खुली किताब Swati द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

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खुली किताब

मैं एक ऐसी खुली किताब की तरह हूं जिसे पढ़ तो सब सकते है लेकिन समझ बहुत कम लोग को ही आती हुं। जैसे एक तिलती हर किसी के हाथ नहीं आती लेकिन जिसके भी हाथ में आती उसके पास अपना एक प्यारा सा छाप छोड़ जाती है ।
ठीक उसी तरह अगर आप प्यार से किसी को अपना बनाते हो तो वो आपके लिए कुछ भी कर सकते हैं , लेकिन उसके पास आप जबरदस्ती करोगे या उससे झूठ बोलकर रिश्ते बनाने की कोशिश करोगे तो वो ज्यादा देर तक नही टिक पाती है ।
सच्चे रिश्तों में इतनी ताकत होती है की वो आपको हर तकलीफ से राहत दे सकती है वो हर हालत में लड़ने की हिम्मत दे सकती है लेकिन हां उस रिश्ते को निभाने के लिए आपको अपना बेस्ट देना पड़ता है ।

वो कहते है न जो आपको सच्चा प्यार करता है तो उसे खुला छोड़ दे अगर रिश्ता सच में सच्चा है तो वो आपके पास वापस आयेगी अगर जुठा है तो वो मौका देख कर उड़ जाएगी ।

इसे रेत की तरह खुले हाथों से पकड़ना चाहिए ना की मुट्ठी में जकड़ कर । जैसे मुठ्ठी में पकड़ने पर रेत हाथ से निकल जाती है उसी तरह रिश्ते को जोड़ से पकड़ने पे उस रिश्ते में दरार आने शुरू हो जाते है ।
मेरा कहने का तात्पर्य ये है की आप किसी के लिए तब तक जरूरी होते हो जब तक आप उसे खुशी देते हो प्यार देते हो , जिस दिन आपने खुशी और प्यार देना बंद कर दिया वो रिश्ते भी धीरे धीरे खत्म होने लगते है ।
जो की ऐसा नहीं होना चाहिए । अगर आप किसी को अपना बना रहे हो तो उसके अच्छे से अच्छा और बुरे से बुरे वक्त में भी उसका साथ देना चाहिए ना की मौका देख कर उसे छोर देना चाहिए । लड़किया होती तो खुली किताब की तरह लेकिन उसे समझने में लोग बहुत वक्त लगा देते है । हर लड़की यही चाहती है की वो जिससे भी प्यार करे वो उसकी केयर करे उसका अच्छे बुरे में साथ दे । वो आपसे कुछ नही मांगती बजाए प्यार और इज्जत के । वो आपके लिए कुछ भी कर सकती है किसी भी हद तक जा सकती है अगर वो आपको अपना मान ले तो आपके लिए हर किसी से लड़ भी सकती है और समय आने पे वो आपको उस मुकाम तक भी ले जा सकती हैं ।
लेकिन हां ये सब वो तभी कर सकती हैं जब आप उसको इज्जत प्यार और केयर देते हो । आप उसकी जीवन को बस एक बार पढ़ लोगे और समझ लोगे तो वो आपको अपनी पूरी जिंदगी आपके कदमों में रख देगी ।
बस उसे समझने की कोशिश करें ना की उसे हर्ट करने की ।
तितली को एक बार आप पे भरोसा हो जाएगा तो वो खुद आपके पास आकर अपना छाप छोड़ जाने में पीछे नहीं हटेगी ।
बस आप एक बार उसे अच्छे से पढ़ कर समझने की कोशिश तो करो । ।

Swati