Devil se Shadi - 6 Simran Vastrakar द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • किट्टी पार्टी

    "सुनो, तुम आज खाना जल्दी खा लेना, आज घर में किट्टी पार्टी है...

  • Thursty Crow

     यह एक गर्म गर्मी का दिन था। एक प्यासा कौआ पानी की तलाश में...

  • राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा - 14

    उसी समय विभीषण दरबार मे चले आये"यह दूत है।औऱ दूत की हत्या नि...

  • आई कैन सी यू - 36

    अब तक हम ने पढ़ा के लूसी और रोवन की शादी की पहली रात थी और क...

  • Love Contract - 24

    अगले दिन अदिति किचेन का सारा काम समेट कर .... सोचा आज रिवान...

श्रेणी
शेयर करे

Devil se Shadi - 6

राजवीर से बचने के लिए इश्क़ी सोने का नाटक कर रही थी और राजवीर ये समझ चुका था। उसने इश्क़ी से बात करने की कोशिश की लेकिन इश्क़ी ने आँखें नहींं खोली। तो ये देखकर राजवीर ने भी अपनी आँखें बंद कर ली और इश्क़ी का सिर सहलाने लगा।

राजवीर की इस हरकत पर, इश्क़ी तुरन्त अपनी आंखें खोलकर राजवीर को गौर से देखने लगी।

राजवीर ने इस वक्त अपनी आंखें बंद कर रखी थी और इश्क़ी ने पहली बार उसे इतने करीब से देखा था।
राजवीर को इतने करीब से देखते हुए, इश्क़ी का दिल और भी तेज़ी से धड़कने लगा और वो मन ही मन बोली "ये Devil तो है, लेकिन handsome devil है।"

ये कहते ही उसे अपने कानों में, राजवीर की आवाज सुनाई दी।
"मुझे देखना बंद करो क्योंकि मुझे देखने के लिए अब सारी उम्र पड़ी है। अभी के लिए सो जाओ।"

राजवीर की बात सुनते ही इश्क़ी ने घबराकर जल्दी से अपनी आंखें कसकर बंद कर ली और राजवीर ऐसे ही उसे अपनी बाहों में लेकर सो गया।
फिर कुछ देर बाद, इश्क़ी भी गहरी नींद में सो गयी।

सुबह का वक्त ,
राजवीर की नींद खुली ही थी की उसकी नज़र इश्क़ी के मासूम चेहरे पर पड़ी। इश्क़ी सोते वक्त बहुत मासूम और प्यारी लग रही थी। राजवीर कुछ देर तक एकटक इश्क़ी को देखता रहा। आज उसकी जिंदगी की सबसे सुंदर सुबह थी क्योंकि जिससे वो प्यार करता था वो उसकी बाहों में आराम से सो रही थी। इससे ज्यादा सुकून भरा पल राजवीर के लिए क्या हो सकता था।

राजवीर ने कुछ देर इश्क़ी को निहारा और फिर उसे धीरे से साइड में लेटाकर फ्रेश होने चला गया। लेकिन इश्क़ी अभी भी आराम से ऐसे सो रही थी जैसे कुछ हुआ ही ना हो।

थोड़ी देर बाद,
राजवीर फ्रेश होकर आया और उसने देखा की इश्क़ी अभी भी आराम से सो रही है। लेकिन अब उसकी position उल्टी सीधी हो गई थी। ये देख राजवीर मुस्कुरा दिया और उसके पास आकर forehead पर kiss करते हुए प्यार से बोला "good morning princess..!"

ये सुनकर इश्क़ी स्माइल करने लगी और दूसरी तरफ पलट कर सो गयी। उसे यूं आराम से सोते देख, राजवीर नीचे चला गया।


राजवीर ने नीचे आकर देखा की hall में दादी, अर्णव और कोमल बैठे हुए थे। कोमल ने जैसे ही राजवीर को देखा तो वो प्यार से बोली "बेटा तुम बैठो, मैं ब्रेकफास्ट लगा देती हूं"

राजवीर ने थोड़ा गुस्से में जवाब दिया "इसकी कोई जरूरत नहीं है mrs. Singhaniya"

ये कहकर राजवीर बाहर की ओर जा ही रहा था की तभी उसकी दादी, लक्ष्मी देवी बोली "तुम आज कहा जा रहे हो राजवीर?"

राजवीर रूककर बिना पलटे ही बोला "ऑफिस"

तो दादी ने उसे समझाते हुए कहा "लेकिन बेटा तुम्हारी कल ही शादी हुई है और आज तुम ऑफिस जा रहे हो? अभी तो शादी की कई रस्में बाकी है।"

इस पर राजवीर ने पलटकर अपनी दादी की तरफ देखते हुए पूछा "कैसी रस्में?"

