The Author Saritashukla51 Shukla फॉलो Current Read रोमांस - तेरे प्यार का सुरुर - 4 By Saritashukla51 Shukla हिंदी प्रेम कथाएँ Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books शून्य से शून्य तक - भाग 40 40== कुछ दिनों बाद दीनानाथ ने देखा कि आशी ऑफ़िस जाकर... दो दिल एक मंजिल 1. बाल कहानी - गलतीसूर्या नामक बालक अपने माता - पिता के साथ... You Are My Choice - 35 "सर..." राखी ने रॉनित को रोका। "ही इस माई ब्रदर।""ओह।" रॉनि... सनातन - 3 ...मैं दिखने में प्रौढ़ और वेशभूषा से पंडित किस्म का आदमी हूँ... My Passionate Hubby - 5 ॐ गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा॥अब आगे –लेकिन... श्रेणी लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी उपन्यास Saritashukla51 Shukla द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ कुल प्रकरण : 9 शेयर करे रोमांस - तेरे प्यार का सुरुर - 4 (1) 2.6k 4.6k प्राची ने रणवीर से कहा एक बार कहते हो कि मैं तुम जैसी लड़की को छूते नहीं और एक तरफ तुम मेरे इतने करीब आते हो समझ में नहीं आता बोलते कुछ हो और करते कुछ हो बाथरूम से दोनों बाहर निकलते हैं रणवीर प्राची से कहता है मेरे बदन को पोछकर कर मुझे कपड़े पहनाओ तभी अचानक से प्राची को चक्कर आने लगते हैं और वह गिरने ही वाली होती है कि रणवीर उसे उठा लेता है और कहता है तुम मुझसे झूठ बोल रही थी ना प्राची कहती है जी कौन सा झूठ रणवीर ने कहा अबॉर्शन का झूठ तुमने अबॉर्शन नहीं करवाया इसलिए आज तुम मेरे साथ हॉस्पिटल चलोगी प्राची डर गई वह चाहती थी चाहे वह बच्चा किसी का भी हो लेकिन है तो उसका खून वह उस बच्चे को जन्म देगी रणबीर उसे जोर-जबर्दस्ती हॉस्पिटल लेकर जाता है और डॉक्टर से एबॉर्शन के लिए कह देता है प्राची को बेहोशी का इंजेक्शन दे दिया जाता है और वह बेहोश हो जाती है होश में आने पर वह रणवर को बहुत बुरा भला कहती है क्योंकि उसका मन था उस बच्चे को जन्म देना लेकिन रणबीर ने उस बच्चे को कोख में ही मार दिया शायद भविष्य में प्राची कभी मा ना बन पाए और उसे मां का सुख ना मिले उसका यह सपना सपना ही रह जाएगा वह बहुत रोती है उसके रोते हुए चेहरे को देखकर न जाने क्यों रणबीर उसकी फिक्र करने लगा और उसको गले से लगाकर उसे किस करने लगा इतनी पर प्राची अपने से दूर करते हुए तुम कहते हो मैं गिरी हुई और आवारा लड़की हूं तुम बार-बार मुझे क्यों किस करते हो तुम जल्लाद हो तुम पापी हो इतना कहने के वह रोने लगती है रणवीर उसे छोड़कर पीछे हट जाता है और निखिल से कहता है यह उस क**** के बच्चे को जन्म देना चाहती है जितनी इसे छोड़ दिया इतना कहकर रणवीर कमरे से बाहर आ जाता है और वही रमेश कपूर प्राची को अपने रूम में बुलाते हैं प्राची हॉस्पिटल से लौटते थे उसे अपने शरीर में ऐसा कुछ गलत नहीं लग रहा था वह ठीक-ठाक ही थी रमेश कपूर के कमरे में जब प्राची पहुंचती है तो अभिजीत जी बता मिस्टर रमेश कपूर कहते हैं कि प्राची मैं चाहता हूं कि तुम रणवीर पर नजर रखो वह क्या करता है कैसे करता है क्यों करता है उस सब बातों की जानकारी मुझे ना कर दो मिस्टर कपूर के बातों को सुनकर प्राची अवाक रह जाती है रणवीर के खुद के दादा रणबीर पर निगरानी करना चाह रहे हैं और वह चाहते हैं कि मैं उनकी