यात्रा डायरी इस बार संस्कारधानी से Prafulla Kumar Tripathi द्वारा यात्रा विशेष में हिंदी पीडीएफ

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यात्रा डायरी इस बार संस्कारधानी से



मुझे अपने नवाबों के शहर लखनऊ को कुछ ही दिनों के लिए सही,छोड़ते हुए अजीब सा लगता है। गोरखपुर हो,लखनऊ हो या यह अपना शरीर ही हो जब छूटेगा तो उसका मोह तो रोकेगा ही ! लेकिन क्या समय अपनी चाल रोकता है ? नहीँ ना?
मैं सपत्नीक 9 नवंबर 2023 की शाम5-15 बजे संस्कारधानी उर्फ़ जबलपुर के लिए चित्रकूट एक्सप्रेस पर इस दीवाली को मनाने के लिए सवार हो चुका हूं। ट्रेन साफ़ सुथरी है। फर्स्ट ए. सी. में हूं ।मेरी केबिन में कोई दूसरी सवारी नहीँ है तो मानो अपना राज हो। एक फ़िल्मी गीत याद आ रहा है.. हम तुम एक कमरे में..... अरे छोड़ो मियां..... यह संयोग देखिए..ट्रेन में चाय मिल गई है और घर से लाए गए कटलेट का इस समय निवाला ले रहा हूं । जाने क्यों ट्रेन में बैठते ही मुझे भूख लगने लगती है। गंदी आदत है न?आपकी क्या राय है?
ट्रेन नंबर 15205 चित्रकूट एक्सप्रेस. लखनऊ से 17:30पर छूटकर उन्नाव, कानपुर सेंट्रल, घाटमपुर, बाँदा,अतर्रा, चित्रकूट धाम, मैहर देवी,कटनी और सीहोरा रोड होते लगभग आधे घंटे लेट होकर सुबह 6-10 पर जबलपुर पहुंच गई। रेलवे स्टेशन पर बेटे कर्नल दिव्य और पोते दर्श ने रिसीव किया और हम अब एम. जी. हैक्टर पर सवार होकर ऑर्डिनेन्स फैक्ट्री, परिसर स्थित उसके बंगले पहुंच रहे हैँ ...लगभग एक हफ्ते के प्रवास का सुख उठाने के लिए, बाल बच्चोँ का साहचर्य पाने के लिए.. अपने आपको नैसर्गिक ऊर्जा से भरने के लिए...!
जबलपुर का प्राचीन नाम त्रिपुरी तथा तेवर ग्राम था। यहाँ से नर्मदा नदी होकर गुजरती है जिसके कारण यहां का भेडाघाट विश्व प्रसिध्द है। नर्मदा नदी के 3 जल प्रपात हैँ :- कपिलधारा, दुग्धधारा और भेडाघाट।
जबलपुर भारत के मध्यप्रदेश राज्य का एक शहर है। यहाँ पर मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय तथा राज्य न्यायिक अकादमी भी है जहाँ मध्यप्रदेश राज्य के समस्त न्यायाधीशों की ट्रेनिंग होती है तथा यहीं राज्य विज्ञान संस्थान भी है। इसे मध्यप्रदेश की 'संस्कारधानी' तथा जबलपुर को मध्यप्रदेश की न्यायिक राजधानी भी कहा जाता है।
आप सभी को बताते चलें कि यह मेरी जबलपुर कीदूसरी बार की यात्रा है। जबलपुर में शीर्ष दर्शनीय स्थल हैं - धुआंधार झरना, भेड़ाघाट तक नाव की सवारी, सी वर्ल्ड वॉटर पार्क, भेड़ाघाट मार्बल रॉक्स, मदन महल किला, ट्रेजर आइलैंड।जबलपुर में सबसे ज्यादा पर्यटक भेड़ाघाट श्रेणी एडवेंचर, प्राकृतिक / मनोहर सौंदर्य ...धुआंधार जलप्रपात श्रेणी एडवेंचर, प्राकृतिक / मनोहर सौंदर्य ...नर्मदा नदी पर बरगी बांध श्रेणी एडवेंचर, प्राकृतिक / मनोहर सौंदर्य ...कचनार सिटी शिव मंदिर श्रेणी धार्मिक स्थल के अलावे विष्णु वराह मंदिर मझौली, मदन महल,चौसठ योगिनी मंदिर भी जाते हैँ।
आज तो बस आराम फरमाएंगे और कल परसों से कुछ जगहों पर घूमने का मन बना रहे हैँ। आज तो शाम हुई तो बच्चोँ के साथ पटाखे आदि के लिए शापिंग की गई।छोटी बच्ची पिया अविषा के आग्रह को भी स्वीकार करना पड़ रहा है -लूडो, शतरंज, कुर्सी दौड़, लुका छिपी....
जीवन भी एक यात्रा है। आपको अगर यह जीवन मिला है तो यात्राएं करनी ही होंगी। यात्राएं अंदर से बाहर की होती हैँ और बाहर से अंदर की भी! बाहर से अंदर की यात्रा हमें आत्मिक सुख और वैभव प्रदान करती हैँ, अपने से अपने का संवाद कराती हैँ और अंदर से बाहर की यात्रा लौकिकता का सुख देती हैँ। अपना तो यही मानना है।
आज बस इतना ही...