दादी ने उसे समझाते हुए कहा "बहुत सी रस्में होती शादी के बाद, तो आज इश्क़ी की मुंह दिखाई है।"

ये सुनकर राजवीर ने थोड़ा गुस्से में जवाब दिया "इश्क़ी की मुंह दिखाई नहीं होगी, मैं नहीं चाहता इश्क़ी के बारे में किसी को कुछ पता चले। उसके लिए ये सेफ नहीं है।"

राजवीर की बात से सहमत होते हुए अर्णव ने कहा "राजवीर सही कह रहा है मां, अभी ये सब इश्क़ी के लिए ये सही नहीं है। वो अभी बहुत छोटी है। उसमें इतनी समझदारी भी नहीं हैं की वो बाहर के लोगों को हैंडल कर पाये।"

तो दादी ने भी कुछ सोचते हुए कहा "ठीक है, अगर तुम सब यही चाहते हो तो यहीं ठीक है, नहीं होगी मुंह दिखाई। लेकिन पहली रसोई की रस्म और एक पूजा करवानी है, वो तो कर सकते है ना?"

अर्णव ने जवाब दिया "हां, ये ठीक रहेगा।"

तो दादी बोली "ठीक है, लेकिन हमारी नई बहू है कहा?"

तभी दादी की तरफ आती हुई मिशा ने हंसकर कहा "वो? वो तो पक्का घोड़ा, तबेला बेच के सो रही होगी। और क्या कहा आपने? रसोई की रस्म? इश्क़ी अच्छे से पानी गर्म कर ले, वो भी मेहरबानी है।"

राजवीर कुछ देर तक सब की बातें सुनने के बाद, फिर से ऊपर अपने कमरे की तरफ चला गया। उसने अंदर आकर देखा तो वही हुआ जो मिशा ने कहा था। इश्क़ी अभी भी आराम से सोई हुई थी।

राजवीर ने उसे आवाज लगाते हुए कहा "इश्क़ी उठ जाओ, सुबह हो गई है।"

तो इश्क़ी नींद में ही बोली "बस थोड़ी देर और प्लीज...."

राजवीर ने एक बार फिर से जोर देते हुए कहा "नहींं इश्क़ी, अभी उठो।"

जब राजवीर ने देखा की इश्क़ी अभी भी नहींं उठ रही है तो वो उसके पास गया और उसने इश्क़ी के ऊपर से चादर खींच ली।

जिससे इश्क़ी गुस्से से उठकर आंखे मसलते हुए बोली "हिम्मत कैसे हुई मेरे ऊपर से चादर हटाने की?"

पर जैसे ही उसकी नज़र राजवीर पर पड़ी तो वो तुरन्त चुप हो गयी।

तभी राजवीर ने उसकी तरफ तिरछी नज़रों से देखते हुए पूछा "क्या कह रही थी तुम अभी?"

इश्क़ी धीरे से बोली "कुछ नहींं, sorry वो मुझे पता नहींं था ये आप हो।"

राजवीर इश्क़ी को ऐसे देखकर थोड़ा सा मुस्कुराया और फिर उसके forehead पर kiss करते हुए बोला "जाओ ready हो जाओ। नीचे सब तुम्हारा wait कर रहे हैं।"

इश्क़ी को जैसे ही ये अहसास हुआ कि अभी-अभी राजवीर ने उसे kiss किया है तो उसे थोड़ा अजीब feel हुआ और वो जल्दी से bed से उठकर room से बाहर जाने लगी।

उसको बाहर जाता देख राजवीर ने Confuse होते हुए उससे पूछा "अब तुम कहां जा रही हो?"

तो इश्क़ी ने रूककर, राजवीर की तरफ देखते हुए कहा "वो मिशा के room में fresh होने जा रही हूं, मेरे कपड़े वहीं है ना।"

राजवीर आगे कुछ कहता उससे पहले ही दरवाजा पर किसी ने knock किया।

तो राजवीर ने उस ओर देखे बिना ही अंदर आने की permission दे दी। तभी एक servant हाथ में एक थाल पकड़े हुए अंदर आई और अंदर आते ही बोली "सर, ये बड़ी mam ने इश्क़ी mam के लिए भेजा है और कहा है कि वो आज यहीं पहनेंगी।"

ये सुन राजवीर ने एक नज़र उस थाल में रखे कपड़ो को देखा और फिर बोला "ठीक है, इसे यहां रख दो। "

उसकी बात सुनकर वो servant सामान रखकर वहां से चली गयी।

उसके जाते ही राजवीर ने इश्क़ी से कहा "अब तो तुम्हारी problem solve हो गई। अब जाओ और जल्दी से ready हो जाओ।"

इश्क़ी ने राजवीर की बात सुनी और उस थाल में रखी हुई साड़ी की तरफ देखकर मन में बोली "problem solve हुई है कि और बढ़ गई है? मुझे तो साड़ी पहनना ही नहींं आता, अब मैं क्या करूं? मिशा को बुला लूं?"

ये कहते हुए इश्क़ी कुछ सोचने लगी और फिर खुद से ही बोली "नहीं-ंनहींं, मिशा को बुलाया तो जितना मुझे आता है वो भी भूल जाऊंगी। Oh God कहां फंसा दिया आपने मुझे।"

आखिर राजवीर लोगों से क्यों छुपाना चाहता है इस शादी को?
क्या राजवीर करेगा इश्क़ी की साड़ी पहनने में मदद?
कैसे निकलेगी इश्क़ी इस जंजाल से?