बढती उम्र की आहट ️️️️ Lotus द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

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बढती उम्र की आहट ️️️️

✍️ मेरी बढती उम्र की आहट है 👨‍🦰

मेरा जन्म हुआ बेटे के रूप मे
मेरे माॅ बाप के साथ मे घर परिवार मे सभी लोग बहुत खुश हुए मेरे जन्म पर..
कुछ समय बीता है और मे कब अपनी माॅ की गोद से उतरकर कब जमीन पर चलने लगा..
पता ही नही चला समय का
आज मे युवा वयस्था मे पहूच गया हू
और धीरे धीरे शरीर का आकार भी बदल सा रहा है
बढती उम्र की आहट मे
ये जो मुझे रोज नया सा निखार दिखा रही है
मेरे शरीर मे और मेरी सोच मे
जो मुझे बदल रही है आज मे इतना बदल गया हू अपनी ही माॅ से दूरी बनाने लगा हू बहन से लडकर उससे भी दूरी बनाकर रखना सीख गया हू...
पर शायद ये मेरे मन की आवाज और जिज्ञासा को ये घर वाले न समझ पाए मे बेटा हू तो लडना और शोर करना तो लाज़म है मेरा इन बातो मे मेरी बेचैनी को अनदेखा कर रहे है मेरे ही अपने और शायद इसीलिए मे आज अपने परिवार से अपने मित्र को ज्यादा समय देने लगा हू पर ये मेरी बढती उम्र की आहट है कि रूकने का नाम नही ले रही देखो कितनी जल्दी समय गया बीत की घर पर सब नौकरी लगी है या नही की बात कह ने लगे है अभी तो मेने अपने आप को सुलझा महसूस किया था क्या था दोस्त
के संग मे पर लोग और मेरा जमीर कह रहा है चल सपूत अब बेटा है घर का तो जिम्मदारी संभाल..
और माॅ की सैवा और बहन की शादी करनी है ये बात कब मेरी जुबान पर आने लगी...
सब आवारगी भुलाकर की मेरी पहली जिम्मदारी मेरा परिवार है....
मुझे पता ही नही चला
शायद यह भी मैरी उम्र की आहट है...
जो मुझे अब परिपक्व ता सिखा रही हू.
वरना कल मेरे मन मे ख्याल आता था दोस्त के साथ मजे लेते है.....
पर आज देखो मे नौकरी कर के घर मे पापा को हिसाब दे रहा हू और अपने परिवार के कल के सुनहरे भविष्य के बारे मे विचार कर रहा हू...
रात मे भी दोस्त से बात करते है पर परिवार का अनुसरण पहले हौता है..
देखो जरा फिर से मेरी बढती उम्र की आहट ने शोर मचाया है और इस बार मुझे मजबूर किया है परिवार के कहने से शादी के बंधन मे शामिल होना है हो गया मेरी उम्र का 2 तिहाई भाग पूरा......
पर ये उम्र ही तो है जो मुझे सिखा रही है
लडकर भी अपने बेटे होने का फर्ज निभाना है
भले ही पसंद नही हे मुझे ये लडकी पर इसको भी खुश रखना है....
माॅ बाप ने जो स्वीकार किया है अपनी बहू के रूप मे पर देखो ये घर की जिम्मदारी है तो सब मन मे दबाकर रखना है और कुछ समय मिले तो माॅ की गोद मे सोना है ना जाने कहा गया वो पल अब तो समय बदला है फिर मेरे भाग्य मे बेटे का सुख आया है......

अगली कहानी पार्ट 2 मे जानेंगे.....

धन्यवाद.....🙏🙏🙏