं रहेगा अब उसका अकेलापन दूर करने के लिए उसके साथ कण पिशाचिनी आ चुकी है इस दिन के बाद हर रात कर्ण पिशाचिनी वहां पर आती और आपको पता ही प्रोसेस होता सुबह जब करण उठा तो उसकी पीठ पर खरो चुके जैसे निशान उसको फील होता है दर्द हो रहा था उससे लगा ठीक है सब तो नॉर्मल है दो दिन तीन दिन यही सब चलता रहा एक दिन वो सो रहा था दिन में तो उसके डोर पर नॉक होता है वो सोचता है कि मैं तो यहां पकेला रहता हूं यहां कौन आ गया तो जैसे गेट खोला तो उसकी सिस्टर थी वो उसको अपने गेट पर खड़ी हुई दिखाई देती है और वो उससे पूछती है तू कोचिंग क्यों नहीं जा रहा है रे उसके बहन ने उसको बताया कि उसके पापा ने कोचिंग में फोन किया था मतलब उनके पास फीस के लिए फोन आया था और जब उन्होंने बात की तो पता लगा कि तू तो सिर्फ एक ही दिन कोचिंग है उसके व से तू कोचिंग जा ही नहीं रहा है चक्कर क्या है और तू किसी को बता क्यों नहीं रहा है करण को लगा कि वो बुरी तरह से फंस जाएगा तो उसको पता था कि उसको अपनी सिस्टर को इमोशनली ब्लैकमेल करना है तो वो बहुत तेज तेज उसके सामने रोने लगा उसने उसको अंदर बिठाया और बोला कि दीदी मैं क्या बताऊं कि जब मैं जयपुर में स्कूल में आता था एक लड़की ने मेरी बहुत बेइज्जती की थी इतनी बेइज्जती की थी कि मैं जयपुर नहीं रह सकता था इसलिए मैं मुझे टाइम चाहिए था सेटल होने के लिए मेरे दिमाग को सेटल करने के लिए इसलिए मैं कोटा आ गया था मैं बात किसी को भी नहीं बता सकता था लेकिन यदि मैं आपको बता रहा हूं आप इस किसी को मत बताना बहुत मुश्क मुश्किल से मैं यहां पर रह रहा हूं तो उसकी दीदी भी मुली हो गई बोलती तू मुझे तो बता सकता था ठीक है तो चिंता मत कर मैं पापा से बात करूंगी डरने घबराने की कोई बात नहीं है उसके बाद उन्होंने बैठकर बात की उसके चल ठीक है ला मैं तेरी हेड मसाज कर देती हूं और आज मैं तेरे साथ यहीं पर रुकू उसने कहा ठीक है तो यही हुआ वह रात को मतलब खाना वाना खाया उन्होने दोनों बहन भाइयों ने बढ़िया से अच्छा बातचीत की रात भर वहीं पर रही और उसके बाद सुबह वो बोलती है कि ठीक है अब मैं अपने ससुराल वापस जा रही हूं मुझे दो दिन बाद निकलना है और भी बहुत सारे काम है बट तू चिंता मत कर मैं पापा से बात कर लूंगी और अगर तुझे ऐसा लग रहा है तो तू यहां से वापस जयपुर शिफ्ट उसने बोले नहीं नहीं अब मैं मेंटली स्टेबल हो चुका हूं अब मैं दीदी अपनी पढ़ाई के ऊपर ध्यान रखूंगा बिल्कुल चिंता मत करो मैं रेगुलर कोचिंग भी जाऊंगा सुबह जब उसकी बहन उसके घर चली जाती है तो बाथरूम में जाता और जैसे बा उसे कांच में देखता है देखता है एकदम से सारे सिर के बाल गायब है घबरा जाता है बरी तरह से लेकिन जब वापस देखता है तो उसके सिर के बाल वहीं रहते हैं और तभी उसके कान में एक आवाज आती है उसे यहां नहीं रुकना चाहिए था बस इतनी सी उ आवाज आती है और तभी उसे क्लिक करता है शिट वो यह भूल गया था एक बार कंड पिशाचिनी सिद्ध हो गई है तो उसके आसपास कोई भी लेडी नहीं आ सकती है उसने फटाफट से अपने चिया जीी को फोन किया और जैसे ही फोन उठाया तो उसको पीछे रोने पीटने की आवा सुई उस बोल क्या हुआ तो उन्होंने बोला कि यार पता नहीं जैसे ही तेरे फ्लैट से तेरी बहन आई तो घर पर गैस के ऊपर तवा