खबर इन तक पहुंच जाऊं प्राची कुछ नहीं बोलती और हां में जवाब देती हुई उनके कमरे से बाहर आ जाती है बाहर आने पर प्राची को निखिल दिखाई देता है प्राची निखिल से कहती है निखिल आपके सर कहां है निखिल ने कहा प्राची मेमो कमरे में है पृथ्वी वहां से जाने लगती है क्योंकि वह रणबीर से भी नफरत करती क्योंकि आज की मां बनने का सपना रणवीर ने तोड़ दिया तभी नहीं कहता है प्राची मैम क्या आप रणवीर सर से नाराज है लेकिन किस लिए उन्होंने तो आपका एबॉर्शन भी नहीं कर वाया तो आप हमसे क्यों नाराज हैं प्राची निखिल की बातें सुनकर बोली क्या रणवीर ने मेरा एबॉर्शन ही कराया मतलब मेरा बच्चा जिंदा है प्राची खुश होने लगी तभी निखिल ने बताया मैम जब आप बेहोश हो चुकी थी तो डॉक्टर ने बताया था कि अगर आप का एबॉर्शन हुआ तो शायद भविष्य में आप कभी मां ना बन सके इसलिए सर ने आपका एबॉर्शन रुकवा दिया प्राची खुश हो गई और खुश होते हुए रणवीर के पास गई प्राची रणवीर के पास आकर रणवीर से माफी मांगने लगी और उसने कहा मैं आपसे माफी मांगना चाहती हूं आपने मुझे और मेरे बच्चे को एक मौका दिया हमारी कांटेक्ट मैरिज 6 महीने की है तो 6 महीने तक मैं आपका पूरा कर जा चुका दूंगी अगर नहीं चुका पाए तो 6 महीने के बाद भी चुप आऊंगी कि आपने मेरे बच्चे को नहीं मारा मैं बहुत खुश हूं इतना कहकर प्राची अपनी बेस्टी आलिया को फोन करती है और कहती है आलिया मैं तुमसे मिलना चाहती हूं आलिया और प्राची एक कैफे में मिलते हैं जिसमें दोनों उस रात प्राची के साथ जो शख्स था उसका पता लगाने के लिए आलिया से कहती है और कहती है कि देखो देखो आलिया तुम उस आदमी की तलाश करो क्योंकि उसका बच्चा मेरे पेट में है मैं रणवीर की जिंदगी से 6 महीने बाद दूर चली जाऊंगी तो मुझे उसके पिता की जरूरत है तो प्लीज जल्द से जल्द मिली इस बच्चे के पिता को खोज दोनों अपनी बातें खत्म करती हैं और कॉफी शॉप से निकलते हैं अगले दिन प्राची ऑफिस जाती है अब प्राची के मन में रणवर के लिए कहीं ना कहीं फिक्र होने लगी क्योंकि उसके दादाजी ने रणवीर पर नजर रखने के लिए उसे कहा था और रणवीर ने उसे और उसके बच्चे को एक मौका दिया वह ऑफिस में जाकर अच्छा से काम करने लगे और रणवीर प्राची की बेइज्जती और परेशान करने के अलावा कुछ नहीं करता लेकिन प्राची को भी समझ में आ गया था कि रणवीर कहीं ना कहीं अच्छे दिल का भी है इसलिए उसे बुरा नहीं लगता था वह रणवीर के हर बातों को हर जुल्मों को सहते हुए अपना काम करने लगी रणवीर अपने काम में लगा हुआ था प्राचीन से डिस्टर्ब नहीं करना चाहती थ वह काफी देर तक रणबीर के केबिन के बाहर खड़ी थी उसके पैर में दर्द होने लगा तभी वह दर्द से कराह उठी तभी रणवीर पीछे मुड़कर देखता है और कहता है तुम्हें मेरे साथ एक पार्टी में चलना होगा प्राची कुछ नहीं कहती रणवीर उसे लेकर एक मॉल में जाता है और कहता है कि तुम्हारे पास कोई किसी ढंग के कपड़े नहीं है तुम यहां से अपने लिए कपड़े ले लो और उसे कपड़े देखने के लिए कहता है प्राची कपड़े देखने लगती है और कपड़े ट्राई करती है कपड़े ट्राईकर रही होती है कि तभी वह अपने एक्स हसबैंड और उसकी सब उसकी पत्नी को देखती है ‹ पिछला प्रकरणरोमांस - तेरे प्यार का सुरुर - 3 › अगला प्रकरण रोमांस - तेरे प्यार का सुरुर - 5 Download Our App