अध्याय 5
[ सुबह हो चुकी थी सब एक पुराने खंडहर में पहुँचते हैं ]
रितु- यहाँ भला कौनसी लैब होगी?
लारा- अभी देखो कमाल!!!
[ लारा एक पत्थर को सरकाती है वहाँ नीचे जाने के लिए सीढियां बनी हुई थी]
रितु- सीक्रेट रूम!! वेट... ये तो बिल्कुल सामने ही है हर कोई ढूंढ लेगा
विद्युत- चलो नीचे अभी पता चल जायेगा
[ सब नीचे जाते हैं ]
रितु- वैसे लारा तुम्हारी बाइक कहाँ है?
लारा- ओ शिट!!! वो तो वहीं रह गयी ये सब इस बेकार आदमी के कारण हुआ है
विद्युत- अब मैंने क्या किया???
[ लारा वापिस दौङ पङती है ]
रितु- अरे यार... अब मैं इस अजीब से इंसान के साथ यहाँ फंस गयी
[ वे दोनों अंडरग्राउंड रूम में पहुँचते हैं लेकिन ये क्या कमरा बिल्कुल खाली था ]
रितु- (मन में) वेट वेट वेट मैं एक ऐसे अनजान आदमी के साथ हूँ जिसने एक शैतान पाल रखा है और इस जगह के बारे में कोई जानता तक नहीं वो लङकी भी यहाँ से भाग गयी.... अब मुझे डर लग रहा है कहीं मैं उस शैतान का नाश्ता तो नहीं बन जाउँगी......
विद्युत- ऐ लङकी.... इधर आ
रितु- ( बैचेनी और बढ जाती है )
विद्युत- सुनाई दे रहा है??? मैं ये दरवाजा खोल रहा हूँ नहीं देखना क्या?
रितु- सीक्रेट दरवाजा!!!
[ विद्युत अपनी आँख स्केन करता है और दरवाजा खुल जाता है ]
रितु- तुम्हारे पास ये भी है.... [ सामने एक पर्फेक्ट लैब होती है ]
विद्युत- ये है मेरी लैब, कैसी लगी???
रितु- नोर्मल लैब ही तो है....
विद्युत- क्या!!! तू चुपचाप जा और तेरे दोस्तों को लेकर आ!!!
रितु- हन्...... मैं लेकर आऊं तो तुम्हारे इस मोटे तगङे शरीर का फायदा
विद्युत- मैं उस मोटे लङके और आदि को लाता हूँ अरविंद को तुम ले आना
[(रितु मन में) तो उस शैतान का नाम भी है]
गज्जू- रितु!!! हम कहाँ हैं???
रितु- तुम्हें होश आ गया (विद्युत उपर जाने लगता है) तुम्हारी चोट कैसी है
गज्जू- तुम्ही ने तो मारा था!!!
रितु- वो.... तो.... सोरी!!!! मैं पट्टी कर देती हूँ (पट्टी करने लगती है)
गज्जू- अनु कहाँ हैं?
रितु- वो अब इस दुनिया में नहीं हैं
(गज्जु चुप हो जाता है)
[ विद्युत वापस आ जाता है ,अरविन्द को लेटा देता है और उस शैतान को एक मशीन में बंद कर देता है]
विद्युत- (मन में) मुझे समझ नहीं आ रहा ये यहाँ से आखिर ये निकला कैसे, क्या ये टूथ ओफ डेविल की अवेकनिंग है
[ वे सब 5 दिन वहीं आराम करते हैं लारा वापस आ चुकी थी और अरविन्द भी रिकवर हो गया था ]
रितु- हमारी वसई के लिए ट्रेन बुक चुकी है
लारा- अरे यार मुझे तुम्हारी बहुत याद आयेगी
विद्युत- लारा आदि की बॉडी रेडी है ओपरेशन के लिए
लारा- क्या!!! फाइनली!!! इतने दिनों की मेहनत के बाद
अरविन्द- कैसा ओपरेशन?
विद्युत- हम उस टूथ को आदि के शरीर से बाहर निकालने वाले हैं
[ सब चौंक जाते हैं ]
अरविन्द- लेकिन ऐसा करने से दुनिया एक बार फिर उसी कोहराम का सामना करेगी
लारा- नहीं क्योंकि वो दांत आदि के हार्ट में है और हम उसके हार्ट को इस चीज से रिप्लेस करने वाले हैं
[ लारा उन सब को एक सफेद ह्रदय दिखाती है ]
विद्युत- पिछली बार जब ये टूथ हमारी दुनिया में आया तो दुनिया का संतुलन बिगड़ गया लेकिन इस बार मैं दूसरी दुनिया से "द हार्ट ओफ एंजल" लाने में कामयाब हो गया तो अब वैसे फिर नहीं होगा
अरविन्द- क्या !! दूसरी दुनिया
विद्युत- हाँ तुम यकीन नहीं करोगे लेकिन ये सच है ये लैब मेरे पूर्वजों की है और हाँ ये मत कहना कि उस समय ऐसी टेक्नोलॉजी नहीं थी क्योंकि तुम अभी कुछ नहीं जानते, अब क्योंकि ये दोनों ही शक्तियां अब हमारी दुनिया में हैं तो आने वाले 5-6 सालों में तुम्हें यहाँ जादुई चीजें दिखना शुरू हो जायेंगी
रितु- कैसा जादू
लारा- सर ओपरेशन के लिए सब सामान रेडी है
[ विद्युत और लारा मिलकर आदित्य की बॉडी से घंटों की मेहनत के बाद हार्ट को रिप्लेस कर देते हैं ]
लारा- उफ्... आखिरकार ओपरेशन सक्सैसफुल रहा
रितु- तो अब क्या वो अब शैतान नहीं रहा
लारा- तुम खुद ही क्युं नही देख लेती
[ रितु, अरविंद और गज्जु अंदर जाकर देखते हैं आदित्य का शरीर बहुत जल्दी रिकवर हो रहा था देखते ही देखते वह एक शैतान से सुंदर युवक में बदल जाता है उसके बाल सफेद हो चुके थे वह किसी प्रिंस की तरह लग रहा था, उसे देखकर विद्युत खुशी के आंसू बहाने लगता है ]
(रितु मन ही मन में सोचती है यार...ये कितना हैंडसम हो गया है )
[ आदित्य के शरीर पर बना ओपरेशन का घाव भी मिट गया उसने आंखें खोली और बोला -पापा..., ये सुन कर विद्युत ने उसे गले से लगा लिया ]
आदित्य- मुझे बहुत भूख लगी है
रितु- मेरे पास लाइक फूड है मैं इसे खाना खिला कर लाती हूँ
[ कहते हुए रितु आदि को अपने साथ ले जाती है ]
गज्जु- मेरे सनेक्स उसे मत देना
रितु- (चिल्लाते हुए) तू चुप कर वरना तुझे कच्चा चबा जाऊंगी!!!
लारा- ये.....क्या था
अरविन्द- ये सब तो ठीक है लेकिन वो दांत कहाँ है?
विद्युत- वो यहाँ है
[ विद्युत एक छोटा सा बक्सा खोलता है और उसके अंदर खून से सना हुआ रखा होता है "द टूथ ओफ डेविल" ]
अध्याय 5
समाप्त