चढ़ा हुआ था उसने बिल्कुल गर्म तवे के ऊपर अपने दोनों हाथ ऐसे रख दिए उसके हाथ बरी तरह जल गए हैं वो बरी तरह घबरा गया बोलता है स अभी आ रहा हूं उधर से उनके ससुराल वालों ने इनके घर पर भी फोन कर दिया था और इनके घर वाले भी वहां से रवाना हो चुके थे वो लोग हॉस्पिटल जाते हैं उसके हाथ हाथ प सब इलाज करवाते हैं फिर वहां रुकते हैं लेकिन रात को ये सब लोग करण के फ्लैट पर ही सोने के लिए आ जाते हैं अब जब ये लोग सब आते हैं तो फिर से रात को करण पिशाच नहीं आती है लेकिन उसकी फैमिली को वहां पर देखती है और करण को घूरते हुए वो किसी और को नहीं दिख रही होती लेकिन करण को साफ-साफ दिख रही होती और उसको घूरते हुए बहुत ही गुस्से में वहां से निकल जाती अगले दिन इनके जो मदर फादर थे वापस से चले जाते हैं उनके सिस्टर ने करन में कुछ भी उन्हें नहीं बताया उसने समझा दिया था ऐसी कोई बात है जो भी था वो सेटल थे उन्होंने भी उसे डिस्कशन नहीं किया कि चलो सिस्टर ने समझा दिया है जैसे वो जाते हैं अगली रात वापस से कं पिशाच नहीं आती है और इस बार वो बहुत ज्यादा गुस्से में होती है और पूरी रात में वह उसके शरीर के ऊपर बहुत बड़े बड़े घाव नाखून सेने फाड़ सा दिया उसे बड़े बड़े उसके घाव हो जाते हैं अगले दिन व हॉस्पिटल जाता है हॉस्पिटल जाकर डॉक्टर को मतलब वो पट्टी पट्टी करवाता है लेकिन वो किसी से इस बात को शेयर नहीं कर पाता कि उस साथ क्या हुआ वो ये समझ गया था कि गुस्से की वजह से उसने सब किया है क्योंकि उसके घर वाले यहां पर आकर रहे लेकिन अब उसको लगने लग गया था कि अगर ये मुझे लेकर इतनी पजेसिव है इसका मतलब मैं कभी भी अपनी बहन अपनी मां या किसी और लेडी के आसपास भी नहीं जा सकता हूं अब उसे एहसास हो गया उसने बहुत बड़ी गलती कर दी है लेकिन शायद वो बहुत आगे आ चुका था वो चाहे या वो ना चाहे हर रात वो वहां पर पर आती थी और जो उसे चाहिए था वो करण से जरूर लेती थी चीजें चलती रही और धीरे-धीरे धीरे-धीरे करण को समझ में आ गया था कि वो एक बहुत बड़े और गलत मुसीबत के अंदर फंस चुका है उसे समझ में नहीं आता कि उस मुसीबत से उसको बाहर कैसे निकलना है और तभी उसको याद आई वापस से उन अघोरियों की वो वापस से वहां पहुंचता है और जैसे वहां पर पहुंचता है वो अघोरी उसको देखते बोलता है मुझे पता था तो वापस जरूर आएगा तुझे ये किताब चुराने की सजा तो मिल ही चुकी है अब एक काम करना रात को पूरी तरह तैयार होकर आना फिर तेरी इस प्रॉब्लम का सलूशन भी मैं निकाल दूंगा रात को वह वापस से बिल्कुल निर्वस्त्र होकर पहुंचा तैयार होने का मतलब यही था जैसे वहां पहुंचा तो उन्होंने कहा कि तुझे तूने आधा धूरा ज्ञान लेकर य काम करने की कोशिश की तुझे नहीं पता कि यह काम सुख के द्वारा ही बहुत शक्तिशाली हो जाती हैं और इसीलिए हर दिन यह साधक के साथ इंटरकोर्स जरूर करती है उन्होंने उसे बिठाया और उसके चारों तरफ मन अभिमंत्रित करके राख से एक घेरा बनाया और कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए इस घेरे से बाहर मत निकलना वाबा उसके सामने बैठते हैं और अपने मंत्र पढ़ना शुरू करते हैं और थोड़ी देर के अंदर उ ऐसा फील होता है कि उस सर्किल के चारों तरफ कोई बहुत तेज तेज घूम रहा है वो डर के मारे आंख नहीं खोलता है और तभी उसको कान में एक आवाज सुना जाती है चुपचाप यहां से बाहर निकल जा वना तेरी बहन और तेरी मां को तू जिंदा नहीं देख पाएगा जैसे उसे कान में आवाज सुनने आती है व घबरा जाता है उधर से क्योंकि पहले भी एक बार उसकी बहन के साथ वो हरकत कर चुकी थी उसे बहुत तेज डर लगा कि कहीं अगर इस प्रोसेस में उसकी बहन और उसकी मां को छो तो जिंदगी भर अपने आप को माफ नहीं कर पाए घबरा कर उस गोले से बाहर निकल जाता है और जैसे ही वो गोले से बाहर निकलता है उसकी पूरे शरीर के ऊपर से नाखों के निशान उड़ना शुरू हो कोई उसके ऊपर बार-बार खरोच कर रहा हो इतना देखते हु बाबा उठते हैं भस्म लेते हैं उसके मस्तक पर लगाते हैं और अपने मंत्र पढ़ना शुरू करते हैं और जैसे वो ये करते हैं तो उसके आखों के सामने एकदम से सात आठ और पिशाच जाती है जो उस पिशाचीनी को बालों से पकड़कर घसीटते हुए उस हवन की तरफ लेकर जाती है और उस हवन के अंदर डालते जैसे उसको हन के अंदर डालते एकदम से एकदम से फ्लैश ऑफ लाइट आता है और करण वही का वही बेहोश हो जाता है जबसे होश आता है तो उ बाबा बिठाई देते सामने तो उनसे बोलते है कि क्या हुआ बोलता चिंता मत कर तू उसके पाश यानी जाल से मुक्त हो चुका है तेरा तूने जो खून की आहुति दी थी उससे मैं उसको बहुत मुश्किल था उसको कंट्रोल करना लेकिन ये जो बाकी पिशाच निया हैं इनको मैंने इसलिए साद रखा है कि तुम जैसे लोग कभी मुसीबत में पड़े तो उनको उससे छुटकारा दिलाया जा सके तुमने जो गलती की उसकी सजा तुझे और तेरे परिवार को भुगतनी पड़ सकती थी वो तो अच्छा हुआ कि समय रहते तू मेरे पास आ गया अगर तू कुछ महीने और गुजार देता तो शायद मैं भी मैं भी तेरी कोई मदद नहीं कर पाता उसके बाद वो वहां से वापस आया और उसके बाद भी ऐसा नहीं कि उसका पीछ छोड़ सपने में उसे दिखाई देती थी फिर कुछ दिनों के लिए अपने घर गया वापस से स्टेबल हुआ और फिर से वापस आया पढ़ने के लिए और फिर उसके बाद उसने अपनी पढ़ाई के ऊपर फोकस किया और उसके बाद एक साल तैयारी की तैयारी करने के बाद अ कोई बहुत बड़ा तो नहीं लेकिन नॉर्मल ठीक ठाक कॉलेज उसे मिल गया और उसके बाद वो अपना बढ़िया उसने इंजीनियरिंग कर रहा है यही उसकी लाइफ है और यह स्टोरी हमारे साथ शेयर की उनके किसी फ्रेंड के फ्रेंड ने बट आई डोंट नो जैसा मुझे बताया गया है वैसी चीजें मैंने आप लोग के साथ शेयर की है और कुछ भी हो चाहे प्रोसेस हो हो चाहे ना हुआ हो चाहे उसका मेंटल इजन हो लेकिन फिर भी ऐसे कई लोग हैं जो कई बार पूछते हैं कई बारसे वीडियो सर्च करते दिखाया जाता है क साधना कैसे की जाती है मैं पहले भी बोल चुका हूं और मैं बार-बार बोलता रहूंगा कुछ चीजें आपके कंट्रोल में नहीं आपको य लुक्रेटिव लग सकती है लेकिन इनके पीछे का जो नेगेटिव इंपैक्ट होता है इंसान के लाइफ पर वो बहुत ज्यादा पावरफुल होता है जैसे किसी भी चीज को कभी भी ट्राई करने की कोशिश ना करें आप लोगों को क्या लगता है क्या वाकई में करण ने करण पिशाच नी को साध लिया था या फिर यह उसका सिर्फ और सिर्फ एक मेंटल इल्यूजन था मुझे अपने व्यूज कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं हम लोग मिलते हैं अपनी अगली कहानी में तब तक के लिए तब तक के लिए पॉकेट एफएम पढ़ते रहे